दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी में गुरुवार को दो शिफ्ट में पीएचडी में एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम ऑर्गनाइज हुआ. 34 सब्जेक्ट्स में पीएचडी के लिए आयोजित एग्जाम के लिए 2549 अप्लीकेंट्स रजिस्टर्ड थे जिनमें से 1683 अप्लीकेंट्स ने ही एग्जाम दिया जबकि 866 ने एग्जाम छोड़ दिया.


गोरखपुर (ब्यूरो)। यूनिवर्सिटी प्रशासन के मिसमैनेजमेंट की वजह से काफी स्टूडेंट्स परेशान हुए। एक ही रोल नंबर के कई स्टूडेंट्स होने से सीटिंग अरेंजमेंट में दिक्कते आईं। गोरखपुर यूनिवर्सिटी में पीएचडी में एडमिशन के लिए एग्जाम दो साल बाद आयोजित था। ऐसे में रजिस्ट्रेशन में तो अप्लीकेंट्स ने पर्याप्त उत्साह दिखाया लेकिन एग्जाम में वह उत्साह देखने को नहीं मिला क्योंकि उपस्थिति अपेक्षाकृत कम रही। पहले यह एग्जाम 30 जुलाई को होना था लेकिन तैयारी पूरी न होने पर एग्जाम को पोस्टपोन कर दिया गया था और अगली डेट 10 अगस्त निर्धारित की गई थी। टर्मिनेटेड स्टूडेंट्स ने नहीं दिया एग्जाम
यूनिवर्सिटी के वीसी ऑफिस के सामने 21 जुलाई को वीसी व रजिस्ट्रार पर हमले के आरोप में संस्था से टर्मिनेटेड दो स्टूडेंट्स मयंक राय व शक्ति ङ्क्षसह ने भी पीएचडी के एंट्रेंस एग्जाम के लिए अप्लाई किया था। उनके लिए यूनिवर्सिटी ने एडमिट कार्ड भी जारी किया था, पर वह एग्जाम देने नहीं पहुंचे।

Posted By: Inextlive