एलपीजी का मिला संग, अब धुआं नहीं कर रहा तंग
- शहर के 80 फीसद घरों में एलपीजी से जलने लगे चूल्हे
- प्रति 100 यूसेज के मामले में प्रदेश में चौथे नंबर पर पहुंचा गोरखपुर - नोएडा नंबर वन पर, लखनऊ सेकेंड जबकि मेरठ तीसरे मुकाम पर i exclusive syedsaim.rauf@inext.co.inGORAKHPUR: आंखों में चुभन, खाना पकाने में होने वाली परेशानियों के साथ दमा और अस्थमा जैसी बीमारियों का गिफ्ट मिलना, रूरल और शहरी इलाकों में अब यह दिन लद चुके हैं। केंद्र सरकार की उज्जवला योजना ने लोगों की इन परेशानियों को दूर करने में काफी मदद की है। इसमें उत्तर प्रदेश के कई जिलों में रिजल्ट नजर भी आने लगे हैं। गवर्नमेंट की ओर से किए गए सर्वे में जहां अब तक प्रदेश में कुल 46.8 फीसद लोगों के घरों में एलपीजी कनेक्शन पहुंच चुका है और यहां अब लोग लकड़ी और कंडे पर खाना बनाने के बजाए, गैस चूल्हे का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसमें प्रदेश में गोरखपुर का चौथा मुकाम हैं।
नोएडा लिस्ट में टॉप परकेंद्र सरकार की ओर से कराए गए सर्वे में यूपी की पोजीशन थोड़ा ढीली है और यह टॉप 10 में शामिल नहीं है, लेकिन यूपी में जिलों की बात करें तो इसमें नोएडा नंबर वन पर है। सेकेंड प्लेस पर प्रदेश की राजधानी लखनऊ ने जगह बनाने में कामयाबी हासिल की है। मेरठ का तीसरा, जबकि गोरखपुर को चौथा मुकाम हासिल हुआ है। इसमें नोएडा, लखनऊ और मेरठ तो ग्रीन जोन में हैं, लेकिन महज .2 परसेंट से गोरखपुर यलो जोन में चला गया है। वहीं सहारनपुर, फिरोजाबाद और अलीगढ़ जैसे शहर ऑरेंज जोन में पहुंच चुके हैं।
यह है स्टेटस - सिटी परसेंटेज पेनिट्रेशन नोएडा 127 लखनऊ 93.3 मेरठ 84.8 गोरखपुर 79.8 वाराणसी 79.5 कानपुर नगर 78.8 बागपत 74.6 देवरिया 73.8 गाजियाबाद 73.8 आगरा 73.5 मथुरा 68.4 फैजाबाद 61.6 बुलंदशहर 61.4 सहारनपुर 60.6 फिरोजाबाद 59.9 कुशीनगर 58.7 अलीगढ़ 58.3 वर्जनगोरखपुर में करीब 80 फीसद लोगों के पास एलपीजी पहुंच चुकी है और वह इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। प्रदेश में गोरखपुर चौथे नंबर पर है। नोएडा नंबर वन, लखनऊ और मेरठ सेकेंड व थर्ड पोजीशन पर हैं। यह आंकड़े प्रति सौ यूजर्स के हिसाब से हैं।
- चेतन पटवारी, एरिया मैनेजर, आईओसी