- आईटीएम गीडा के 7वें दीक्षांत समारोह में पदक लेकर चमकीं प्रतिभाएं

SAHJANWA: तरक्की के लिए छात्रों को किताबी ज्ञान के साथ हुनरमंद होना जरूरी है। प्रतिस्पर्धा की इस दौड़ में प्रैक्टिकल नॉलेज के बिना सिर्फ थ्योरी से सफलता मिलनी मुश्किल है। इसके लिए कॉलेजों एवं संस्थानों में स्किल बेस्ड कोर्सेज बहुत जरूरी हैं। ये बातें अब्दुल कलाम प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय लखनऊ के कुलपति प्रो। विनय कुमार पाठक ने कही। वे रविवार को आईटीएम गीडा के सातवें दीक्षांत समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।

हुनर के बिना डिग्री बेकार

प्रो। विनय ने कहा कि नौकरी पाने के लिए सिर्फ डिग्री काफी नहीं है। इसके साथ हुनरमंद होना आवश्यक है। बिना हुनर के छात्र की समाज में कोई उपयोगिता नहीं है। वर्तमान में लागू तकनीकी शिक्षा प्रणाली पर असहमति जताते हुए कहा कि छात्रों को टॉपिक फ्री प्रोजेक्ट तैयार करने की आजादी होनी चाहिए। शिक्षक छात्र के विचारों पर प्रयोग कराए तभी असल मायने में तकनीक का मानव हित में उपयोग हो सकेगा। इससे पूर्व उन्होंने दीक्षांत के महत्व पर प्रकाश डालते हुए तैत्रेय उपनिषद का जिक्र किया। उन्होंने वेद एवं उपनिषद को अच्छा मार्गदर्शक बताया।

विद्वत पदयात्रा से शुरुआत

इसके पहले समारोह का शुभारम्भ विद्धत पदयात्रा से हुआ। पदयात्रा में कृष्णा एजुकेशनल सोसाइटी के अध्यक्ष नीरज मातनहेलिया, उपाध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल, सचिव श्यामबिहारी अग्रवाल, कोषाध्यक्ष निकुंज मातनहेलिया, अनुज अग्रवाल, डॉ। गौरव सिन्हा, कुलसचिव प्रो। पीएन सिंह, डीन एकेडमिक प्रो। आरपी मणि, डॉ। केएन मिश्रा, कर्नल एपी पांडेय, डॉ। एसके पांडेय, वीके श्रीवास्तव, डॉ। एआर त्रिपाठी, डॉ। आशुतोष मिश्रा, अतुल श्रीवास्तव भी शामिल हुए। संस्थान के निदेशक प्रो। डीएस दीखित ने मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों का स्वागत किया। इस दौरान छात्र-छात्राओं ने कुल गीत प्रस्तुत किया। अंत में उन्हें मेडल प्रदान किया गया। मेडल पाकर छात्रों के चेहरे खुशी से दमक उठे। समारोह का समापन राष्ट्रगान से हुआ।

इन्हें मिला पदक

ट्रेड फ‌र्स्ट सेकंड थर्ड

एमबीए शिवांगी सिंह श्रेया अग्रवाल ईशा जायसवाल

बी फॉर्मा सनी सिंह सगुफ्ता सिद्दकी राजन

एमई सौम्या मिश्रा शिवांगी यादव विवेक रंजन श्रीवास्तव

ईसी नंदिता यादव सौम्या श्रीवास्तव अर्पिता गुप्ता

सीएस राहुल मिश्रा शिवांगी श्रीवास्तव विद्या श्रीवास्तव

सिविल अमन श्रीवास्तव धीरज सिंह अंशुमान सिंह

आईटी दीपाली चौधरी

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सफलता के लिए छात्रों को निष्ठा व लगन से पढ़ाई करनी चाहिए। इसमें टाइम मैनेजमेंट जरूरी है।

- शिवांगी, एमबीए

ऊंचाई के शिखर पर पहुंचने के लिए मजबूत मैनेजमेंट बहुत जरूरी है। इसकी बेहतर तैयारी के लिए नेट से भी मदद मिलती है।

- श्रेया अग्रवाल, एमबीए

टेक्निकल दौर में तकनीक का व्यवहारिक ज्ञान बहुत ही जरूरी है। उसके बिना कामयाबी पर पहुंचना सम्भव नही है।

- सौम्या, एमई

आज के युग में सफलता के लिए टेक्निकल शिक्षा बेहत जरूरी है।

- गरिमा, बीई

Posted By: Inextlive