क्राइम कंट्रोल में कटघरे में खड़ी गोरखपुर पुलिस के सामने एक नई समस्या खड़ी हो गई है. घटनाओं से परेशान पुलिस को अब गोरखपुर जोन के 514 हिस्ट्रीशीटर नहीं मिल पा रहे हैं. 11 जिलों के कुल 8074 हिस्ट्रीशीटर हैं जिनमें से इन 514 हिस्ट्रीशीटर के बारे में पुलिस को कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है. वह वर्तमान में कहां रह रहे हैं? वह क्या कर रहे हैं? इसके बारे में पुलिस कांस्टेबल जानकारी नहीं जुटा पा रहे.


गोरखपुर (ब्यूरो)। यूपी में फरवरी-मार्च तक विधानसभा इलेक्शन होने हैं। इसमें हिस्ट्रीशीटर्स कुछ अनहोनी न कर बैठें, इसके लिए उनपर शिकंजा कसने की तैयारी की जा रही है। जोन भर के हिस्ट्रीशीटरों का बहीखाता जुटाया जा रहा है। कितने हिस्ट्रीशीटर कहां, किन परिस्थितियों में हैं। इसकी डिटेल जुटाने का निर्देश एडीजी अखिल कुमार ने दिया है। एडीजी ने कहा कि हिस्ट्रीशीटरों की मॉनीटरिंग करते हुए उनकी गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जाएगी। शिकायत मिलने पर तत्काल अरेस्ट करके जेल भेजा जाए। जोन में कुल 8074 हिस्ट्रीशीटर हैं, मगर इसमें से गायब हुए हिस्ट्रीशीटर्स पुलिस के लिए सिरदर्द बन गए हैं। अब जिम्मेदार समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर इनका कैसे पता लगाया जाए। एडीजी ने दिए यह निर्देश - हर जिले में थानावार कितने हिस्ट्रीशीटर हैं। इसकी लिस्ट अपडेट की जाए। - बीट पुलिस आफिसर अपने एरिया में हिस्ट्रीशीटर के बारे में पूरी खबर रखें।


- राजनाति में शामिल, राजनीतिक दलों और संगठनों से जुड़े एचएस सहित अन्य की निगरानी करें। - वर्तमान में कौन हिस्ट्रीशीटर क्या कर रहा है? उसकी गतिविधियां क्या चल रही हैं। इसकी जानकारी जरूर लें। - यदि कोई हिस्ट्रीशीटर क्रिमिनल एक्टिविटी में शामिल हैं तो उस पर शिकंजा कसा जाए। फैक्ट फीगर जोन में कुल हिस्ट्रीशीटर 8074

जेल में बंद कुल हिस्ट्रीशीटर 614 जेल से बाहर मौजूद हिस्ट्रीशीटर 5667अन्य जिलों में जाकर रहने वाले हिस्ट्रीशीटर 1112 गोरखपुर जिले में कुल हिस्ट्रीशीटर 1509 167 हिस्ट्रीशीटरों की हो चुकी है मौतजोन पुलिस के रिकॉर्ड में दर्ज 167 हिस्ट्रीशीटर्स की मौत हो चुकी है। पुलिस कर्मचारियों ने वेरिफिकेशन करके उनके बारे में जानकारी जुटा ली है। फैमिली मेंबर्स और अन्य जगहों से हुई पड़ताल में मौत की पुष्टि हो चुकी है। जोन में चिन्हित किए गए हिस्ट्रीशीटर की निगरानी की जा रही है। बीट पुलिस अधिकारी उन पर नजर रखेंगे। इस मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। चुनाव में गड़बड़ी की आशंका वालों पर शिकंजा कसा जाएगा। - अखिल कुमार, एडीजी जोन

Posted By: Inextlive