गोरखपुर जिले के जगदीशपुर कस्बा से सटे प्राइवेट कॉलोनी शिव शक्तिनगर में रीवैम्प्ड योजना से नियम विरुद्ध 500 मीटर एबी केबल लगाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। पहले इस केबल को नियम संगत बताकर अफसरों ने फाइल रफा-दफा कर दी, लेकिन विवाद बढऩे पर रातोरात ये केबल उतार दिए गए। यह केबल किसने उतारा यह निर्णय नहीं हो पा रहा है। संज्ञान में मामला आने पर मुख्य अभियंता के निर्देश पर अभियंताओं ने बिजली थाने में अज्ञात चोरों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। प्राइवेट कॉलोनी में नियम नहींग्रामीण वितरण मंडल प्रथम के वितरण खंड प्रथम के क्षेत्र जगदीशपुर के पास शिव शक्तिनगर नामक एक प्राइवेट कॉलोनी का यह दिलचस्प मामला भ्रष्टाचार की एक और कड़ी है। किसी भी प्राइवेट कॉलोनी में सरकारी केबल लगाने का नियम नहीं है। इस कॉलोनी में 500 मीटर केबल बिछाकर दो घरों तक बिजली पहुंचाई गई थी। एक दूसरी जांच के दौरान यह केबल एक एक्सईएन ने देखी तो वीडियो बनाकर अधिशासी अभियंता को काफी पहले ही भेज दी। दर्ज कराई एफआईआर
अभियंताओं ने तब उसे नियम संगत बताकर मामला रफादफा कर दिया। अब जब कार्यदायी संस्था ने बिल पेश किया तब अफसरों को लगा कि यह तो गलत हो गया। नोडल लेखाकार से लेकर जेई व एसडीओ ने आपत्ति की। आपत्ति होने पर आधा दर्जन खंभों पर बिछी केबल उतारकर वहां नंगा तार दौड़ाया गया। मामले में नया और दिलचस्प मोड़ तब आ गया जब इस मामले की जांच में केबल लगाने वाली फर्म, जेई वगैरह सबने केबल उतारने से मना कर दिया। इसके बाद अफसरों ने निर्णय लिया कि मामले में केबल चोरी की एफआआईआर दर्ज कराई जाए। जेई ने अज्ञात के खिलाफ बिजली थाने में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है। प्राइवेट कॉलोनी के खंभों पर लगा एबी केबल का मुकदमा अवर अभियंता की तहरीर पर दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी गई है। इसमें प्रथम दृष्टया कार्यदायी फर्म की कारगुजारी सामने आ रही है। राधेश्याम राय, प्रभारी निरीक्षक, बिजली थानाप्राइवेट कॉलोनी में स्कीम के तहत केबल किसने लगाया और किसने उतार लिया, इसकी जांच के लिए ही एफआईआर दर्ज कराई गई है। बिजली थाने की पुलिस की जांच के बाद इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी। ई। आशु कालिया, चीफ इंजीनियर , गोरखपुर जोन

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