42 हजार लीटर में गोरखपुर हो गया सेनेटाइज
- गोरखपुर में बढ़ते कोरोना केसेज को लेकर बढ़ गई सेनेटाइजेशन की प्रक्रिया
- सेनेटाइजेशन के लिए सिटी से लेकर रूरल एरिया तक टीम का बंटा है कामGORAKHPUR: कोरोना के केसेज दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे हैं। ऐसे में सिटी के वार्डो में जहां नगर निगम की तरफ से कोरोना संक्रमित के घर से लगाए मोहल्ले में सेनेटाइजेशन का काम किया जा रहा है। वहीं जिला पंचायत राज विभाग की तरफ से गांव-गांव में सेनेटाइजेशन टीम कर रही है। अब तक इस काम के लिए जिले में कुल 42 हजार लीटर सोडियम हाईपोक्लोराइड यूज हो चुका है। सिटी के 70 वार्डो में जहां 35 हजार लीटर सोडियम हाईपोक्लोराइड का छिड़काव किया जा चुका है। वहीं रूरल एरिया में सात हजार लीटर का छिड़काव हुआ है। वहीं अब तक कुल 376 कोरोना केसेज मिल चुके हैं जहां हॉट स्पॉट बनाए जाने के साथ-साथ सेनेटाइजेशन का काम किया जा चुका है।
सिटी में 9 गाडि़यां कर रहीं सेनेटाइजेशनगोरखपुर में कोरोना केस सामने आते ही नगर निगम और जिला पंचायत राज विभाग की टीम तुरंत एक्टिव हो जाती हैं। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। मुकेश रस्तोगी ने बताया कि नगर निगम के 70 वार्डो में जहां पहले चार गाडि़यां चलती थी। वहीं अब छोटी-बड़ी मिलाकर कुल 9 गाडि़यां सेनेटाइजेशन कर रही हैं। चार छोटी गाड़ी 500 लीटर की हैं। वहीं एक बड़ी गाड़ी है जो 4000 लीटर की है। जबकि दूसरी गाड़ी 2000 लीटर की है। फायर बिग्रेड की गाड़ी तीन है जो 400 लीटर की हैं। वहीं जिला पंचायत राज अधिकारी हिमांशु राज शेखर के नेतृत्व में रूरल एरिया में सेनेटाइजेशन का काम किया जा रहा है। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के जिला कोऑर्डिनेटर बच्चा सिंह ने बताया कि स्प्रे मशीन के जरिए सोडियम हाईपोक्लोराइड का छिड़काव किया जाता है। इसमें 100 एमएल सोडियम हाइपोक्लोराइड व 10 लीटर पानी मिलाया जाता है। कहीं भी हॉट स्पॉट घोषित हुआ तो ब्लॉक स्तर पर तैनात सफाई कर्मचारी बकायदा पीपीई किट पहनकर जाते हैं। पूरे गांव को सेनेटाइज किया जाता है। यह सिलसिला एक हफ्ते लगातार चलता है। चार चरण में ग्राम पंचायत स्तर पर छिड़काव किया जा चुका है। उसके बाद भी अगर किसी ग्राम प्रधान को जरूरत पड़ती है तो एडीओ पंचायत को कॉल करने पर तुरंत टीम भेजकर सेनेटाइजेशन करवा दिया जाता है।