डीडीयूजीयू से पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स आज देश भर में शीर्ष पदों पर विराजमान हैैं नए-नए कीर्तिमान हासिल कर रहे हैैं. ऐसे इतिहास वाली गोरखपुर यूनिवर्सिटी में वीसी पर हाथ उठाना और रजिस्ट्रार को पीटा जाना निंदनीय है.


गोरखपुर (ब्यूरो)।यह बातें गोरखपुर यूनिवर्सिटी में वाइस चांसलर की जिम्मेदारी निभा चुके पूर्व वीसी ने कही है। वहीं इस घटना के बाद से यूनिवर्सिटी कैंपस समेत सभी कॉलेजेज और पब्लिक के बीच निंदा की गई, जबकि पूर्व वीसी ने इस घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया।मैैं गोरखपुर विश्वविद्यालय का छात्र रहा हूं, मैने 1980 में पढ़ाई की है। मेरे समय में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ला ने भी पढ़ाई की है। इन्होंने छात्र राजनीति से ही इस मुकाम तक पहुंचे हैैं। छात्रों की समस्या को वाइस चांसलर तक पहुंचाना और उनके समस्याओं का समाधान करना यह वाइस चांसलर का कर्तव्य है। बैठ कर उनकी समस्या का समाधान करना चाहिए। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है जो इस तरह की नौबत आई। शांतिपूर्ण ढंग से यदि छात्र नेता धरना प्रदर्शन कर रहे हैैं, तो उनसे शांतिपूर्ण ढंग से वार्तालाप होनी चाहिए। समस्या के समाधान होने चाहिए।


प्रो। वीके सिंह, पूर्व वीसी, डीडीयूजीयू

हमारे कार्यकाल में जब भी छात्र संगठनों की तरफ से कोई भी मांग रखी गई है, उसे समाधान किए जाने का पूरा प्रयास किया गया है। हमारी कोशिश रहती है कि उनके हर एक समस्या के समाधान के लिए सप्ताह के एक दिन को छात्र समाधान दिवस के रूप में बनाया। उनकी हर एक समस्या को सुनते हुए समाधान किया। लेकिन गोरखपुर विश्वविद्यालय में छात्र नेताओं द्वारा वीसी व रजिस्ट्रार के साथ मारपीट किए जाने की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैैं। इस तरह की घटना नहीं होनी चाहिए थी। - प्रो। अशोक कुमार, पूर्व वीसी, डीडीयूजीयू यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। इस तरह की नौबत ही क्यों आए। इसके लिए छात्र नेताओं से शांतिपूर्ण ढंग से संवाद होना चाहिए। चूंकि विश्वविद्यालय छात्रों का होता है ऐसे में उनकी जो मांगे होती हैैं। उसके समाधान के लिए कमेटी बनाकर समस्या के समाधान किए जाने चाहिए। मैंने हर एक समस्या का समाधान किया है। रात के 12 बजे भी फोन आते थे, उसका समाधान भी किया है। कभी भी छात्रों की समस्या को टालना नहीं चाहिए। अगर उनकी समस्याओं का समाधान निर्धारित समयानुसार नहीं होते हैैं, तो जाहिर सी बात है वह उग्र होंगे, इसलिए ऐसी नौबत न आए। उनकी समस्या का समाधान कर देना चाहिए। - प्रो। पीसी त्रिवेदी, पूर्व वीसी, डीडीयूजीयू

Posted By: Inextlive