Hallmark : 'बीआईएस केयर एप' बताएगा कितना खरा है आपका सोना
गोरखपुर (ब्यूरो)।भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने बीआईएस केयर एप बनाई है, जिसके जरिए आप अपने सोने की क्वालिटी को जांच सकते हैं। बीआईएस केयर एप की मदद से आप आसानी से किसी भी सामान की हॉलमार्किंग या बीआईएस मार्क की जांच कर सकते हैं। यही नहीं अगर आपको ज्वेलरी की क्वालिटी या विश्वसनीयता को लेकर शंका या संदेह है तो आप इसकी शिकायत भी इस एप के जरिए कर सकते हैं। सरकार ने एक अप्रैल से पूरे देश में हॉलमार्क की गई ज्वैलरी ही सेल करने की परमिशन दी है, ऐसे में सभी सराफा कारोबारियों को 31 मार्च तक बिना हॉलमार्किंग की ज्वैलरी के स्टॉक को खत्म करने का समय दिया है। गोरखपुर में अभी तक तीन हालमार्किंग सेंटर है।धोखाधड़ी से बचाएं एप
सरकार ने कस्टमर्स के साथ कोई फ्रॉड न हो, इसके लिए बीआईएस केयर एप पर जोर दे रही है, ताकि कस्टमर्स अपने खून-पसीने की कमाई से खरीदे जाने वाले गोल्ड की गुणवत्ता और शुद्धता की जांच कर सकें। एप में यूजर्स को कई तरह की सुविधाएं मिलती हैं। इस एप की मदद से आप अपने सोने के गहनों की शुद्धता जांचने के साथ-साथ उन सभी चीजों की गुणवत्ता की जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं, जिन पर बीआईएस मार्क का इस्तेमाल होता है। इसके अलावा आप इस एप के जरिए ही शिकायत भी दर्ज करा सकते हैं। एचयूआईडी नंबर से पहचानजैसा कि हम सभी के पास आधार कार्ड है जो हमारी पहचान के लिए है। इसी तरह ज्वेलरी की पहचान के लिए हॉलमार्क यूनिक आईडेंटिफिकेशन (एचयूआईडी) नंबर होता है। एचयूआईडी नंबर एक 6 अंकों का अल्फान्यूमेरिक कोड है जिसमें संख्याएं और अक्षर होते हैं, जिसे ज्वेलर्स की तरफ से दिया जाता है। इस नंबर की मदद से ज्वेलरी से संबंधित सभी जानकारियां आपको मिल सकती हैं। बता दें कि ज्वेलर्स को इसकी जानकारी बीआईएस के पोर्टल पर भी अपलोड करनी होती है।ज्वेलरी पर यह चेक जरूर करें - गोल्ड का कैरेट और शुद्धता- बीआईएस लोगो- हॉलमार्किंग सेंटर की पहचान- ज्वेलर का कोडएप में सुविधाएं और फीचर्स- बीआईएस यानी ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड के मोबाइल ऐप में आप अपने सामान की गुणवत्ता की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए आपको वेरिफाई लाइसेंस डिटेल ऑप्शन में जाना होता है।वेरिफाई एचयूआईडी में जाकर ज्वैलरी का एचयूआईडी नंबर डालकर आप अपने हॉलमार्क वाली ज्वैलरी की शुद्धता का पता लगा सकते हैं।
- बीआईएस केयर एप के जरिए आप देश के किसी भी भारतीय मानक, लाइसेंस और लैब की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए आपको नो योर स्टैंडर्ड में जाना होगा।- hallmarking@bis.org.in अपनी शिकायत ई मेल के जरिए दर्ज करा सकते हैं। मेल से तुरंत सुनवाई होती है।सरकार ने बीआईएस केयर एप कस्टमर्स के लिए बनाया है। इससे कस्टमर्स तुरंत पता लगा सकता है कि यह कितने कैरेट का ज्वेलरी है। साथ ही कहां से इसकी हॉलमार्किंग हुई है। अब सभी ज्वेलरी पर एचयूआईडी लिखी हुई रहती है। इससे पकड़ में आ जाता है आपका सोना कितना खरा है। संजय अग्रवाल, परंपरा जेम्स एंड ज्वेलर्सबीआईएस केयर बहुत ही कटस्मर्स के लिए फायदेमंद। एप धोखाधड़ी से बचाएं आपको पूरा खरा सोना मिलेगा। कोई भी शंका अगर गोल्ड पर दिख तो तुरंत शिकायत कर सकते है। बीआईएस अधिकारी दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।नीरज सराफ, अलंकार ज्वेलर्स