गोरखपुर शहर तेजी से बदल रहा है. युवा नौकरी खोजने में समय जाया न कर खुद का कारोबार करने की दिशा में कदम बढ़ा चुके हैं. अपने आप को एक सफल एंटरप्रेन्योर बनाने के लिए कठिन परिश्रम कर रहे है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। इसका परिणाम यह है कि गोरखपुर में 251 नए यूनिट की ओपनिंग होने वाली है। कुछ की हो भी गई है। पिछले छह साल के आंकड़े इसकी गवाही दे रहे हैं। गोरखपुर में में 2020-21 के बाद हर साल चार से पांच हजार युवाओं ने अपना कारोबार शुरू किया। हर साल हजार लोगों को रोजगार मिला। इस काम में सूक्ष्म, लघु और मध्यम विभाग मददगार बना है। इस दीपावली तक शुभ मूहूर्त में कम से कम 251 से ज्यादा युवा अपना कारोबार शुरू करने जा रहे हैं। इनमें फूड इंडस्ट्री पर काम करने वालों को अच्छे ऑर्डर मिलने वाले हैं। स्वरोजगारी बनने से मध्यम वर्ग की आर्थिक स्थिति सुधर रही है। शहर की इकोनॉमी में भी बढ़ रही है। जीडीपी में ग्रोथ


बीते छह सालों में यहां बदलाव सिर्फ इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के क्षेत्र में ही नहीं दिखता। बल्कि समग्र रूप में लोकल इकोनॉमी में भी परिलक्षित होता है। इसे बदलती लाइफ स्टाइल, उद्योग क्षेत्र में बढ़ी चहल पहल में भी महसूस किया जा सकता है। बहरहाल, बात जब अर्थव्यवस्था से जुड़ी होती है तो इसे स्पष्ट करने के लिए फैक्ट फिगर की जरूरत होती है। जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) में जबरदस्त प्रदर्शन करने वाले उत्तर प्रदेश में वर्ष 2021-22 में गोरखपुर का जिला सकल घरेलू उत्पाद 35383.22 करोड़ रुपए रहा। जबकि एक ही साल पूर्व वर्ष 2020-21 में यह 31239.24 करोड़ रुपए था। यानी एक साल में ही जिला सकल घरेलू उत्पाद में चार हजार करोड़ रुपए से अधिक का इजाफा। देखें तो यह वृद्धि 13 फीसद से अधिक की है।गोरखपुर मंडल में निवेश प्रस्तावजनपद एमओयू प्रस्तावित निवेश रोजगारगोरखपुर 381 1,78,326.40 2,04,866देवरिया 304 2096.39 6603कुशीनगर 218 2458.67 22,452महराजगंज 192 2258.15 11942(नोट: प्रस्तावित निवेश की राशि करोड़ रुपए में है.)15 करोड़ अधिक का ऑर्डर

गोरखपुर के व्यापारियों की मानें तो 25 फूड इंडस्ट्री त्योहारी सीजन में पूरे मंडल में मिठाइयों की डिलेवरी को तैयार हैं। गोरखपुर के साथ उन्हें पूरे पूर्वांचल का भी आर्डर मिला है। कई उद्यमी स्वदेशी झालरें बना रहे हैं। गोरखपुर, बस्ती, देवरिया, संतकबीर नगर और अन्य जिलों सें आर्डर मिला है। दिवाली पर गोरखपुर से करीब 15 से 25 करोड़ के सजावटी सामान के कारोबार होने की उम्मीद है। इसके अलावा प्लास्टिक बोतल, बेकरी, केमिकल, फूड आइटम्स, आर्टिफिशियल ज्वेलरी, पैकिंग, नोट बुक मेकिंग आदि के काम यहां हो रहे हैं। इस साल 251 यूनिट लग रही हैं, जिसमें 10,090.77 करोड़ का निवेश हो रहा है। समस्त से 33,743 लोगों को रोजगार मिलेंगे। ईमानदारी और मेहनत से काम करने वाले युवा सफल उद्यमी बन रहे हैं। गौरव मिश्रा, जीएम, जिला उद्योग केंद्र 2023 में स्टूडेंट्स लस्सी को एक नई पहचान मिली। यूनिवर्सिटी कैंपस के साथ ही बाहर भी इसका आउटलेट ओपन हुआ जिसको पब्लिक ने काफी सपोर्ट किया। अब आगे इसे और एक्सपेंड करने की तैयारी है।दीपक यादव, फाउंडर, स्टूडेंट्स लस्सी

Posted By: Inextlive