पेंशन में फंसा 'आधार' का पेंच
- जिले में विभिन्न योजनाओं के पेंशनर्स का एकाउंट आधार कार्ड होना है लिंक
- एक बार बीत चुकी है समय सीमा लेकिन 25 परसेंट पात्रों का भी खाता नहीं हो पाया लिंक GORAKHPUR: विभिन्न पेंशन योजनाओं के करीब डेढ़ लाख लाभार्थियों की पेंशन 'आधार' के पेंच में फंसती नजर आ रही है। प्रदेश सरकार ने इस वर्ष पेंशन धारकों के खाते आधार कार्ड से लिंक होने के बाद ही उन्हें पेंशन देने का निर्णय लिया है। इस आदेश का हर हाल में पालन कराने की बात की गई है। आधार कार्ड से लिंक न होने के कारण विभिन्न योजनाओं से जुड़े ग्रामीण इलाकों के करीब एक लाख से ज्यादा लाभार्थियों को पेंशन का लाभ नहीं मिल सकेगा। बेअसर रही हर कोशिशपेंशन के लाभार्थियों को आधार कार्ड से लिंक करने के लिए संबंधित विभागों की ओर से लगातार कोशिश की गई। अभियान चलाने के साथ ही डेट भी बढ़ाई गई, लेकिन अब तक 20 परसेंट लाभार्थियों के खाते भी आधार कार्ड से लिंक नहीं हो सके। जिला प्रोबेशन कार्यालय की ओर से इसके लिए जिले भर में अभियान भी चलाया गया। वहीं समाज कल्याण, जिला विकलांग कल्याण की ओर से ग्राम प्रधानों को बताने के साथ कई प्रयास किए गए, लेकिन विभागों की हर कोशिश बेकार होती दिख रही है।
नहीं बना है आधार कार्ड इस काम के लिए जब अफसर ग्रामीणों से मिले तो यह बात सामने आई कि विभिन्न योजनाओं के ज्यादातर पेंशन के लाभार्थियों का आधार कार्ड बना ही नहीं है। जिसकी वजह से वे अपना आधार कार्ड नंबर खाते से लिंक नहीं कर पा रहे हैं। विकलांग कल्याण विभाग की ओर से ब्लॉकों में कैंप भी लगाया गया। वहां भी यही समस्या आई और पेंशन लाभार्थियों का आधार कार्ड न होने के कारण कैम्प भी असफल रहा। योजना लाभार्थी आधार कार्ड से लिंक विधवा पेंशन 42500 6500 वृद्धा पेंशन 68000 12000 विकलांग पेंशन 20840 4410पेंशन के लाभार्थियों का एकाउंट आधार कार्ड से लिंक करने के लिए सरकार का आदेश आया है। इसके लिए ब्लॉकों में जनवरी से ही कैम्प लगाया गया। इसके बावजूद बड़ी संख्या में लोगों ने आधार कार्ड नहीं बनवाया। जो खाते लिंक नहीं हुए हैं, उनको अब पेंशन का लाभ नहीं मिल पाएगा।
-समर बहादुर, जिला प्रोबेशन अधिकारी दिव्यांगों के खाते को आधार कार्ड से लिंक करने के लिए गांवों में कैम्प लगाया गया। विभिन्न माध्यमों से उन इस बात को पहुंचाया भी गया, लेकिन अभी काफी कम लोगों के खाते आधार कार्ड से लिंक हो पाए हैं। -मधुरेंद्र पर्वत, जिला विकलांग कल्याण अधिकारी