शहर में 'मौत की सवारी' बन दौड़ रहीं प्राइवेट अनफिट एम्बुलेंस
गोरखपुर (ब्यूरो).बरेली हादसे के बाद दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने प्राइवेट एम्बुलेंस का रियलिटी चेक किया तो सामने आया कि अस्पतालों के आसपास खड़ीं कुछ एम्बुलेंस का फिटनेस एक्सपायर हो चुका है। बावजूद इसके पेशेंट्स को ढो रहे हैं। केस-1: बैंक रोड पर विंध्यवासिनी कॉलोनी स्थित हॉस्पिटल के पास खड़ी एम्बुलेंस UP53CT8986 का फिटनेस 30 दिसंबर 2016 को ही एक्सपायर हो चुका है। इसके बाद भी यह गाड़ी पेशेंट ढोने का काम कर रही है।केस-2: तारामंडल में खड़ी एम्बुलेंस UP53BT8595 का फिटनेस 19 मई 2022 को एक्सपायर हो चुका है, इसके बावजूद भी वाहन चालक इससे मरीज को लखनऊ ले जाने के लिए तैयार दिखे। उन्होंने कहा कि वे 4 घंटे में मरीज को पहुंचा देंगे। दौड़ रहीं 213 अनफिट एम्बुलेंस
आरटीओ कार्यालय से मिले आंकड़ों के अनुसार गोरखपुर में कुल 454 प्राइवेट एम्बुलेंस रजिस्टर्ड हैं। इन रजिस्टर्ड एम्बुलेंस में से 213 एम्बुलेंस का फिटनेस एक्सपायर हो चुका है। अनफिट होने के बाद भी यह एम्बुलेंस सड़क पर दौड़ रहीं हैं, जिससे पेशेंट व अटेंडेंट की जिंदगी के साथ खिलवाड़ हो रहा है।वसूलते हैं मनमाना किराया
शहर में दौड़ रही प्राइवेट एम्बुलेंस का कोई किराया निर्धारित नहीं है। सब आदमी की मजबूरी का फायदा उठाकर मनमाना किराया वसूलते है। जब निखिल तिवारी नामक युवक ने पेशेंट का रिश्तेदार बन एम्बुलेंस का किराया पूछा तो अलग-अलग ड्राइवर्स ने अपने हिसाब से मनमाना किराया बताया। एक ने वेंटिलेटर युक्त एम्बुलेंस को लखनऊ पेशेंट ले जाने के लिए 11,000 रुपए मांगे। वहीं, दूसरे ने 9500 रुपए। नार्मल एम्बुलेंस के लिए 5000 से लेकर 7000 तक की डिमांड रही। जिन गाडिय़ों की फिटनेस खत्म हो गई है। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 213 अनफिट एम्बुलेंस को चिन्हित कर चालान किया जाएगा।श्यामलाल, एआरटीओ प्रशासन फैक्ट फीगर454 प्राइवेट एम्बुलेंस हैं रजिस्टर्ड 213 एम्बुलेंस का फिटनेस एक्सपायर 5000 से लेकर 11 हजार तक लखनऊ का वसूलते हैं किराया