गोरखपुर में हरियाणा से आकर एक गिरोह जालसाजी और जहरखुरानी की घटनाओं को अंजाम दे रहा था. कैंट पुलिस ने गिरोह के दो सदस्यों को गुरुवार दोपहर मोहद्दीपुर की नहर पुलिया के पास से अरेस्ट कर लिया. जबकि उनका एक साथी फरार हो गया. गिरोह के लोग अब तक 30 लोगों के एटीएम कार्ड बदलकर रुपए की निकासी कर चुके हैं. इन लोगों ने पश्चिम बंगाल में भी घटनाओं को अंजाम दिया है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। निवासी हांसी रामसिंह कॉलोनी भिवानी रोड थाना हांसी के रूप में हुई है। इनके पास से पुलिस ने 60 ग्राम स्मैक, विभिन्न बैंकों के 30 एटीएम कार्ड बरामद किए हैं। कैंट पुलिस ने दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट और जालसाजी के आरोप में केस दर्ज कर जेल भिजवा दिया। एसपी सिटी ने बताया, इनका तीन लोगों का गिरोह है। फरार हुए तीसरे साथी की तलाश की जा रही है। तीनों गोरखपुर के मोहद्दीपुर में कार से सुबह आए थे और पहली घटना को अंजाम दे रहे थे। अभी यह एक बुजुर्ग व्यक्ति का एटीएम बदलने का प्रयास कर रहे थे कि उन्होंने शोर मचा दिया। इसके बाद दोनों पकड़े गए। वहीं तीसरा साथी जो आई-10 कार चला रहा था। वह कार सहित फरार हो गया।2 साल से एक्टिव था गिरोह
एसपी सिटी ने बताया, इनका गिरोह पिछले दो साल से एक्टिव था। इन लोगों ने यूपी के लखनऊ, सहित पश्चिम बंगाल में भी घटनाओं को अंजाम दिया है। ये लोग एटीएम रूम में पहले से पहुंचते हैं। खड़े होकर बुजुर्ग व्यक्तियों का इंतजार करते हैं जो एटीएम चला नहीं पाते हैं। उसके बाद गिरोह का एक सदस्य मदद करने पहुंच जाता है और एटीएम कार्ड बदल देता है और फिर उस व्यक्ति के खाते से पैसे निकाल लेते हैं। साथ ही ये लोग उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों और अन्य राज्यों में जाकर स्मैक की बिक्री भी करते हैं। ये लोग राजेश के साथ मिलकर नशीला पदार्थ लोगों को खिला देते हैं और एटीएम कार्ड का पासवर्ड जान लेते हैं। कार्ड को बदलकर पैसे निकाल लेते है।

Posted By: Inextlive