विदेश में जॉब दिलाने के नाम पर हड़पे 2.50 लाख
गोरखपुर (ब्यूरो)। अलीम ने दी तहरीर में बताया है कि गुलाम महफूज से मुलाकात होने पर उसने बताया कि उनके दोस्त सदरे आलम के पास सऊदी अरब में ड्राइवर के पद का वीजा है। सैलरी 45 हजार रुपये (भारतीय) प्रतिमाह है। वीजा मेरे पास आया है, लेकिन इसके बदले 90 हजार रुपये और मेडिकल के लिए 10 हजार रुपये देने होंगे। इस प्रक्रिया को करने के लिए एक महीने का समय लगेगा। विश्वास में आकर अलीम ने 50 हजार रुपये नकद दे दिए। 26 अगस्त को गुलाम महफूज ने गोलघर बुलाकर कहा कि 15 दिन में वीजा लग जाएगा। 17 सितंबर को सदरे आलम ने बताया कि वीजा लग गया है। 30 हजार रुपये तत्काल चाहिए। रुपये मिलने के बाद उसने मोबाइल फोन बंद कर लिया। थाना प्रभारी रणधीर मिश्र ने बताया कि केस दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
बताया गया है कि तेनुआ के गुड्डू कन्नौजिया को विदेश भेजने के नाम पर बुलंदशहर नया धमेड़ा के सलमान ने 1.50 लाख रुपये ले लिए। पीडि़त की तहरीर पर गीडा पुलिस ने आरोपित के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है। गुड्डू ने बताया कि रिश्तेदार शिवबदन के कहने पर मलेशिया जाने के लिए सलमान ने दो लाख रुपये की मांग की थी। यूपीआइ के माध्यम से उसके खाते में 1.35 लाख रुपये भेज दिया गया। साथ ही मेडिकल के लिए 15 हजार रुपये नकद दिया। 25 जुलाई, 2023 को कोलकता जाने के लिए कहते हुए बताया गया कि 28 जुलाई को वहीं से फ्लाइट है। वहां पहुंचने पर सलमान ने बैंकाक का टूरिस्ट वीजा और पासपोर्ट दे दिया। एयरपोर्ट के अंदर जाने पर पता चला कि वीजा फर्जी है।