- एडी ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज में जागरूकता कैंप

- सिस्टम अच्छा पर लोगों में अवेयरनेस की कमी

GORAKHPUR : बेटियां अब अत्याचार नहीं सहेंगी। अपमान होने पर मुंहतोड़ जवाब देंगी। चुप रहना, सहन करना और चीजों को नजरअंदाज करना उनकी मजबूरी नहीं होगी। महिलाओं के साथ अपराध की शुरूआत छेड़छाड़ से होती है। नवरात्र पर एडी ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज में बेटियों ने इसका शपथ लिया। मौका था प्रदेश सरकार के विमन पावर लाइन की सेवा 1090 के जागरूकता कैंप का, जिसमें बेटियों ने उन अपराधों से निपटने के गुर सीखें जिनसे वो रोजाना रूबरू होती हैं।

छेड़छाड़ से होती है शुरूआत

डिजिटल प्रेजेंटेशन के माध्यम से विमन पावर लाइन 1090 के प्रदेश प्रभारी कुंवर राघवेंद्र प्रताप सिंह ने कार्यक्रम में जानकारी दी। बताया कि छेड़छाड़ से महिला अपराध की शुरूआत होती है। चुप रहने, सहने और चीजों को नजरअंदाज करने से बात बढ़ती है। चीजों को झेलने की वजह से लड़कियां, महिलाएं और युवतियां पोस्ट स्ट्रेसमेटिक डिसऑर्डर की शिकार हो जाती हैं। समाज और परिवार का डर दिखाकर उनको चुप रहने पर मजबूर किया जाता है। ऐसे में छेड़छाड़, उत्पीड़न की शिकार महिलाओं को 1090 से मदद दी जा रही है। पीडि़त की पहचान गोपनीय रखते हुए प्रशिक्षित महिला पुलिस कर्मचारी शिकायत सुनती हैं। समस्या के समाधान तक टीम पीडि़त के साथ होती है। पूरे प्रदेश में एक नंबर से पीडि़त अपनी शिकायत दर्ज कराकर मदद ले रही हैं।

रिचार्ज वाले भैया से रहें सजग

प्रभारी ने बताया कि छात्राओं, युवतियों और महिलाओं को सबसे ज्यादा मोबाइल फोन पर परेशान किया जाता है। मोबाइल रिचार्ज की दुकानों से नंबर लीक होता है। थोड़े से लालच में रिचार्ज, ई टॉप करने वाले मोबाइल नंबर दूसरों को देते हैं। इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए किसी भरोसेमंद दुकान से मोबाइल रिचार्ज कराएं। किसी अंजानी कॉल को न उठाएं तथा अननोन नंबर की मिस कॉल पर कॉलबैक करने से बचें। उन्होंने कहा कि फेसबुक एकाउंट के यूज में लापरवाही भारी पड़ती है। प्रोफाइल से पिक उठाकर सिरफिरे उसका गलत इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने इससे संबंधी सुरक्षा सतर्कता के बारे में जानकारी दी।

खराब लगे तो टोकिए

पॉवर विमन लाइन पर फोन से परेशान करने, सोशल मीडिया के दुरुपयोग करने के अलावा पब्लिक प्लेस पर छेड़छाड़ की शिकायतें ज्यादा मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि पब्लिक प्लेस पर कुछ भी खराब लगे तो बेटियां उस पर टोकने की आदत डालें। उदाहरण देते हुए बताया कि टेंपो में बैठने के बाद कई बार ऐसी घटनाएं होती हैं। इसलिए बोलना और टोकना जरूरी है। सामने वाले को नजरअंदाज करने के बजाय उससे आंख मिलाकर बात करें तो ज्यादातर समस्याएं दूर हो जाएंगी। इसके अलावा कार्यस्थल पर उत्पीड़न और घरेलू ंिहंसा के संबंध में जानकारी दी।

शक्ति परी रखेंगी चहुंओर नजर

प्रदेश की महिलाओं को शक्ति प्रदान करने के लिए स्कूलों, कॉलेज में 10वीं क्लास से ऊपर की छात्राओं को शक्ति परी बनाया जाएगा। उनको विशेष पुलिस अधिकारी का दर्जा दिया जाएगा। ताकि शक्ति परियां कॉलेज, आने जाने वाले रास्तों, अपने आसपास के वातावरण के महिला संबंधी अपराधों पर नजर रख सकें। 1090 पर संपर्क करके सहायता उपलब्ध करा सकें।

सिस्टम अच्छा अवेयरनेस की कमी

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डीआईजी आरके चतुर्वेदी ने कहा कि सेवा 1090 का सिस्टम अच्छा है। लेकिन अवेयनेस की कमी से प्रभाव ज्यादा नहीं हो पा रहा है। शहरों, कस्बों में लोग इसके बारे में जानते हैं। लेकिन गांवों में इसके प्रचार-प्रसार की जरूरत है। कार्यक्रम में डीएम रंजन कुमार, एसएसपी लव कुमार, टीम मीडिया एक्सपर्ट के एमडी नागेंद्र कुमार, एडी कन्या इंटर कॉलेज की छात्राएं, टीचर्स और कर्मचारी सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन किरन वासवानी ने किया।

Posted By: Inextlive