‘Yuva don’ in hit list
अब revise होगी young criminals की list
क्राइम। ऐसा शब्द जिसे सुनते ही पुलिस और पब्लिक, सभी के चेहरे पर चिंता की लकीरें खिंच जाती हैं लेकिन इन दिनों ये लकीरें और ज्यादा गाढ़ी हो चली हैं। क्राइम में यूथ का पार्टिसिपेशन बढ़ता ही जा रहा है। हालिया रिकॉर्ड गवाह है कि लूट, डकैती, रेप, चेन स्नैचिंग समेत ज्यादातर मामलों के मास्टर माइंड युवा ही हैं। 2012 में तो कई मामले खुले जिनमें ज्यादातर में युवाओं को गिरफ्तार किया गया। क्रिमिनल एक्टिविटी में युवाओं की बढ़ती संलिप्तता को देखते हुए डीआईजी एलवी एंटनी देवकुमार ने क्राइम कंट्रोल का नया तरीका ईजाद किया है। पूरी रेंज के क्रिमिनल्स की लिस्ट रिवाइज की जाएगी और यंग क्रिमिनल्स का रिकॉर्ड तैयार होगा। डीआईजी ने सभी जिलों के एसएसपी को इस संबंध में एक आदेश भी पारित किया है। वैरीफिकेशन के बाद एक्टिव क्रिमिनल्स की अरेस्टिंग सुनिश्चित कराई जाएगी। अरेस्टिंग की अपडेट भी डेली ली जाएगी।मंगाया सीआर-4 का डाटा
मिली जानकारी के अनुसार, बरेली रेंज के सभी जिलों के सीआर-4 का डाटा सॉफ्टवेयर में फीड कर लिया गया है। इसमें हर तरह की क्राइम एक्टिविटी में शामिल क्रिमिनल्स का रिकॉर्ड शामिल है लेकिन इनमें से कई ऐसे अपराधी हैं जिनकी मौत हो चुकी है। इसके अलावा कई ऐसे हैं जो जिंदगी के आखिरी पड़ाव पर हैं। इसलिए इस लिस्ट को रिवाइव किया जाएगा। नई प्लानिंग के तहत अब सीआर-4 के सभी क्रिमिनल्स का वैरीफिकेशन कराया जाएगा, जो ऐज के बेस पर होगा। वैरीफिकेशन के बाद युवा क्रिमिनल्स को अलग कैटेगरी में रखा जाएगा और अलग से डोजियर तैयार किया जाएगा। नए तरीके से बनेगा डोजियरडोजियर में क्रिमिनल्स का पूरा रिकॉर्ड रखा जाएगा। इसके तहत क्रिमिनल का नाम, पिता का नाम, उम्र, पता व रिश्तेदारों का नाम लिखा जाएगा। इसके अलावा वह कौन-कौन सी क्रिमिनल एक्टिविटी में शामिल रहा और कितनी बार जेल जा चुका है, इसका भी रिकॉर्ड रखा जाएगा। डीआईजी ने सभी जिलों को इस संबंध में आदेश पारित किया है। आदेश के तहत सभी जिलों को अपने डिस्ट्रिक्ट के क्रिमिनल्स का रिकॉर्ड तैयार कर रेंज ऑफिस में भेजने के लिए कहा गया है। रिकॉर्ड तैयार होने के बाद सभी जिलों को एक्टिव व फरार युवा क्रिमिनल्स की अरेस्टिंग भी सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया है।बरेली नंबर 2 पर
सीआर-4 रिकॉर्ड के मुताबिक, बरेली पुलिस के पास 111 डकैतों, 326 लुटेरों व 134 चेन स्नैचर समेत अन्य अपराधियों का रिकॉर्ड मौजूद है। बरेली में पेशेवर हत्यारों की संख्या दूसरे नंबर पर है। बदायूं में सबसे ज्यादा 500 ऑटो लिफ्टर, पीलीभीत में 751 लुटेरे व शाहजहांपुर में सबसे ज्यादा 149 चेन स्नैचर हैं। चेन स्नैचिंग में दूसरे नंबर पर बरेली का ही स्थान है। वहीं पीलीभीत में डकैतों की संख्या सबसे अधिक 360 है।दिसंबर 2012 के लास्ट वीक में गिरफ़तार 29 दिसंबर कैंट में क्लास 6 की छात्रा के साथ 25 वर्षीय प्रेम सिंह ने दो दिन तक बंधक बनाकर रेप किया। परिजनों ने आरोपी की धुनाई कर किया पुलिस के हवाले।27 दिसंबर कैंट पुलिस ने डिमांड पर ऑटो लिफ्टिंग करने वाले चार आरोपियों गुड्डू कश्यप, गौतम मिश्रा, शरीफ अहमद व लाखन सिंह को किया गिरफ्तार।25 दिसंबर बारादरी में स्टेडियम रोड पर चार छात्राओं से छेड़खानी व अपहरण का प्रयास करने वाले चार लड़के छत्रपाल सिंह, अनुज मिश्रा, रोहित व अमजद पकड़े गए। 25 दिसंबर बारादरी के घेर मोहल्ला में चोरी करने वाला 25 वर्षीय अमित पकड़ा गया।23 दिसंबर कोतवाली एरिया में बियर शॉप के सेल्समेन के साथ मारपीट करने के आरोप में इनवर्टिज के चार छात्र पकड़े गए। चार जिलों का सीआर-4 रिकॉर्ड डिस्ट्रिक्ट डकैत लुटेरे गुंडा टैक्स फिरौती/अपहरण वाहन चोर पेशेवर हत्यारे चेन स्नैचर
बरेली 111 326 16 20 30 4 134 बदायूं 91 746 37 139 500 10 9 पीलीभीत 360 751 43 43 146 3 3 शाहजहांपुर 128 490 1 166 322 0 149नई प्लानिंग के तहत अब सीआर-4 के क्रिमिनल्स का वैरीफिकेशन कराया जाएगा, जो ऐज के बेस पर होगा। युवा क्रिमिनल्स का रिकॉर्ड तैयार किया जा रहा है। सभी जिलों से सीआर-4 रिकॉर्ड से युवा क्रिमिनल्स का वैरीफिकेशन कराने का आदेश दिया गया है। रिकॉर्ड तैयार होने के बाद इन क्रिमिनल्स की अरेस्टिंग सुनिश्चित की जाएगी। -एलवी एंटनी, देवकुमार , डीआईजी बरेली रेंज