क्या आपने भुट्टा थाना का नाम सुना है
यूपी पुलिस के कई थानों के नाम ऑनलाइन गलत
बरेली का भुता बना भुट्टा तो देवरनिया बना देवरानी सभी जिलों के कप्तान को सही नाम की लिस्ट भेजने के आदेश BAREILLY: क्या आपने बरेली में भुट्टा थाना देखा है? क्या आपने देवरानी थाने का नाम सुना है? अब आप सोच रहे हैं कि हम किन थानों की बात कर रहे हैं। हम बरेली डिस्ट्रिक्ट के ही थानों की बात कर रहे हैं, जिनके असली नाम का ऑनलाइन थानों की लिस्ट में लोचा हो गया है। बरेली ही नहीं पूरे यूपी में यह गड़बड़ी हुई है। क्या है पूरा मामला और इसे सुधारने के लिए क्या हो रही कार्रवाई आइए बताते हैं। एफआईआर में आता है नाम गलतयूपी के क्ब्म्क् पुलिस स्टेशन को सीसीटीएनएस के तहत ऑनलाइन किया गया है। इन थानों के नाम सर्वे कराने के बाद ही साफ्टवेयर में फीड किए गए थे। लेकिन इन थानों के नाम में काफी बड़ी गड़बड़ी हुई है। जिसके चलते ऑनलाइन एफआईआर में भी थाना का नाम गलत लिखकर आ रहा है। आने वाले वक्त में पीडि़त को कोर्ट में भी इस गलती का नुकसान उठाना पड़ सकता है।
इन थानों के नाम में गड़बड़ीबरेली डिस्ट्रिक्ट में भी ख्9 थानों हैं जिनमें से कई थानों में गड़बड़ी देखने को मिली हैं। इनमें दो थाने सिटी के थाने हैं। सिटी में आने वाले थानों में सर्किल तीन के तहत आने वाले बारादरी को बरदरी और सर्किल फोर में आने वाले थाने बिथरीचैनपुर को बिठारी चैनपुर कर दिया गया है। इसी तरह रूरल एरिया में भुता थाना को भुट्टा, क्यूलडि़या को क्यूलारिया, देवरनिया को देवरानी किया गया है। इसके अलावा फतेहगंज वेस्ट और फतेहगंज ईस्ट को हिंदी में भी सेम लिखा है जबकि हिंदी में फतेहगंज पश्चिमी और फतेहगंज पूर्वी लिखा जाता है। इसके अलावा सीबीगंज का भी पूरा नाम कलेक्टर बक गंज लिखा गया है।
दूसरे जिलों में भी थानों की एंट्री थानों के नाम में गड़बड़ी के साथ ही एक जिले के थानों की दूसरे जिले में एंट्री की गई है। इसकी वजह नए जिलों का बाद में बनना है, क्योंकि जब पहले सर्वे हुए थे तब वह थाने पुराने जिले में ही थे। इसके चलते संतकबीर नगर जिले का थाना सितारगंज में फीड है तो संभल का थाना मुरादाबाद और अमेठी का थाना किसी और जिले में है। यही नहीं जिले में कई आउट पोस्ट चौकियों को भी थाने में डाल दिया गया है।सभी जिलों से सर्वे कर दोबारा मांगे गए नाम
इस बड़ी गलती को सही करने के लिए यूपी पुलिस के टेक्निकल सर्विस डिपार्टमेंट ने पूरी तैयारी कर ली है। डीआईजी टेक्निकल सर्विस डीके चौधरी ने सभी जिलों के कप्तान से अपने डिस्ट्रिक्ट के थानों का सर्वे कराकर उसका सही नाम हिंदी और इंग्लिश में भेजने का निर्देश दिया है। सही नाम आने के बाद इन्हें साफ्टवेयर में फीड किया जाएगा। यूपी के कई जिलों के थानों के नाम में कई गलतियां है। सभी जिलों के कप्तान को सर्वे कर सही नाम भेजने का निर्देश दिया है। डीके चौधरी, डीआईजी टेक्निकल सर्विस यूपी पुलिस