बिना नशे की जांच ट्रेनें दौड़ा रहे लोको पायलट
-जंक्शन पर लोको पायलट लॉबी में दो ब्रीद एनालाइजर 17 नंवबर से खराब
-रेलवे के सुरक्षा संरक्षा के नियम हवा मे हजारों पैसेंजर्स की सुरक्षा से खिलवाड़BAREILLY: बरेली जंक्शन एक बार फिर रेलवे सुरक्षा एवं संरक्षा नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाने की नजीर पेश कर रहा है। जिस स्टेशन से रोजाना भ्0 हजार से ज्यादा मुसाफिर सफर तय करते हो और रेलवे को हर महीने म् करोड़ से ज्यादा की आमदनी होती हो, उसी जंक्शन पर रोजाना हजारों पैसेंजर्स की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। ए कटेगरी वाले जंक्शन में ट्रेनों को दौड़ाने से पहले की जाने वाली लोको पायलट्स की शराब की जांच पिछले डेढ़ महीने से ठप है। लोको पायलट्स के लिए ट्रेन चलाने से पहले की जाने वाली ब्रीद एनालाइजिंग टेस्ट नहीं की जा रही। इससे मुसाफिरों की सुरक्षा को जोखिम में तो डाला ही जा रहा है, वहीं जिम्मेदार अधिकारी भी पूरे मामले में बेसुध पड़े हैं।
ब्रीद एनालाइजर मशीन खराबजंक्शन पर लोको पायलट लॉबी में ट्रेन पर ड्यूटी करने से पहले लोको पायलट्स की नशे की अनिवार्य जांच किए जाने का नियम है। इसके लिए लोको पायलट लॉबी में दो ब्रीद एनालाइजर मशीनें लगाई गई थी। लेकिन पिछले साल नवंबर से दोनों मशीनों में दिक्कत आने लगी। इन्हें सही कराए जाने के लिए मुरादाबाद मंडल को सूचित किया गया। क्7 नवंबर को कोलकाता से एक टीम आई और उसने दोनों ब्रीद एनालाइजर मशीन को सही कराने के लिए अपने साथ ले गई। जिसके बाद से ही जंक्शन पर बिना लोको पायलट्स की जांच किए ही उन्हें ट्रेन दौड़ाने की ड्यूट दी जा रही।
बिना जांच क्ख्7 लोको पायलट्स की ड्यूटी जंक्शन से रोजाना करीब ख्00 ट्रेनों का सफर तय होता है। जिसके लिए क्ख्7 लोको पायलट्स की ड्यूटी लगती है। इनमें से 90 लोको पायलट्स की ड्यूटी मालगाड़ी में लगाई जाती हैं। वहीं फ्7 लोको पायलट्स की ड्यूटी बरेली से ओरिजिनेट होने वाली ट्रेनों व अन्य ट्रेनों पर लगाई जाती है। बरेली से आला हजरत, बरेली-दिल्ली, बरेली-प्रयाग, बरेली-वाराणसी, बरेली-लोकमान्य, त्रिवेणी, बरेली इंटरसिटी, त्रिवेणी लिंक व बरेली-इंदौर एक्सप्रेस सहित करीब दो दर्जन से ज्यादा ट्रेनों का संचालन होता है। ड्यूटी पर शराबी लोको पायलट्स जंक्शन पर शराब के नशे में ड्यूटी पर आने और ट्रेन दौड़ाने से पहले किए गए ब्रीद एनालाइजिंग टेस्ट में कई लोको पायलट्स पकड़े गए हैं। साल ख्0क्ब् में ही ऐसे करीब आधा दर्जन केसेज सामने आए जब ब्रीदएनालाइजिंग टेस्ट में ऑन ड्यूटी लोको पायलट्स पकड़े गए। कुछ मामलों में लोको पायलट्स ने ड्यूटी पर शराब पीने के बावजूद नशे में होने को नकारा और ट्रेन चलाने को हंगामा किया। हालांकि रेलवे मुरादाबाद मंडल की ओर से दोषी लोको पायलट्स के खिलाफ चालान कर कार्रवाई भी कई, लेकिन पिछले डेढ़ महीने से रेलवे अधिकारी ही बिना ब्रीद एनालाइजिंग टेस्ट के ट्रेन चलाने पर आंखे मूंदे हैं।
------------------- ब्रीद एनालाइजिंग मशीन खराब होने पर बिना नशे की जांच किए ही लोको पायलट्स को ट्रेन पर ड्यूटी नहीं दी जा सकती हैं। ऐसा कराया जाना गलत है। जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। - सुधीर अग्रवाल, डीआरएम मुरादाबाद मंडल --------------------------------