Bareilly:कड़ाके की ठंड ने तीन लोगों की जान ले ली. बरेली के अलग-अलग इलाकों में ठंड की वजह से तीन लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मरने की वजह ठंड लगना क्लीयर हो चुका है. हालांकि प्रशासन की तरफ से इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.

डेडबॉडी को कब्जे में लिया
प्रेमनगर थाना एरिया में जाटवपुरा स्थित महावीर एंक्लेव के पास ट्यूजडे सुबह 70 साल का एक व्यक्ति मृत पड़ा हुआ था। राहगीरों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर डेडबॉडी को उलट-पलट कर देखा गया तो कहीं भी चोट के निशान नहीं मिले। उनकी शिनाख्त नहीं हो पाई है। वह स्लेटी कलर की जैकेट, ब्लैक स्वेटर और ग्र्रीन कलर का पायजामा पहन रखा है। पुलिस ने डेडबॉडी को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बताया जा रहा है कि उनकी मौत ठंड की वजह से हुई है. 
वेंडर्स ने दी सूचना
बरेली जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर 5 पर 45 साल के एक युवक की डेडबॉडी मिली। इसकी जानकारी जीआरपी को दी गई। जंक्शन पर काम करने वाले वेंडर्स ने बताया कि मरने वाला व्यक्ति स्टेशन और उसके आस-पास एरिया में घूमता रहता था। ट्यूजडे सुबह 8 बजे के करीब उसकी डेडबॉडी प्लेटफार्म नंबर 5 पर पड़ी मिली। जीआरपी ने डेडबॉडी को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मरने वाले ने ब्लू कलर की पैंट और ह्वïाइट कलर की शर्ट पहन रखी थी। उसकी मौत का रीजन भी ठण्ड लगना बताया गया है।
दुकानदार ने जलाई आग
इसी तरह किला पुल के उस पार साईं स्टैंड के पास एक अज्ञात व्यक्ति की डेडबॉडी मिली। इसकी सूचना किला चौकी इंचार्ज केके दीक्षित को दी गई। वह मौके पर पहुंचे और डेडबॉडी को कब्जे में ले लिया। जब साईं बस स्टैंड के पास रहने वालों से पूछताछ की गई तो पता चला कि मरने वाला कई महीने से इसी इलाके में रहता था। वह मेंटली डिस्टर्व था और भीख मांग कर अपना पेट पालता था। ट्यूजडे सुबह वह ठण्ड से बुरी तरह कांप रहा था। इसलिए राहगीरों से चाय पिलाने की डिमांड कर रहा था। उसकी ठण्ड दूर करने के लिए एक दुकानदार ने पुआल और कुछ लकडिय़ां जलाकर आग जलाई। आखिरकार आग बुझने के कुछ देर बाद ही ठण्ड से तड़प रहे व्यक्ति की मौत हो गई। ठण्ड की वजह से मरने वाला व्यक्ति खुद को मुरादाबाद का निवासी और पेशे से नाई बताता था।

ठंड को न करें चैलेंज

ठंड का प्रकोप अब बरेली में भी नजर आ रहा है। तेज ठंड और कोहरे ने बरेली में ट्यूजडे को तीन लोगों की जान ले ली। ऐसे में इस सीजन के दौरान लोगों को अपनी सेहत का विशेष ख्याल रखना चाहिए। डॉक्टर्स की माने तो केवल सीने को गर्म कपड़ों से ढक लेना ही काफी नहीं है बल्कि नाक, कान, गला और पैर को ढकना भी बेहद जरूरी है। ठंड में थोड़ी सी लापरवाही लोगों को बेहद परेशान कर सकती है। ठंड को देखते हुए लोगों को इससे लडऩे की भी पूरी तैयारी कर लेनी चाहिए।
बाइक्र्स रखें ख्याल
ठंड की तेजी को देखते हुए बाइक्र्स को अलर्ट होने की बेहद जरूरी है क्योंकि बाइक पर चलाने वाले लोगों को सबसे ज्यादा ठंडी हवा का सामना करना पड़ता है। ऐसे में उन्हें ये ख्याल रखना चाहिए बाइक पर निकलने से पहले उन्होंने सारे बदन पर गरम कपड़ें पहन रखें हो और हाथों में दास्ताने के साथ सिर पर टोपी और पैरों में जूते जरूर पहन रखें हो। वहीं हेल्मेट भी जरूर पहनें।
लोगो-लेटेस्ट अपडेट
आ रहे हैं ठंड से प्रभावित मरीज
इसपर हमने बात की ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉ। सुधीर यादव और फिजीशियन डॉ। सुदीप सरन से। उन्होंने बताया कि रोजाना करीब 50 से 55 पेशेंट ठंड से प्रभावित हो कर हॉस्पिटल में आ रहे हैं। विंटर का सीजन एक ऐसा समय है जिसमें बॉडी का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। फैशन की रेस में शामिल ज्यादातर यूथ को इस सीजन में कपड़ों के सेलेक्शन पर ठीक से ध्यान देना चाहिए।
गर्म पानी से नहाना है फायदेमंद
अगर आप इतनी तेज ठंड में ठंडे पानी से ही नहाते हैं और खुद को काबिल मानते हैं तो ये आपको काफी संकट में डाल सकता है। ठंडे पानी से नहाना आपको निमोनिया, जुकाम और खांसी के साथ हार्ट का भी पेशेंट बना सकता है। डॉक्टर्स की माने तो विंटर के सीजन में गर्म पानी से नहाना ज्यादा फायदेमंद साबित होता है। गर्म पानी का यूज करने से बॉडी का टेंप्रेचर एकदम से चेंज नहीं होता है। ठंडे पानी से नहाना नुकसानदेह साबित हो सकता है।
लोगो डू यू नाउ
ठंड है मौत की वजह
इस सीजन में होने वाली मौत की सबसे बड़ी वजह ठंड है। बॉडी के खुले पार्टस की पैरीफेरल वेसकुलर सतह जब ठंडी हवा के संपर्क में आती है तो इससे बॉडी की सतह पर ब्लड सरकुलेशन में कमी आ जाती है। ब्रेन में हाइपोथेलमस होता है जो टेंप्रेचर को रेग्यूलेट करने का काम करता है। ज्यादा ठंड होने पर बॉडी के टेंप्रेचर को रेग्यूलेट करने में काफी प्रॉब्लम होती है और इसी वजह से लोगों की ठंड से मौत हो जाती है. 
नाक, कान, गला और पैर को ढकना जरूरी
 -विंटर के सीजन में सर्दी, जुकाम और खांसी जैसी बीमारियां ज्यादातर लोगों को परेशान करती हैं।
- ज्यादातर प्रॉब्लम उन बॉडी पार्टस के कारण होती हैं जो ज्यादा समय तक ठंडी हवा के संपर्क में रहते हैं।
- विंटर में बॉडी बहुत तेजी से हीट प्रॉड्यूज करती है। इसके कारण हमें ठंड भी बहुत तेजी से लगती है।
- इस सीजन में वायरस ज्यादा एक्टिव होते हैं इसके कारण सबसे ज्यादा इंफेक्शन लंग्स में होता है।
- नाक, कान और गले में इस सीजन में तेजी से इंफेक्शन फैलता है।

इन चीजों का रखें खास ख्याल-

 - मॉर्डनाइजेशन के जमाने में अपनी सेहत का भी रखें खास ख्याल। बाइक चलाते समय पूरी बॉडी को ठीक से ढकें।
-टोपी, दास्ताने के साथ पैरों में मौजे का प्रयोग जरूर करें।
- कोई भी बीमारी होने पर उसे हलके में न लें।
- बीमार होने पर अपनी मर्जी से कोई दवा न लें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- नहाने और पीने के लिए गर्म पानी का यूज करें।
- ज्यादा ठंड और कोहरे में ओल्ड पर्सन, हाइपर टेंशन, हार्ट और सांस के पेशेंट यदि संभव हो तो बाहर निकलने से करें परहेज।
विटंर के सीजन में मैं अपनी सेहत का खास ख्याल रखता हूं। जहां भी जाता हूं वहां जाने से पहले ये पक्का कर लेता हूं कि कहीं से भी बॉडी खुली न रह गई हो।
- अक्सार, स्टूडेंट
मुझे पता है कि इस सीजन में बीमारियों के फैलने का सबसे ज्यादा खतरा होता है इसलिए कोई रिस्क न लेते हुए मैं बहुत सावधानी रखती हूं।
- अलीशा, स्टूडेंट


मैं विंटर के दौरान उतना ही फैशन करता हूं जितना सेहत के लिए डेंजरस साबित न हो। इसकी पूरी कोशिश करता हूं कि मेरी जरा सी लापरवाही से मुझे आगे जाकर प्रॉब्लम को फेस न करना पडे। इसलिए मैं खुद तो सतर्क रहता ही हूं साथ ही साथ अपने फ्रेंड्स को भी अवेयर करता रहता हूं।
- इमरान, स्टूडेंट
-ठंड में पूरे शरीर को ढक कर रखना बेहद जरूरी है वरना तेज ठंड की वजह से लोगों को तमाम तरह की प्रॉब्लम हो सकती है।
डॉ सुदीप सरन, फिजीशियन


-लोगों को ठंड से बचने के हर संभव तरीके अपनाना चाहिए और ठंडे पानी से सुबह-सुबह नहाने से बिल्कुल बचना चाहिए। ये काफी हानिकारक साबित हो सकता है।
-डॉ। सुधीर यादव, ईएनटी स्पेशलिस्ट

Posted By: Inextlive