- महापुरुषों के नाम से पार्क और चौराहों के पास शराब की दुकानें और लगे हैं एड

- शराब की दुकानें और विज्ञापन शहर को कर रहे शर्मशार, अधिकारी जानकर अनजान

>BAREILLY:

शहर में शराब के विज्ञापन और शराब की दुकानें सिर्फ शिक्षण संस्थानों और मंदिरों के आसपास ही नहीं बल्कि महापुरुषों के द्वार पर भी हैं। जिससे शहर शर्मसार हो रहा है। कितनी शर्म की बात है कि महापुरुषों के नाम से बने पार्क और उनकी प्रतिमा के पास मदिरालय होने से पार्क में पियक्कड़ों की महफिल सजती है। वहीं सब कुछ जानते हुए भी आबकारी विभाग के अफसर अनजान बने हुए हैं। जबकि कई बार स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत भी की लेकिन फिर अधिकारी एक्शन नहीं ले रहे हैं।

पार्क के पास लगे हैं विज्ञापन

शहर पॉश एरिया सिविल लाइंस में बरेली-बदायूं हाईवे पर बड़े-बड़े विज्ञापन लगे हुए हैं। आईसीआईसीआई बैंक के ठीक सामने की शराब की दुकान पर लगे विज्ञापनों से महज चंद कदमों की दूरी पर वीर सेनानी शहीद हेमू कालाणी का स्मारक है। इसके अलावा वीर शहीद हेमू कालाणी पार्क भी बना है। स्थानीय लोगों की मुताबिक पियक्कड़ अक्सर शहीद पार्क में बैठकर महफिल सजाते हैं। इसकी शिकायत जिम्मेदारों से की गई है, लेकिन कुछ नहीं हुआ।

पटेल चौक के पास मदिरायल

शहर के सर्वाधिक व्यस्त चौराहे में से एक को पटेल चौक का नाम सरदार बल्लभ भाई पटेल के नाम से दिया गया है। पटेल चौक से कुछ दूरी पर ही शराब के विभिन्न ब्रांड्स की शराब की दुकानें हैं। इसकी वजह से पियक्कड़ों का जमावड़ा लगा रहता है। दुकान से बाहर खड़े होकर लोग शराब का चस्का लगाने के बाद चौराहा पर पहुंचकर राहगीरों को परेशान करते हैं। कई बार चौराहे पर हाथापाई की भी नौबत आ जाती है। बावजूद इसके विज्ञापनों और दुकानों को नहीं हटाया जा रहा है।

आबकारी विभाग की अनदेखी

सिर्फ इतना ही नहीं शहर के कई ऐसे पार्क और चौराहे हैं। जिन्हें महापुरुषों के नाम से जाना जाता है। इसमें वीर शहीद पंकज अरोड़ा, गांधी पार्क, जवाहर पार्क, शहीद भगत सिंह पार्क, नेहरू पार्क समेत कई अन्य पार्क हैं। जहां शराबियों की महफिल सजती है। आबकारी विभाग की अनदेखी की वजह से पियक्कड़ महापुरुषों के आदर्शो को धता बताने से बाज नहीं आ रहे हैं। दुकानों पर लगे शराब के ग्लैमरस विज्ञापनों को देखकर पहले पियक्कड़ों की भीड़ जुटती है फिर महापुरुषों की प्रतिमाओं के सामने पहुंचकर महफिल सजाते हैं।

Posted By: Inextlive