दो फाड़ हुए विमको कर्मचारी
- फूट डालो राज्य करो की नीति पर आया विमको मैनेजमेंट
- कर्मचारियों को ऑफर देकर वीआरएस लेने पर मजबूर कर रहा मैनेजमेंट BAREILLY: विमको कर्मचारियों में दरार पैदा करने के लिए मैनेजमेंट ने अंग्रेजों की फूट डालो और राज करो की रणनीति को अपनाया। मैनेजमेंट की यह चाल शत फीसद कामयाब भी साबित होती दिख रही है। कर्मचारियों का एक धड़ा वीआरएस लेने पर राजी हो गया है। जबकि दूसरा धड़ा वीआरएस की शर्त से इत्तिफाक नहीं रख रहा है। विरोध कर रहे कर्मचारियों के लिए अच्छी बात यह है कि वीआरएस के पक्ष की संख्या गिनती भर है। ऐसे में, कर्मचारी आरपार की लड़ाई के लिए डटे हुए हैं। लुभावने ऑफर के लिए बनाया काउंटरमैनेजमेंट कर्मचारियों को लुभावने ऑफर देने की पेशकश कर रहा है। जिसकी वजह से कर्मचारी का संगठन टूटते नजर आ रहा है। कर्मचारियों को इस बात का डर सता रहा है कि, कही आईटीआर और रबर फैक्ट्री की ही तरह यहां के कर्मचारियों का भी हश्र न हो। यूनियन के नेता जेपी ने बताया कि, जिनकी नौकरी के दो साल एक साल बचे है वे वीआरएस लेने के पक्ष में है। हालांकि, ऐसे कर्मचारियों की संख्या करीब फ्0 होगी। बाकी कर्मचारियों को भी तोड़ने के लिए मैनेजमेंट वीआरएस के अलावा एक्स्ट्रा पैसे देने की बात कर रहा है।
वीआरएस लेने के लिए बनाया काउंटर यहीं नहीं फैक्ट्री कैंपस में मैनेजमेंट ने काउंटर भी बना दिए है। कैंपस में टोटल 7 काउंटर बनाए गए है। ताकि, कर्मचारी काउंटर पर आकर वीआरएस के लिए अप्लाई कर सके। यहीं नहीं एक काउंटर पेंशन, पीएफ वालों के लिए भी अलग से बनाया गया है। विमको मैनेजमेंट किसी भी तरह से कर्मचारियों को दो गुटों में बांटकर अपनी गोटी सेट करने में लगा हुआ है। हालांकि, यूनियन्स मैनेजमेंट को करारा जवाब देने के लिए पूरी तैयारी में है।