तीन अप्रैल तक महाविद्यालयों को करना होगा आनलाइन सत्यापन. शुरुआत में माइनर सब्जेक्ट को लेकर आई थी समस्या



फैक्ट एंड फिगर
572-महाविद्यालय एमजेपीआरयू से हैं एफिलेटेड
5-मार्च से एमजेपीआरयू ने शुरू किए थे एग्जाम फार्म
30-मार्च तक ऑनलाइन परीक्षा फार्म फिल करने के लिए मौका
31-मार्च से लेट पेमेंट के साथ परीक्षा परीक्षा फार्म कर सकेंगे फिल
500-रुपए देना होगा लेट पेमेंट
2-अप्रैल तक लेट पेमेंट के साथ फार्म फिल करने को मिलेगा मौका
3-अप्रैल तक महाविद्यालयों को फार्म का करना होगा सत्यापन


(बरेली ब्यूरो)। एमजेपीआरयू ने यूजी फस्र्ट सेमेस्टर के परीक्षा फार्म भरने की तारीख बढ़ाकर 30 मार्च कर दी है। 30 मार्च तक कोई भी स्टूडेंट्स बगैर लेट पेमेंट दिए परीक्षा फार्म फिल कर सकेगा। जबकि 31 मार्च से दो अप्रैल 2 तक 500 रुपए लेट पेमेंट के साथ परीक्षा फार्म फिल कर सकेगा। यह जानकारी परीक्षा नियंत्रक अशोक कुमार अरविंद की तरफ से दी गई। ज्ञात हो कई महाविद्यालयों के बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स परीक्षा फार्म फिल नहीं कर सके थे। जिस कारण एमजेपीआरयू ने परीक्षा फार्म फिल करने के लिए स्टूडेंटस को मौका दिया है। परीक्षा फार्म फिल करना और फीस जमा करने का काम ऑनलाइन ही होगा।

महाविद्यालयों ने बताई थी समस्या
एमजेपीआरयू ने परीक्षा फार्म फिल करने के लिए 28 मार्च तक का समय दिया था। लेकिन हजारों स्टूडेंट्स परीक्षा फार्म फिल करने से रह गए थे। जबकि कुछ छात्र विश्वविद्यालय की नई एजेंसी द्वारा डुप्लीकेट यूआरएन (यूनिवर्सिटी रजिस्ट्रेशन नंबर) जारी होने के चलते परेशान हो रहे थे। कई महाविद्यालयों ने इसको लेकर रजिस्ट्रार से फोन पर व लिखित शिकायत की थी। इसे देखते हुए परीक्षा नियंत्रक अशोक कुमार अरङ्क्षवद ने परीक्षा फार्म भरने की तिथि बढ़ा दी है।

माइनर सब्जेक्ट पर था असमंजस
एमजेपीआरयू ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के मुताबिक विश्वविद्यालय ने स्नातक प्रथम वर्ष में सेमेस्टर प्रणाली लागू की। जिसके तहत बीए, बीएससी, बीकाम, बीबीए प्रथम सेमेस्टर, बीसीए, बीएससी कृषि प्रथम, तृतीय, पांचवे, सातवें सेमेस्टर और बीबीए तृतीय व पांचवें सेमेस्टर के परीक्षा फार्म पांच मार्च से भरे जा रहे हैं। शुरुआत में छात्रों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। इसमें माइनर विषयों को लेकर काफी असमंजस की स्थिति उत्पन्न हुई थी। जिस पर एमजेपीआरयू ने बाद में स्पष्टीकरण जारी किया था। काफी संख्या में छात्र परीक्षा फार्म भरने से वंचित रह जाने की जानकारी पर विवि की ओर से छात्रों को एक अंतिम मौका दिया गया है।

40 फीसदी फार्म स्वीकृत करना थे बाकी
एमजेपीआरयू की वेबसाइट के मुताबिक संडे से मंडे के बीच एक दिन में 20,495 परीक्षा फार्म भरे गए और 14,302 स्वीकृत किए गए। मंडे शाम पांच बजे तक 1,24,973 परीक्षा फार्म भरे गए थे। इनमें से सिर्फ 65,838 स्वीकृत हुए थे। यानि 59,135 परीक्षा फार्म स्वीकृत नहीं हुए थे। बीए में 84,804, बीएससी में 30,566 और बीकाम में 9601 फार्म भरे गए। बीए में 26,838, बीएससी में 9,325 और बीकाम में 875 फार्म भरने बाकी रह गए। तीनों पाठ्यक्रमों में मिलाकर 37,038 फार्म भरना बाकी हैं। बीए में 43,588, बीएससी में 16,657 व बीकाम में 5,593 फार्म स्वीकृत हो चुके हैं।

पीएचडी में आए 32 सौ आवेदन
एमजेपीआरयू की पीएचडी प्रवेश परीक्षा के लिए भी आवेदन की लास्ट डेट 28 मार्च तक थी। एमजेपीआरयू फुल टाइम पीएचडी के लिए 23 मार्च को आवेदन प्रक्रिया बंद कर चुका है। 28 मार्च तक पार्ट टाइम पीएचडी के लिए आवेदन की लास्ट डेट थी। जिसमें कुल 32 सौ से अधिक स्टूडेंट्स ने फुल टइाम व पार्ट टाइम पीएचडी के लिए आवेदन किया। आवेदन प्रक्रिया खत्म होने के बाद अब प्रवेश परीक्षा कराने के लिए डेट की जल्द डेट डिक्लेयर करेगा।

एमजेपीआरयू अब एडमिशन सिस्टम को सिंगल प्लेटफार्म पर लाने के लिए पूरी तैयारी कर चुका है। जल्द ही यह व्यवस्था लागू होगी। पहले एमजेपीआरयू में रजिस्ट्रेशन और फिर महाविद्यालय में रजिस्ट्रेशन कराने से स्टूडेंट्स को प्रॉब्लम फेस करने के साथ समय भी एक्स्ट्रा लगता था। लेकिन अब मेरिट तैयार करने से लेकर एडमिशन की पूरी प्रक्रिया विवि की निगरानी में हो सकेगी। नई व्यवस्था के तहत स्टूडेंट्स को फार्म फिल करने के बाद उसकी हार्ड कॉपी कॉलेज जाकर जमा करने की भी जरूरत नहीं होगी। कॉलेज एडमिशन के समय ही स्टूडेंट़्स का डाटा वेरीफाई करेंगे बार-बार सत्यापन की भी जरूरत नहीं होगी।

Posted By: Inextlive