मर जाऊंगी पर मायके नहीं जाऊंगी
- शादी के बाद से ही पति और पत्नी में होने लगी थी कहासुनी
BAREILLY: पारिवारिक कलह के चलते संडे को आर्य समाज गली निवासी युवती ने चूहे मारने की दवा को खांसी के सिरप के साथ मिलाकर पी लिया। गंभीर अवस्था में युवती को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। पीडि़त निशा ने बताया कि पति संदीप उस पर मायके जाने के लिए दबाव बना रहा था। इसके चलते उसने ऐसा कदम उठाया। हॉस्पिटल में दोनों पक्ष भिड़ेपरिजनों ने बताया कि आर्य समाज गली निवासी निशा रानी की संदीप से करीब तीन माह पहले शादी हुई थी। शादी के बाद से ही पति और पत्नी के बीच कहासुनी शुरू हो गई। जिसे लेकर कई बार निशा रानी के घर वालों ने मामला सुलझाया। संडे को सुबह करीब क्क् बजे मायका भेजने और न जाने को लेकर दोनों में कहासुनी हुई। मामला शांत होने के बाद निशा ने चूहे मारने की दवा पी ली। आनन फानन में उसे हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। हालांकि हॉस्पिटल में ससुराल पक्ष और निशा के पेरेंट्स के बीच हाथापाई तक की नौबत आई, लेकिन मौजूद सगे संबंधियों ने दोनों पक्षों को शांत कराया।