बर्बादी के नए रिकॉर्ड की ओर मौसम
मौसम के तेवर उग्र, पब्लिक परेशान
-दो दिनों से हो रही बारिश ने बढ़ाई परेशानी -ठंड बढ़ी, बढ़ सकता है बीमारियों का ग्राफ BAREILLY: बर्बादी का एक एपिसोड पूरा करने के बाद भी मौसम का उग्र अंदाज थम नहीं रहा है और अब यह बची उम्मीदों को भी ध्वस्त करने पर उतारू है। अप्रैल के सिर्फ चार दिनों में ही बारिश ने नया रिकॉर्ड बना दिया है। मौसम की इस मार से हर कोई परेशान है। रोजाना किसान दम तोड़ रहे हैं। महंगाई का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। एसी, कूलर का बिजनेस करने वाले परेशान हैं। सिर्फ इतना ही नहीं स्वास्थ्य विभाग भी बारिश के इस मौसम से टेंशन में हैं। उसको इस बात का डर है कि स्वाइन फ्लू का वायरस फिर शक्तिशाली होकर लोगों को अपनी चपेट में ले सकता है। ऐसा मौसम पहली बार हुआ हैमौसम विभाग की वेबसाइट में दिए गए आकड़ों के मुताबिक चार दिन में ही अप्रैल में हुई बारिश का नया रिकॉर्ड बन गया है। क्97क् के बाद सिर्फ दो बार ही अप्रैल माह में बारिश दहाई के अंक तक पहुंच पाई थी। ़क्97क् में क्0.ब् मिलीमीटर और उसके बाद ख्0क्ब् में क्ब्.भ् मिलीमीटर रहा है। यह आकड़े पूरे अप्रैल के हैं, जबकि इस साल यानि ख्0क्भ् में सिर्फ चार दिन में ही क्भ् मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हो चुकी है। मौसम विभाग का अनुमान है कि कभी कई दिन और बारिश होगी।
बॉक्स- क्या है इस मौसम का गणित वेदर एक्सपर्ट के मुताबिक शहर में कम वायुदाब क्षेत्र बनने की वजह से पहाड़ों के बादल मैदान को भिगो रहे हैं। इसके साथ ही बदलती दिशा भी बारिश के मुख्य वजहों में से एक है। वेदर एक्सपर्ट डॉ। एचएस कुशवाहा ने बताया कि बादलों का जमावड़ा है जो करीब भ् दिनों के भीतर बारिश कर सकते हैं। इन पर पड़ रहा है असर - स्वाइन फ्लू का खौफ और बढ़ा अब जुलाई-अगस्त में पड़ सकता है सूखा वेस्टर्न डिस्टर्बेस और सायक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से शहर में बारिश का मौसम और टेम्प्रेचर स्टेबिलिटी नहीं हो रही है। ऐसे में जून में दक्षिणी-पश्चिमी दिशा से आने वाले बादलों से बारिश की संभावना है। अगर इन दिशाओं के बादलों से शहर में बारिश हुई तो जुलाई और अगस्त में आंशिक रूप से सूखा पड़ने की संभावना है। जेब पर भी भारी पड़ रही बारिशमौसम की मार से हरी सब्जियों ने आंखें तरेरनी शुरू कर दी हैं। गल्ला मंडी के अध्यक्ष मोहम्मद अहमद ने बताया कि मार्च में तेज आंधी और तूफान के साथ हुई बारिश ने सब्जियों को बर्बाद कर दिया है। इसके अलावा आढ़तियों, गल्ला मंडियों के विक्रेताओं और कोल्ड स्टोरेज के ओनर्स को भी परेशान करके रख दिया है।
-गर्मी का बाजार ठंडा, व्यापारी परेशान मार्च के आखिर तक और अप्रैल के शुरुआत में हुई बारिश ने बिजनेसमैंस के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं। बारिश से पारे में हो रही गिरावट से एसी, फैन, कूलर, फ्रिज व अन्य कूलिंग प्रोडक्ट्स की सेल प्रभावित हुई है। उप्र उद्योग व्यापार मंडल के युवा जिलाध्यक्ष राजेंद्र गुप्ता के मुताबिक बारिश की वजह से कस्टमर्स नहीं आ रहे। वहीं, आने वाले दिनों में भी इन्हीं संभावनाओं की आशंका से व्यापारी निराश हैं। किसानों के जख्म पर मरहम लगाने की कोशिशफ्राइडे रात को तेज बारिश और आंधी ने किसानों की मुसीबत और बढ़ा दी। सैटरडे को डीएम गौरव दयाल ने एसडीएम व तहसीलदारों के साथ मीटिंग की। उन्होंने ख्ब् घंटे में फसल नुकसान का सर्वे करने का आदेश दिया, ताकि जल्द से जल्द शासन को रिपोर्ट भेजकर किसानों को मुआवजा दिलाया जा सके। मीटिंग एडीएम फाइनेंस मनोज कुमार ने बताया कि फर्स्ट किस्त में डेढ़ करोड़ रुपया किसानों को मुआवजे के रूप में दिया जा चुका है।