पर्वतीय हवाओं से अभी ठिठुरेगा मैदान
- बारिश की लेटलतीफी की वजह से नहीं बन रही टेंप्रेचर स्टेबिलिटी
- एक्सपर्ट के मुताबिक मार्च के आखिरी ठंड का असर की संभावना BAREILLY: पर्वतीय क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी से शहरवासी सर्दी का सितम झेल रहे हैं। वेदर एक्सपर्ट के अनुसार फरवरी में बर्फ पिघलनी शुरू होगी। जिससे क्भ् मार्च तक सर्दी का असर रहने की संभावना है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष होली तकरीबन सर्द मौसम में सेलीब्रेट होगी। सैटरडे को दिन भर धूप न निकलने से मैक्सिमम टेंप्रेचर क्फ्.ब् डिग्री सेल्सियस और मिनिमम टेंप्रेचर क्0 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। साथ ही ह्यूमिडिटी परसेंटेज सौ फीसदी दर्ज हुआ। बारिश से साफ होगा मौसमकड़ाके की ठंड से बरेलियंस को बारिश के बाद राहत मिलेगी। वेदर एक्सपर्ट के अनुसार उत्तर पश्चिम दिशा की तरफ से आ रही हवा अपने साथ बादलों को लेकर आ रही है। लेकिन शहर में हाई प्रेशर एरिया होने से बादल टिक नहीं रहे हैं, जिससे छिटपुट बारिश हो रही है। जनवरी की शुरुआत में ही करीब ख्भ् एमएम तक की बारिश हो जानी थी। लेकिन पिछले दिनों केवल क्0 एमएम बारिश हुई।
बर्फ पिघलने से बढ़ेगी सर्दीबारिश के बाद कोहरे का कहर तो कम होगा, लेकिन सर्द हवा का कहर फिर से हावी होने की संभावना है। क्योंकि बारिश के बाद शहर में सौ फीसदी नमी तो दूसरी ओर पर्वतीय क्षेत्रों की तरफ से आने वाले सर्द हवा के झोंके शहरवासियों को ठिठुरने पर मजबूर करेंगे। आंचलिक मौसम विभाग के डायरेक्टर डीके गुप्ता ने बताया कि पर्वतीय क्षेत्रों में जमकर हुई बर्फबारी मैदानी क्षेत्रों को काफी दिनों तक ठंड से कंपकंपाने पर विवश करेगी। क्योंकि फरवरी माह में गुनगुनी धूप होने से पर्वतीय बर्फ पिघलनी शुरू होगा। पिघलती बर्फ से मैदानी क्षेत्रों में प्रवेश करने वाली उत्तर पश्चिम हवा अपने साथ ठंड के झोकें लेकर आएगी। जिससे ठंड मार्च की तकरीबन क्भ् तारीख तक हावी रहने की संभावना बनाएगी।
ठंड में होगा होली सेलीब्रेशनइस वर्ष मौसम का मिजाज शहरवासियों को होली पर फुलटू मस्ती का मौका नहीं देने का मूड बनाए हुए है। वेदर एक्सपर्ट सर्द मौसम मार्च के आखिरी तक हल्के फुल्के अंदाज में बरकरार रहने की संभावना जता रहे हैं। ऐसे में रंगीन फुहारों के साथ होली सेलीब्रेशन पर ग्रहण लगने की संभावना है। गौरतलब है कि विगत साल भी फरवरी लास्ट तक मौसम का मिजाज नासाज रहा था, लेकिन मार्च में टेंप्रेचर स्टेबिलिटी आने से होली में नाममात्र की ठंड का ही शहरवासियों को सामना करना पड़ा था। लेकिन इस बार पर्वतीय इलाकों में हुई बर्फबारी और बारिश की लेटलतीफी की वजह से सर्द मौसम का असर काफी दिनों तक बरकरार रहेगा, ऐसी संभावना है।