यहां पर सब 'पानी-पानी' है
- बारिश ने जग जाहिर की नगर निगम की 'गंदी' सफाई
- शहर के पॉश एरिया में भी जलभराव BAREILLY: घर में बैठकर आसमान से बरसती बूदों को देखकर भले ही बरेलियंस राहत की सांस ले रहे हों पर बाहर कदम रखते ही उनकी सांस में सांस अटक जाती है। ऐसा हो भी क्यों ना, महज दो दिनों की बारिश ने आम मोहल्लों से लेकर पॉश एरिया को 'पानी-पानी' जो कर रखा है। रोड्स और गलियों को तलैया बना देख लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि उसमें चलें या तैरें। आलम ये है कि पिछले कई दिनों से बादलों से बरसने की गुजारिश कर रहे बरेलियंस अब उन्हें थमने को कह रहे हैं। आप भी देखिए सिटी के इन एरियाज का हाल। रामपुर गार्डनसिटी के पॉश इलाकों में से एक रामपुर गार्डन थोड़ी सी बारिश को भी झेल नहीं पाता। यहां के ज्यादातर एरिया में जल भराव हो रखा है, जिससे यहां के रेजीडेंट्स को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। वहीं एक तरफ शानदार मकानों से निकलने के लिए लोगों को अपनी कारें पानी में दौड़नी पड़ रहीं हैं। वहीं बच्चों को स्कूल और कोचिंग पहुंचने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी।
श्यामगंज चौराहाबारिश में शहर के चौराहों का हाल भी पानी-पानी रहा, जिसमें शहर के बिजी चौराहों में से एक श्यामगंज भी है। यहां से सैटेलाइट की तरफ जाने वाली रोड पर पानी भरा रहा, जिससे दुकानदारों और राहगीरों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। वहीं गांद्यी उद्यान रोड की कई गलियां भी जल भराव से जूझती दिखीं। पानी से बचने के लिए स्कूली बच्चों को शूज उतार कर स्कूल में जाना पड़ा।
मॉडल टाउन सिटी की सबसे अच्छी कॉलोनीज में से एक और कॉलोनी मॉडल टाउन को भी जल भराव ने नहीं बख्शा। पानी ने यहां का हाल भी किसी निचले हिस्से वाले एरिया की तरह बना दिया। यहां गुरूद्वारे के सामने वाले रोड और गुरू गोविंद सिंह इंटर कॉलेज के सामने काफी पानी भरा था। एक तरफ गुरुद्वारे में संगत करने आने वाले बुजुगरें परेशान रहे तो दूसरी तरफ स्कूल में जाने के लिए बच्चों को आधे किलोमीटर तक पानी में पैदल चलना पड़ा। संजय नगरयहां की कंडीशन तो सबसे ज्यादा बदतर रही। मेन रोड को छोड़ दिया जाए तो पूरा संजयनगर ही तैरता नजर आया। गलियां पानी से इस तरह से पटीं थीं कि लोगों के घर में भी पानी घुस गया। गलियों में पानी इतना अधिक था कि गाड़ी और साइकिल से उतर कर लोगों को मेन रोड पर आना पड़ रहा था। वहीं मेन रोड पर भी सड़के टूटी होने के चलते बारिश का पानी वहां इकठ्ठा हो गया था।
जोगी नवादा इस एरिया में करीब दो दिन पहले नालों और सीवर की सफाई के लिए नगर निगम का जेसीबी गरजा था, लेकिन रात भर हुई बारिश से सफाई की पोल खुल गई। बूंदों ये सड़कें सराबोर हो गई। स्कूली बच्चे गड्ढों में गिरकर चोटिल भी हुए। यहां के वनखंडीनाथ मंदिर में दो दिन बाद करीब तीन हजार कांवरियों का विशाल जत्था पहुंचेगा फिर भी जिम्मेदारों ने कोई प्रॉपर अरेंजमेंट नहीं किए हैं। बूंदे रुकने के मूड में नहीं दो दिनों की बारिश में जहां बरेलियंस चलने के बजाय तैरने पर मजबूर हैं वहीं वेदर एक्सपर्ट की मानें तो ये दौर ऐसे ही चलेगा। वेदर एक्सपर्ट डॉ। एचएस कुशवाहा के अनुसार अगले दो दिन में क्0 एमएम बारिश हो सकती है। फ्राइडे और सैटरडे को मिलाकर अब तक सिटी में फ्ब्.ख् एमएम बारिश हो चुकी है। सैटरडे को सिटी का मैक्सिमम टेंप्रेचर ख्9.8 और मिनिमम टेंप्रेचर ख्क्.8 डिग्री सेल्सियस रहा।