प्राइवेट हॉस्पिटल्स में दूसरी डोज के वैक्सीनेशन का इंतजार
-18 प्लस वालों का वैक्सीनेशन शुरू होने के चलते बढ़ी दिक्कत
बरेली : कोरोना संक्रमण को हराने के लिए अन्य आयु वर्ग के साथ ही युवाओं का वैक्सीनेशन भी इसी महीने शुरू हुआ। हालांकि इसके साथ ही केंद्र सरकार ने व्यवस्था में भी कुछ बदलाव किया। जैसे राज्य सरकार अपने लिए वैक्सीन खुद खरीदेंगी। वहीं, निजी अस्पतालों को भी सरकारी व्यवस्था से इतर सीधे फार्मास्यूटिकल कंपनियों से वैक्सीन खरीदने की छूट दे दी गई। हालांकि वैक्सीन की कमी से टीकाकरण अभियान पर असर पड़ रहा है। मसलन, सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर टीकाकरण वैक्सीन के हिसाब से किया जा रहा है। वहीं, निजी अस्पतालों को अभी तक वैक्सीन नहीं मिली सकी है। ऐसे में प्राइवेट हॉस्पिटल में दूसरी डोज लगवाने के लिए सैकड़ों लोग अभी तक इंतजार कर रहे हैं। संक्रमण रोकने में मददगार है दूसरी डोजविशेषज्ञ काफी पहले बता चुके हैं कि टीकाकरण के बाद रोग प्रतिरोधक क्षमता जितना ज्यादा डेवलप होगी, वायरस का असर उतना ही कम होगा। दोनों डोज के लिए समय भी तय किया जा चुका है। ऐसे में अधिक से अधिक संख्या में वैक्सीन की दूसरी डोज लगना काफी जरूरी है।
पेड वैक्सीनेशन के पक्ष में लोगस्वास्थ्य विभाग ने निजी अस्पतालों को वैक्सीन मुहैया होने तक सरकारी केंद्रों की सूची दूसरी डोज लगवाने के लिए दी है .बावजूद इसके शहर में मध्यम और उच्च मध्यम वर्ग का एक बड़ा वर्ग खुद रकम खर्च कर निजी अस्पताल में ही टीकाकरण कराना चाहता है।
निजी अस्पताल में अभी वैक्सीनेशन शुरू नहीं हुआ है। हमने पहली डोज भी पेड लगवाई थी और अन्य जरूरतमंदों को नि:शुल्क वैक्सीन मिल सके इसलिए दूसरी डोज भी निजी अस्पताल में ही लगवाएंगे। - राजा चावला, चार्टर्ड अकाउंटेंट सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर नि:शुल्क टीकाकरण जिले में एक बड़े तबके की जरूरत है। हम निजी अस्पताल में तय रेट पर वैक्सीन लगवाने में सक्षम हैं। इसलिए दूसरी डोज प्राइवेट अस्पताल में ही लगवाएंगे। - अनिल अग्रवाल, उद्यमी अभी तक सरकारी क्षेत्र में वैक्सीन देने की वजह से कंपनी निजी क्षेत्र में वैक्सीन नहीं दे पा रही हैं। ऐसे में युवा वर्ग के लिए निजी अस्पतालों में अभी तक टीकाकरण शुरू नहीं हो सका है। वहीं, अन्य आयु वर्ग वालों को दूसरी डोज भी नहीं लग पा रही है। - डॉ.अतुल अग्रवाल, अतुल लतिका अस्पताल 6109 लोगों ने शुक्रवार को कराया टीकाकरणजिले में शुक्रवार को 6109 लोगों ने टीकाकरण कराया। स्वास्थ्य विभाग ने 3220 युवाओं के टीकाकरण का लक्ष्य रखा था, इनमें से 2772 युवाओं ने वैक्सीन लगवाई। यानी, 86.09 फीसद। वहीं, 45 से 60 आयु वर्ग के चार हजार लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य था। इसमें से 3337 लोग यानी 83.43 फीसद लोगों ने वैक्सीनेशन कराया।
45 प्लस वालों के लिए भी रजिस्ट्रेशन जरूरी : राज्य सरकार ने 10 मई से 45 साल से ज्यादा उम्र के सभी नागरिकों को कोविड-19 की वैक्सीन की पहली डोज ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद ही लगेगी। अभी तक ये लोग मौके पर जाकर रजिस्ट्रेशन करा सकते थे। वहीं, दूसरी डोज की व्यवस्था पहले की तरह ही रहेगी। दूसरे राज्य के लोगों का नहीं होगा वैक्सीनेशन वहीं, 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों के लिए भी राज्य सरकार ने फैसला लिया है। दूसरे राज्य के लोग अब रजिस्ट्रेशन के बावजूद प्रदेश में वैक्सीन नहीं लगवा सकेंगे। इन्हें अपने राज्य में ही वैक्सीन लगवानी होगी। इसके लिए वैक्सीनेशन केंद्रों पर पहचान पत्र में देखा जाएगा कि नागरिक उत्तर प्रदेश का ही रहने वाला है या नहीं।