बिजली चोरों पर विजिलेंस टीम ने कसा फंदा
- टोटल हुई 1985 छापेमारी में 1410 बिजली चोरों पर कसा शिकंजा
- विजिलेंस ने विभिन्न थानों में 568 लोगों पर दर्ज कराया एफआईआर - टोटल 842 लोगों से 1,21,40,500 रूपए शमन शुल्क वसूला गया BAREILLY: बिजली चोरों ने वर्ष ख्0क्ब् में सवा करोड़ से अधिक जुर्माना भर दिया। खास बात यह है कि ये बिजली चोर पॉश कालोनियों व घनी आबादी के रहने वाले हैं। यही वजह है कि बिजली चोरी पर लगाम लगती नहीं दिख रही है। बिजली चोर न सिर्फ विभाग के लिए बल्कि पब्लिक के लिए भी सिरदर्द बने हुए हैं, क्योंकि ये कंज्यूमर के हिस्से की बिजली हजम कर जा रहे हैं। पकड़े गए क्ब्क्0 लोगबिजली विभाग की विजिलेंस टीमके पूरे साल क्98भ् लोगों के यहां छापेमारी किया था। छापेमारी के दौरान क्ब्क्0 लोगों को रंगे हाथ बिजली की चोरी करते हुए पकड़े गए। विजिलेंस टीम की मानें तो, छापेमारी के समय पकड़े गए मैक्सिमम लोग शंट या फिर मीटर बाइपास करके बिजली का इस्तेमाल करते हुए पाये गए। विजिलेंस टीम द्वारा पकड़े गए टोटल क्ब्क्0 लोगों में 8ब्ख् लोगों से शमन शुल्क वसूला गया। जबकि, बरेली डिस्ट्रिक्ट के विभिन्न थानों में भ्म्8 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी गई है।
लाखों रूपए की वसूलीचेकिंग के दौरान पकड़े गए लोगों में से सबसे अधिक पॉश एरिया के लोगों से टीम द्वारा शमन शुल्क वसूल किया गया। इनमें से, रामपुर गार्डेन, डीडीपुरम, राजेंद्र नगर, महानगर और सिविल लाइंस जैसे एरिया के लोग शामिल है। यदि 8ब्ख् लोगों से वसूले गए शमन शुल्क की बात करें तो, यह आंकड़ा एक करोड़ ख्क् लाख ब्0 हजार पांच सौ रूपए है। विजिलेंस टीम ने बताया कि, पावर कॉरपोरेशन मुख्यालय ने बरेली डिस्ट्रिक्ट की विजिलेंस टीम को अकेले हर महीने क्0 लाख रूपए का टारगेट दे रखा है। जबकि, बदायूं, पीलीभीत और शाहजहांपुर तीनों डिस्ट्रिक्ट को मात्र साढ़े सात लाख रूपए का टारगेट हर महीने का दिया गया है।
ठंड में भी फुंक रहे ट्रांसफार्मरबिजली चोरों की ही देन है कि, लीगल कंज्यूमर्स को प्रॉपर बिजली नहीं मिल पा रही है। यही नहीं विभाग के उपकरण भी ओवर लोड के वजह से जवाब दे जा रहे है। पिछले क्भ् दिन में ही अलग- अलग क्षेत्रों में चार से अधिक ट्रांसफार्मर फुंक चुके है। लोकल फॉल्ट के चलते बार-बार ट्रिपिंग की जो समस्या बनी रहती है सो अलग। हालांकि, बिजली विभाग के अधिकारियों ने कटियामारों पर लगाम लगाने के उद्देश्य से तैयारियों में जुट गए है। ओपन लाइनों की बजाय बंच कंडक्टर बिछाने का काम किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर शहर के ट्रांसफार्मर पर डिस्ट्रिब्यूशन लाइन मैसेज स्पेसीफिकेशन (डीएलएमएस ) मीटर लगाए जाने का काम भी तेजी से किया जा रहा है। यह मीटर ट्रांसफार्मर से होकर गुजरने वाली तीनों लाइनों का डाटा रिकॉर्ड करने का काम करेगी। जिसके आधार पर विभाग बिजली चोरों को ट्रैस करने का काम करेगी।
। हम लोगों का यह पूरा प्रयास है कि, बिजली की हो रही चोरी पर लगाम लग सके। इसके लिए बरेली के विभिन्न एरियाज में छापेमारी जारी है। महेश चंद्र मिश्रा, इंचार्ज, विजिलेंस टीम