नाथ नगरी में गणपति स्थापना के सात दिन बाद भक्तों ने विघ्नहर्ता की धूमधाम के साथ विदाई की. डीजे की धुन पर मोरया रे बप्पा मोरया रे अगले बरस तुम जल्दी आना अबकी बरस जलवा दिखाना ही होगा आदि भजन पर भक्त जमकर झूमे. महाराष्ट्र से आए सांगली बैंड ने को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी.

बरेली (ब्यूरो)। नाथ नगरी में गणपति स्थापना के सात दिन बाद भक्तों ने विघ्नहर्ता की धूमधाम के साथ विदाई की। डीजे की धुन पर मोरया रे बप्पा मोरया रे, अगले बरस तुम जल्दी आना, अबकी बरस जलवा दिखाना ही होगा आदि भजन पर भक्त जमकर झूमे। महाराष्ट्र से आए सांगली बैंड ने को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। एक जैसे ड्रेस पहले बैंड कलाकारों ने महाराष्ट्र के पंडाल में बजने वाली धुन बजाई, जिससे पूरा माहौल भक्तिमय हो गया। वही बैंड के पीछे रथ पर सवार होकर विघ्नहर्ता से भक्त को आशीर्वाद लें रहे थे। रथ से ही भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया।

यात्रा का स्वागत किया.
शुक्रवार को शहर के कई जगह गणपति का विसर्जन किया गया। सबसे बड़ा विसर्जन बाबूराम धर्मशाला ने निकले गणपति का था। संस्थापन अनिल पाटिल ने बताया कि धर्मशाला में स्थापित मूर्ति के साथ ही उन्होंने शहर में 350 मूर्तियां स्थापित कराई थी। जिनका विसर्जन भी शुक्रवार को हुआ। शाम करीब चार बजे आलमगिरी गंज से शोभायात्रा की शुरुआत हुई इसके बाद अन्य भक्त भी इसमें जुड़ते चले गए। आलमगिरीगंज में कई जगह मटकी फोड़ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। युवाओं की टोली ने 10-12 फीट ऊंची लगी मटकी को फोड़ा। शोभायात्रा आलमगिरीगंज से शुरु होकर कुतुबखाना, बड़ा बाजार, किला, सिटी स्टेशन, चौपुलापुल, बदायूं रोड होते हुए निकली। भक्तों ने एक दूसरे पर जमकर रंग गुलाल लगाया। शोभायात्रा बाजार के व्यापारियों ने स्वागत किया। आलमगिरी में सर्राफा कारोबारी संजीव औतार अग्रवाल ने माला पहनाकर व पुष्प वर्षा कर यात्रा का स्वागत किया।


महाराष्ट्र की परंपरा पर महिलाओं से पहने परिधान
शोभायात्रा में महिलाओं ने पारंपरिक महाराष्ट्र के परिधान साड़ी पहने नजर आई। भक्तिमय भजनों पर महिलाएं भी जमकर झूमी। एक दूसरे को गुलाल लगाया। शोभायात्रा में जगह-जगह पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया।
कटरा के राजा का हुआ विसर्जन
- शहर में दूसरा विसर्जन कटरा के राजा का हुआ। श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर स्थापित गणेश प्रतिमा का विधि-विधान के साथ हवन पूजन किया गया। कटरा मानराय में दही हांडी उत्सव मनाया गया। मटकी फोड़ के बाद बैंड बाजे के साथ शोभायात्रा निकाली गई। यात्रा पर जगह-जगह पुष्प वर्षा की गई, जो कि कटरा से शुरु होकर बङा बाजार, नीम की चढ़ाई, साहूकारा, किला तक गई। यहां से प्रतिमा को ट्राले में रख कर रामगंगा नदी से विसर्जन कर दिया गया। इस दौरान प्रमोद श्रीवास्तव, प्रदीप ङ्क्षशघल, कुक्कू सक्सेना, अतुल, विशाल श्रीवास्तव, रोहित श्रीवास्तव, अमन, विकास, सनी, हनी, अर्जुन, यश मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive