Bareilly: इस वर्ष का दिसम्बर मौसम को लेकर बड़ा ही खास बन गया है. पिछले कई दिनों से तेज ठंड ने अपने पुराने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं तो वहीं दिन में तेज धूप होने के बाद भी ठंड से राहत मिलने के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं. वेदर एक्सपर्ट की माने तो 15 जनवरी तक ठंड से कोई राहत नहीं मिलने वाली है और शीतलहर का प्रकोप तेज ही रहेगा. बरेली में मंडे को दिन का टेंप्रेचर 21.4 डिग्री और रात में 7.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. वेदर एक्सपर्ट इसे 2010 के 20 दिसम्बर से तुलना कर रहे हैं. इस दिन भी मिनीमम टेंप्रेचर 7.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था.दिसम्बर ने अपनी शुरुआत ही तेज ठंड के साथ की है और अंत तक लोगों का बेहद बुरा हाल कर दिया है. बरेली ही नहीं बल्कि पूरा उत्तर भारत इन दिनों तेज ठंड से प्रभावित हो रहा है. पंजाब के कई जिलों में टेंप्रेचर 1 ड्रिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा है. ऐसे में देश का शायद ही कोई कोना बचा हो जो ठंड की चपेट से दूर हो.

रात में सड़कें सुनसान
दिन में धूप निकलने से लोगों को ठंड से थोड़ी राहत जरूर मिल रही है लेकिन शीतलहर का प्रकोप अब भी जारी है। मौसम विभाग की माने तो सुबह धूप निकलने की वजह से दिन का टेंप्रेचर 21.4 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया जा रहा है लेकिन जैसे-जैसे शाम ढल रही है टेंप्रेचर काफी कम रिकॉर्ड किया जा रहा है। ऐसे में रात को घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है। रात 8 बजे से ही सड़कों पर सन्नाटा हो जा रहा है। बरेली में मंडे को मिनीमम टेंप्रेचर 7.4 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया गया।
बस-ट्रेन पैसेंजर सबसे ज्यादा परेशान
ठंड के मौसम में यूं तो यही कहा जाता है कि जर्नी न करें लेकिन शहालग और विंटर वेकेशन को देखते हुए ट्रेन और बस में पैसेंजर्स की भीड़ उमड़ रही है। रात में बेहद ठंड होने की वजह से पैसेंजर्स बस स्टैंड पर आग जला कर हाथ सेंकने को मजबूर हैं।
Voter भी होंगे प्रभावित

फरवरी में ऑर्गनाइज होने वाले वोटिंग के दौरान मौसम को देखते हुए यह अनुमान लगाया जा रहा है कि वोटर को ठंड का सामना करना पड़ सकता है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार ठंड का प्रभाव मार्च के बाद ही कम दिखता है। फरवरी में ठंड का असर तेज ही रहेगा लेकिन दिसम्बर और जनवरी की तुलना में थोड़ी राहत रहने के आसार है।

Temperature में लगातार
हो रही गिरावट

मौसम वैज्ञानिकों की माने तो 15 जनवरी तक ठंड से किसी तरह की कोई राहत मिलने के आसार नहीं है बल्कि टेंप्रेचर में और भी गिरावट दर्ज की जा सकती है। वैज्ञानिकों का कहना है कि सबसे कम टेंप्रेचर रिकॉर्ड किए जाने वाले साल में 2011 का नाम सबसे ऊपर हो गया है। बरेली सहित देश के कई हिस्सों में जोरदार ठंड हो रही है, जिसके कारण लोगों को काफी परेशान होना पडऱहा है। फिलहाल बरेली में आसमान साफ होने की वजह से अच्छी-खासी धूप का तोहफा लोगों को मिल रहा है लेकिन शाम से फिर टेंप्रेचर कम हो जाता है। ऐसे में लोगों को ठंड का सामना सबसे ज्यादा रात में ही करना पड़ रहा है। नोएडा स्थिति राष्ट्रीय मध्यम अवधि मौसम पूर्वानुमान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ। रंजीत सिंह ने बताया कि कोहरे का असर फिलहाल कम है लेकिन आगे इसमें वृद्धि हो सकती है। वहीं ट्रेंप्रेचर में अगले दो दिनों में 1 डिग्री की और गिरावट दर्ज की जा सकती है। फिलहाल बरेलियंस को आसमान साफ रहने से खिली धूप का मजा मिलेगा।

Posted By: Inextlive