शहर में स्ट्रीट वेंडर्स का सर्वे कर रही एजेंसी पर फर्जीवाड़े के आरोप

फर्जी वेंडर्स को भी लिस्ट में दी जगह, अपर नगर आयुक्त को दी जांच

BAREILLY: पटरी दुकानदारों को बेहतर जिंदगी का ख्वाब दिखाने वाली वेंडिंग पॉलिसी भी आखिरकार करप्शन के घुन का शिकार हो गई है। सेंट्रल गवर्नमेंट की मुहर लगने के बाद स्ट्रीट वेंडर्स एक्ट की शक्ल ले चुकी इस योजना को अमली जामा पहनाने के जिम्मेदार ही इसे बर्बाद करने पर तुले हैं। शहर में स्ट्रीट वेंडर्स का रजिस्ट्रेशन करने के लिए उनका चिन्हीकरण करने वाली एजेंसी पर धांधली करने काआरोप लगा है। एजेंसी पर फर्जी वेंडर्स को सालों पुराना पटरी दुकानदार दिखा लिस्ट में जगह दिए जाने के आरोप हैं। मामले की कंप्लेन वेंडिंग टाउन कमेटी के अध्यक्ष व नगर आयुक्त उमेश प्रताप सिंह से की गई है। नगर आयुक्त ने आरोपों को गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच अपर नगर आयुक्त को सौंप दी है।

नई जगह पर पुरानी दुकानदारी

बरेली में वेंडिंग एक्ट लागू करने की कवायद दो महीने पहले शुरू हुई है। शहर के सभी पटरी दुकानदारों और वेंडिंग जोन का चिन्हीकरण करने के लिए लखनऊ की एक एजेंसी को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। एजेंसी की ओर से शहर में सभी स्ट्रीट वेंडर्स का चिन्हीकरण करने का प्रोसेस करीब 50 फीसदी पूरा भी हो गया है। नगर आयुक्त से की गई कंप्लेन में बताया गया है कि पीलीभीत-बाईपास रोड पर एजेंसी की ओर से कई फर्जी वेंडर्स को टेंपरेरी दुकान लगवा और उनकी फोटो खिंचवाकर लिस्ट में जोड़ा जा रहा है।

पहले फेज में कमीश्ान का फेर

स्ट्रीट वेंडर्स एक्ट शुरू करने के पहले फेज में ही कमीशनखोरी का कीड़ा लग गया है। गैर जरूरतमंदों को लिस्ट में शामिल किए जाने से शुरुआती स्टेप में ही पूरी योजना की कामयाबी पर धब्बा लग गया है। आरोप है कि एजेंसी की ओर से मोटा कमीशन लेकर फर्जी लोगों के नाम योजना में जोड़े जा रहे हैं। चुनाव बाद एक्ट लागू होने पर सिर्फ 10 हजार स्ट्रीट वेंडर्स को ही वेंडिंग जोन में जगह दी जानी है। ऐसे में कमीशन के एवज में इन फर्जी वेंडर्स को महज 50 रुपए डेली किराए पर दुकान लगाने की फिक्स जगह मिल जाएगी, जिसका हकदार कोई जायज पटरी दुकानदार होता।

पार्षद मांग रहे ID

स्ट्रीट वेंडर्स एक्ट के तहत किए जा रहे सर्वे में करप्शन का खुलासा होते ही तमाम वार्ड के पार्षद भी चौकन्ने हो गए हैं। अपने वार्ड के तहत आने वाले पटरी दुकानदारों का चिन्हीकरण करने आ रही सर्वे टीम से पार्षद उनकी आईडी मांग रहे हैं, जिससे सही टीम का सत्यापन किया जा सके। साथ ही किसी तरह की धांधली होने पर जिम्मेदारों को कंप्लेन की जा सके। वहीं दूसरी ओर शहर में फड़, ठेला और खोखा दुकानदार संगठन के अध्यक्ष संतोष गुप्ता ने ऐसे किसी मामले की जानकारी से इंकार किया। साथ ही फर्जीवाड़े की कंप्लेन पर जांच करने की बात कही।

स्ट्रीट वेंडर्स का चिन्हीकरण करने वाली एजेंसी के खिलाफ गड़बडि़यां करने की कंप्लेन मिली है। मामले की जांच के लिए अपर नगर आयुक्त को जिम्मेदारी दी गई है।

- उमेश प्रताप सिंह, नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive