बड़े बेआबरू होकर तेरे कूचे से हम निकले..
आरयू के रजिस्ट्रार का पद संभालने पहुंचे सीडीओ भगवान सिंह को वीसी से लौटाया
BAREILLY: बड़े बेआबरू होकर तेरे कूचे से हम निकलेयह कहावत सीडीओ भगवान सिंह पर एकदम फिट बैठी। ट्यूजडे को जब वे आरयू के रजिस्ट्रार पद का चार्ज लेने गए तो वीसी प्रो। मुशाहिद हुसैन ने उन्हें बैरंग वापस लौटा दिया। सीडीओ भगवान सिंह को आरयू के रजिस्ट्रार पद का भी एक्स्ट्रा चार्ज दिया गया है। इसी मकसद से वे चार्ज लेने पहुंचे, लेकिन वीसी ने यह कहकर उन्हें वापस कर दिया कि यूनिवर्सिटी को फुल फ्लेज रजिस्ट्रार की जरूरत है, जो लंबे समय तक टिक कर रेगुलर काम कर सके। अतिरिक्त चार्ज देने पर यूनिवर्सिटी का काम डिफर करेगा। ऐसे में वे अतिरिक्त कार्यभार वाले ऑफिसर से काम नहीं करा सकते। वीसी की यह बातें सुनकर सीडीओ बिना चार्ज लिए ही बैरंग वापस लौट गए। हालांकि उन्होंने यह कहा कि वे दोनों पद बखूबी संभाल सकते हैं।
9 अप्रैल को हुए थे नियुक्तआरयू के पूर्व रजिस्ट्रार केएन पांडेय फ्क् मार्च को रिटायर हो गए थे। इसके बाद डिप्टी रजिस्ट्रार वीएन सिंह को रजिस्ट्रार का कार्यभार सौंप दिया गया। तब से वे ही रजिस्ट्रार की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। गत 9 अप्रैल को शासन ने एक लेटर जारी कर सीडीओ भगवान सिंह को रजिस्ट्रार का अतिरिक्त कार्यभार सौंपने को कहा, लेकिन साथ में यह भी निर्देश दिया गया था कि निर्वाचन का कार्य खत्म करने के बाद उन्हें ज्वॉइन कराया जाए। बरेली में आम चुनाव खत्म होने के बाद सीडीओ ट्यूजडे को कार्यभार संभालने के लिए आरयू गए थे।
फुल फ्लेज रजिस्ट्रार की मांग की शासन की तरफ से सीडीओ को चार्ज सौंपने का लेटर जारी होने के बाद से ही वीसी ने उन्हें चार्ज ना सौंपने का मन बना लिया था। वीसी प्रो। मुशाहिद हुसैन ने बताया कि शासन का लेटर प्राप्त होने के बाद ही उन्होंने रिप्लाई लेटर लिखा। इसमें उन्होंने आरयू के लिए फुल फ्लेज रजिस्ट्रार नियुक्त करने की मांग रखी। उन्होंने बताया कि आरयू में स्टूडेंट्स की संख्या ज्यादा है। कई लेवल की पॉलीसीज को संभालने के लिए यहां पर अतिरिक्त कार्यभार वाले रजिस्ट्रार की जरूरत नहीं है। सीडीओ पहले ही बड़े पद की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। ऐसे में आरयू की जिम्मेदारी सक्षम रूप से निभा पाने में असमर्थ हो सकते हैं। ट्यूजडे को जब सीडीओ अपना कार्यभार संभालने पहुंचे तो इस मसले पर वीसी ने उन्हें बाद में बात करने को कहते हुए वापस लौटा दिया।