कमिश्नर के निर्देश के बाद भी वैक्सीनेशन स्लो
फैक्ट एंड फिगर
1471 लोगों की फ्राईडे को हुई सैंपलिंग
07 एक्टिव केस वर्तमान में हैं जनपद में
23.8 प्रतिशत लोगों को लगाई गई है प्रीकॉशन डोज
637 लोगों का एंटीजन टेस्ट किया गया
832 लोगों का किया गया आरटीपीसीआर
31 लाख का दिया गया है टारगेट
बरेली(ब्यूरो)। कमिश्नर के निर्देश के बावजूद कोविड वैक्सीनेशन एवं सैंंपलिंग की गति तेजी नहीं पकड़ पा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने उनके निर्देश को उठा कर ताक पर रख दिया है। कोविड के एक्टिव केसेस की संख्या जिले में मात्र सात रह गई हैैं। इसका एक कारण यह भी है कि जिले में अपेक्षाकृत सैैंपलिंग कम की जा रही है। फ्राईडे को जिले में कुल 1471 लोगों की सैैंपलिंग की गई है। इसके साथ ही जिले में 23.8 प्रतिशत लोगों को प्रीकॉशन डोज लगाई गई हैैं। कमिश्नर के निर्देश के बाद भी जिले में वैक्सीनेशन रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा है। इसके साथ ही सैैंपलिंग भी काफी कम की जा रही है।
नहीं बढ़ी सैैंपलिंग
जिले में स्वास्थ्य विभाग की ओर से सैैंपलिंग अपेक्षाकृत कम की जा रही है। आंकड़ों के अनुसार फ्राइडे को कुल 1471 लोगों का कोविड सैैंपल लिया गया। इसमें 637 लोगों का एंटीजन, 832 लोगों का आरटीपीसीआर व दो लोगों की ट्रूनेट सैैंपलिंग की गई। जिले में कोविड के केसेस तेजी से कम होते दिख रहे हैैं। सैटरडे शाम तक कोविड के शून्य मामले सामने आए। इस प्रकार अब जिले में मात्र सात लोग ही कोविड से संक्रमित रह गए हैैं।
31 लाख का लक्ष्य
जिले में प्रीकॉशन डोज वैक्सीनेशन की रफ्तार भी काफी धीमी चल रही है। इसको लेकर कमिश्नर ने हाल में ही एक बैठक में स्वास्थ्य अधिकारियों को वैक्सीनेशन में तेजी लाने के निर्देश दिए थे। उसके बाद भी जिले में वैक्सीनेशन रफ्तार नहीं पकड़ सका है। स्वास्थ्य विभाग को 31 लाख से अधिक वैक्सीनेशन करने का लक्ष्य दिया गया है। लेकिन, इसको पूरा करना स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती साबित हो रहा है। केंद्र सरकार की ओर से 18 से 59 वर्ष के लोगों के लिए 75 दिनों के लिए वैक्सीनेशन फ्री किया गया है। लेकिन, अब तक मात्र
23.8 प्रतिशत वैक्सीनेशन ही हो सका है।
बचाव हैै जरूरी
कोविड के मामले भले ही जिले में काफी कम हो गए हों। लेकिन, कोविड को लेकर लापरवाही न बरतें। कोविड से बचाव के लिए हाथों को साबुन व पानी से अच्छी तरह से धोएं। मास्क का इस्तेमाल करें, रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाली चीजों को साफ करते रहें। खांसतें और छींकते समय टिशू पेपर का इस्तेमाल करें। बिना हाथ धोए अपने चेहरे को न छुएं। संक्रमित व्यक्ति के संपंर्क में आने से बचना इस वायरस को फैलने से रोकने में बेहद जरूरी है।
स्वास्थ्य विभाग को भले ही प्रीकॉशन डोज बढ़ाने के लिए कमिश्नर ने निर्देश दिए हों। लेकिन, वैक्सीनेशन सेंटर्स पर पब्लिक नहीं पहुंच रही है। कोविड के घटते मामलों के साथ ही पब्लिक में भी कोविड से सुरक्षा के प्रति सावधानी कम होती नजर आ रही है। इन दिनों पब्लिक प्लेसेस चाहें बाजार हो या अन्य स्थान सभी गुलजार नजर आ रहे हैैं। यही कारण हैैं कि सेंटर्स पर अपेक्षाकृत कम लोग वैक्सीनेशन करवाने आ रहे हैैं।