वैक्सीन का टोटा, आज से फोर्थ फेज का आगाज
- वैक्सीन की वायल कम होने के चलते शासन को भेजी गई डिमांड
- शासन ने प्रदेश के सभी जिलों से वायल की उपलब्धता की मांगी रिपोर्ट बरेली : कोविड के खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली वैक्सीन लगाने का फोर्थ फेज आज यानि एक अप्रैल से शुरू किया जाएगा। इस चरण में शासन ने 45 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों का वैक्सीनेशन करने के आदेश दिए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने चौथे चरण के टीकाकरण के लिए 30 अप्रैल तक का माइक्रो प्लान बना लिया है। इस बाबत समस्त प्रभारियों को जिला प्रतिरक्षण अधिकारी की अध्यक्षता में बैठक कर दिशा निर्देश भी दिए गए। फोर्थ फेज में इतना टारगेटअप्रैल महीने में करीब 2.52 लाख लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य है। लक्ष्य हफ्ते दर हफ्ते पूरा करना होगा। इसके तहत हर हफ्ते करीब 63 हजार लोगों का वैक्सीनेशन होना है। हालांकि बरेली में फिलहाल कम वैक्सीन है, ऐसे में समय पर वैक्सीन के वायल न आने पर टीकाकरण पर असर पड़ सकता है।
करीब 14 हजार डोज जिले में बाकीचौथे चरण में 45 वर्ष या अधिक उम्र के लोगों को कोरोना के खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला टीका लगाया जाना है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की समस्या यह है कि जिले में महज 14 हजार डोज ही शेष हैं। इनमें 13,430 डोज कोविशिल्ड की और करीब 6,000 डोज कोवैक्सीन की शेष हैं। बताया जाता है कि अन्य कई जिलों में भी वैक्सीन की डोज कम हैं। झांसी में जरूरत से काफी ज्यादा वैक्सीन बाकी है। यहां से तीन अप्रैल को वैक्सीन बरेली आने की उम्मीद है।
इन 36 केंद्रों पर होगा वैक्सीनेशन क्यारा, भमोरा, रामनगर, मझगवां, भोजीपुरा, बहेड़ी, शेरगढ़, फतेहगंज पश्चिमी, मीरगंज, नवाबगंज, दलेलनगर, बिथरी चैनपुर, फरीदपुर, कुआडांडा, मुडि़या नवी बक्श, आंवला, सुभाषनगर, मढ़ीनाथ, सिविल लाइंस, बाकरगंज, स्वालेनगर, सीबीगंज, नदौसी, गंगापुरम, इज्जतनगर, बानखाना, मौलानगर, जाटवपुरा, हजियापुर, पुराना शहर, पीर बहोड़ा, हरूनगला, जगतपुर, घेर जाफर खां, फरीदपुर और बहेड़ी। वेडनसडे को 14.98 फीसदी वैक्सीनेशन कोविड टीकाकरण का तीसरा चरण वेडनसडे को समाप्त हो गया। इस चरण में 31 मार्च को 1,735 लोगों ने टीकाकरण कराया। इनमें से 1716 लोगों को कोविशील्ड वैक्सीन लगाई गई। वहीं, 19 डोज कोवैक्सीन लगाई गई। अब चौथे चरण के टीकाकरण की कार्ययोजना बनाई जा चुकी है। वैक्सीन फिलहाल कुछ शॉर्ट हैं। इसकी डिमांड शासन को भेजी जा चुकी है। । डॉ। आरएन सिंह, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी