आका यही कमाई मेरी उम्र भर की है..
- आयोजित मुशायरे में शिरकत करने पहुंचे देश और विदेश के सौ से ज्यादा शायर
-जायरीन से छलक पड़ा इस्लामियां ग्राउंड, लोगों ने दिनभर की जमकर खरीदारी BAREILLY: इमाम अहमद रजा खां बरेलवी का 97वां तीन रोजा उर्स संडे को परचम कुशाई की रस्म के साथ आगाज हो गया। फज्र की नमाज के बाद कुरानख्वानी हुई। देर रात तक जायरीन उर्स स्थल पर पहुंचते रहे। दूसरी ओर, जलसे में आयोजित देर शाम नातिया मुशायरे में देश और विदेश के मशहूर शायरों ने बेहतरीन नज्मों से महफिल में चार चांद लगा दिया। वहीं, जायरीन ने मेले में आयोजित फूड स्टॉल्स समेत टोपियों और किताबों की स्टॉल्स समेत अन्य पर जमकर खरीददारी की। शायरों ने सजाई महफिलहजरत सुब्हानी मियां की ओर से दिए गए 'लौलाक वाले साहिबी सब तेरे घर की है' मिसरा पर आधारित कलाम शायरों ने पेश किए। इसमें असरार नसीमी ने 'बस आपकी गुलामी की दौलत है मेरे पास, आका यही कमाई मेरी उम्र भर की है', 'शकील असर रू रानी ने 'वह दर्दे दिल न वह जख्मे जिगर की है, लज्जत जो सोजे इश्के शहे बहरोबर की है', 'डॉ। मोहम्मद अहमद ने 'दुनिया के साथ साथ जो उक्वा संवार दे, कितने मजे की भीख तेरे पाक दर की है', मौलाना मोहम्मद अख्तर ने 'बागी हो जिसके उससे तवक्को नजर की है, होकर बबूल आरजू मीठे समर की है', मुफ्ती मोईन ने 'हर लम्हा देखूं जलवा यह ख्वाहिश नजर की है, यूं गुजरे यह हयात तमन्ना बशर की है', अब्दुर्रहमान नश्तर ने 'कुछ भी छिपा नहीं है खुदा के रसूल से, क्या कर रहा है कौन खबर हर बशर की है' समेत अन्य शायरो ने नजराने अकीदत पेश की।
कार्यक्रमों का आयोजन ऑल इंडिया मुशायरा व नात, मनकबत दरगाह प्रमुख हजरत सुब्हानी मियां की सरपरस्ती में हुआ। संचालन कारी नाजिर रजा बहेड़वी, आसिफ सैफी, यूसुफ सम्भली ने किया। मीलाद शरीफ का प्रोग्राम हाजी गुलाम सुब्हानी की पार्टी ने पेश की। टीटीएस राष्ट्रीय सचिव मुहम्मद सलीम नूरी ने मुशायरे से संबंधित जानकारियां दी। उन्होंने बताया कि आयोजित उर्स ए रजवी का एतिहासिक मुशायरा है। जिसे आला हजरत के बड़े बेटे मुफ्ती हामिद रजा खान भी सुनते थे। जमकर हुई खरीददारीउर्स-ए-रजवी के मौके पर पूरा इस्लामिया ग्राउंड मेले में तब्दील हो गया। अलग-अलग स्टेट से आए दुकानदारों ने आला हजरत की जिंदगी से जुड़ी अनगिनत किताबों के अलावा तमाम विषयों पर आधारित किताबों की जमकर सेल की। चादरपोशी के लिए चादर, टोपी, ताबीज, फूल, इत्र, बरेली का सुरमा, पोस्टर, बैनर, झंडा, गुब्बारा, खिलौने समेत जरी जरदोजी और खेल खिलौनों को लोगों ने खरीदा। बता दें, कि उर्स के मेले में मुबई, गुजरात, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, जम्मू कश्मीर समेत अन्य राज्यों के फेम शॉप ओनर्स अपनी बेहतरीन सामग्रियों के साथ मौजूद हुए हैं।
दिनभर चलता रहा लंगर वसई रज़ा अंजुमन कमेटी के सदस्यों ने उर्स के मौके पर जायरीनों की खिदमत की। वहीं इसके अलावा तमाम अंजुमन और कमेटियों के लोगों ने जगह-जगह लोगों ने लंगर का इंतजाम किया। जहां पर जायरीन ने लंगर में खाना गया।