आईएएस ऑफिसर बन गर्ल्स को देंगी सिक्योरिटी
इंटर एग्जाम स्टार्ट होने से कुछ दिन पहले ही दीपिका थोड़ा प्रेशर में आ गई थी, जिससे उसकी सेहत भी खराब रही। पूरी फैमिली और कोचिंग टीचर ने मोटिवेट किया, हौसला बांधा, जिससे दीपिका इतना इंस्पायर्ड हुई कि उन्होंने डिस्ट्रिक्ट में सबसे ज्यादा 95.8 पर्सेट मार्क्स हासिल किया। दीपिका आईएएस ऑफिसर बनने की चाह रखती है। महिलाओं की सिक्योरिटी के लिए काफी कुछ करना चाहती है। फादर एडवोकेट कप्तान सिंह यादव और मदर नीलम बताती हैं कि उन्होंने कभी दीपिका को पढ़ने के लिए नहीं कहा। वो तो पढ़ने के अलावा कुछ और सोचती ही नहीं थी। दीपिका ने हिंदी में 95 तो बाकी सब्जेक्ट्स फिजिक्स, मैथ्स, केमेस्ट्री और इंग्लिश में 96 मार्क्स स्कोर किया है। दीपिका बताती हैं कि उन्होंने रेगुलर पढ़ाई की, हर पोर्शन को रोज पढ़ती थीं। सभी सब्जेक्ट पर बराबर ध्यान दिया।
- दीपिका यादव, जीजीआईसी, 95.8जब तक नींद नहीं आती थी तब तक पढ़ता था
अमन के घर में हमेशा पढ़ाई का माहौल रहता है, जो उन्हें हर पल इंस्पायर्ड करता है। 4 बड़ी बहने हैं। एक डॉक्टर, दो इंजीनियर और एक इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही है। ऐसे में अमन कैसे पीछे रह जाते। उन्होंने 93.8 मार्क्स स्कोर कर ब्वॉयज कैटेगरी में डिस्ट्रिक्ट को टॉप किया है। अमन को हिंदी में थोड़ा कम मार्क्स आने का मलाल है। उन्होंने हिंदी में 86, इंग्लिश में 96, बायो में 96, केमेस्ट्री में 95 और फिजिक्स में 96 मार्क्स स्कोर किया है। अमन मेडिकल में अपना करियर बनाना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि यहां तक पहुंचने के लिए उन्होनें काफी मेहतन की। रात में जब तक नींद नहीं आती थी तब तक पढ़ाई करते थे। हार्ड सब्जेक्ट पर ज्यादा फोकस किया।
- अमन गंगवार, जयनारायण, 93.8 रेगुलर 5 से 6 घंटे की पढ़ाईसंडे को जब यूपी बोर्ड इंटर का रिजल्ट डिक्लेयर हुआ तो सोमेंद्र उस समय बरेली कॉलेज में आईआईटी एडवांस का इंट्रेंस दे रहे थे। इंट्रेंस के बाद उन्हें अपनी रिजल्ट का पता चला। आईआईटी एडवांस का इंट्रेंस तो अच्छा नहीं गया, लेकिन इंटर रिजल्ट ने उनके चेहरे पर खुशी लाने का काम जरूर किया। सोमेंद्र कुमार ने 93 पर्सेट मार्क्स हासिल किया है। हिंदी में 87, इंग्लिश में 89, फिजिक्स में 96, केमेस्ट्री में 95 और मैथ्स में 98 मार्क्स स्कोर किया है। सोमेंद्र का सपना है कि वे केवल आईआईटी से ही इंजीनियरिंग करें। सोमेंद्र बताते हैं कि स्कूल और कोचिंग के अलावा वे रोजाना घर पर 5 से 6 घंटे रेगुलर पढ़ाई करते थे। इसके लिए उन्होंने बाकायदा टाइम टेबल बना रखा था, जिसको स्ट्रिक्टली फॉलो भी करते थे।
- सोमेंद्र कुमार, जयनारायण, 93 हार्ड वर्क पर ही करें फोकस सेल्फ स्टडी, रीविजन और रेगुलर प्रैक्टिस ये तीन मंत्रा हैं, जिन्हें अनुराग मौर्या ने फॉलो किया और 92.8 पर्सेंट मार्क्स स्कोर किया। अनुराग ने बताया कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। निरंतर लगे रहने से ही वो हाथ लगती है। अनुराग ने हिंदी में 85, कम्प्यूटर साइंस में 93, फिजिक्स में 96, केमेस्ट्री में 94 और मैथ्स में 96 मार्क्स स्कोर किया है। अनुराग सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। पिता रमन राम किसानी करते हैं, जबकि मदर हाउस वाइफ हैं। अनुराग बताते हैं कि मुश्किलें, सुविधाओं का अभाव अथक परिश्रम के सामने बौने साबित हो जाते हैं, इसलिए हमेशा हार्डवर्क पर ही फोकस करना चाहिए। - अनुराग मौर्या, जयनारायण, 92.8