मार्कशीट के साथ ही मिल सकती है डिग्री
- डिग्री देने के प्रोसेस को सरल बनाने पर विचार कर रहा है आरयू
- डिग्री लेने में स्टूडेंट्स को काटने पड़ते हैं चक्कर BAREILLY: स्टूडेंट्स को डिग्री प्रोवाइड कराने के प्रोसेस में आने वाली प्रॉब्लम्स को आरयू कम करने के प्रयास में लगा हुआ है। इसी के तहत आरयू ने पहली बार सिंगल विंडो सिस्टम ओपन किया। जहां पर रिजल्ट, डिग्री और माइग्रेशन से संबंधित सभी तरह के कार्य कराए जाते हैं। इसी क्रम में आरयू इस बात पर भी विचार कर रहा है कि स्टूडेंट्स को मार्कशीट के साथ ही डिग्री प्रोवाइड करा दी जाए। ताकि उन्हें डिग्री के लिए बार-बार यूनिवर्सिटी और कॉलेज का चक्कर ना काटना पड़े। थर्सडे को बीसीबी की तरफ से मेन एग्जाम की फाइनल स्कीम प्रोवाइड कराने के दौरान ही यह प्रपोजल यूनिवर्सिटी के सामने रखा गया। डिग्री के लिए भटकना पड़ता हैआरयू में एग्जाम सिस्टम इतना अव्यवस्थित है कि स्टूडेंट्स को एग्जाम फॉर्म जमा करने से लेकर मार्कशीट और डिग्री लेने तक कई बार चक्कर काटना पड़ता है। हालांकि ऑनलाइन एग्जाम फॉर्म का सिस्टम शुरू कर आरयू ने काफी हद तक फॉर्म जमा करने के प्रोसेस को सरल कर दिया है। लेकिन रिजल्ट के बाद मार्कशीट और डिग्री लेने में स्टूडेंट्स को अभी तक काफी कठिनाइयों को सामना करना पड़ता है। यूनिवर्सिटी के कैंपस के स्टूडेंट्स को कुछ महीनों के बाद डिग्री प्रोवाइड करा दी जाती है, लेकिन स्टूडेंट्स को डिग्री लेने में कॉलेजेज के काफी चक्कर काटने पड़ते हैं। दो वर्ष बाद ही उनकी डिग्री कॉलेज में आती है। उन्हें बार-बार कॉलेज का चक्कर काटना पड़ता है।
मार्कशीट के साथ ही डिग्री डिग्री मिलने की कठिनाइयों को खत्म करने के लिए आरयू मार्कशीट के साथ ही डिग्री प्रोवाइड कराने पर विचार कर रहा है। थर्सडे को ही बीसीबी की तरफ से यह प्रपोजल रखा गया। इसके तहत प्रयास यही किया जाएगा कि जैसे ही स्टूडेंट्स की मार्कशीट जारी हो वैसे ही उनकी डिग्री भी जारी कर दी जाए। इसके लिए डिग्री बनाने के लेंदी प्रोसेस को सरल बनाया जाएगा। रजिस्ट्रार एके सिंह ने बताया कि बदलाव कर यह कोशिश की जाएगी स्टूडेंट्स को जल्द से जल्द डिग्री मिल जाए। मार्कशीट स्टूडेंट के घर परआरडी क्लियर करने के बाद स्टूडेंट्स को दिए जाने वाले मार्कशीट पर भी बीसीबी की तरफ से प्रपोजल दिया गया। प्रपोजल के अनुसार जिन स्टूडेंट्स की आरडी क्लियर हो जाती है उनकी मार्कशीट सीधे उनके घर के पते पर भेज दी जाए। दरअसल आरयू के कर्मचारियों ऐसा काकस है कि आरडी क्लियर होने के बाद भी स्टूडेंट्स को मार्कशीट लेने के काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कर्मचारी उनकी मार्कशीट के लिए भटकाते हैं। ताकि स्टूडेंट्स सुविधा शुल्क देने पर मजबूर हो जाएं। यदि स्टूडेंट के घर पर मार्कशीट जाएगी तो उन्हें आरयू का चक्कर नहीं काटना पड़ेगा।