- आरयू के वित्त अधिकारी के पद पर नहीं रहना चाहते

- सिक्योरिटी मिलने के बाद भी नहीं किया ऑफिस ज्वाइन

BAREILLY: पुलिस सिक्योरिटी के साथ आरयू के वित्त अधिकारी थर्सडे को लखनऊ रवाना हो गए। वेडनसडे को उन्होंने डीएम से अपने जान का खतरा बताते हुए सिक्योरिटी की डिमांड की थी। जिसके बाद जिले की पुलिस ने उन्हें सिक्योरिटी प्रदान की। लेकिन बावजूद इसके वे लौट कर यूनिवर्सिटी नहीं आए। काफी समय से आरयू के वित्त अधिकारी का ऑफिस में ना बैठने का विवाद चल रहा है। वित्त संबंधित कई मसले पेंडिंग हैं लेकिन वे काफी समय से गायब चल रहे हैं। यहां तक कि जनवरी में शासन की वित्त समिति की मीटिंग भी होनी है। उसके लिए आरयू को प्रस्ताव तैयार करना है। लेकिन वित्त अधिकारी के ना होने से सभी काम ठप पड़े हैं।

नहीं रहना चाहते आरयू में

सोर्सेज की मानें तो वित्त अधिकारी भानू प्रकाश का पहले से ही आरयू के वित्त अधिकारी पद पर रहने का मन नहीं था। इसी वजह से वे कुछ दिनों तक ऑफिस में बैठे, लेकिन उसके बाद से कन्नी काटने लगे। इंप्रूवमेंट फीस का मसला हो, ऑनलाइन प्रोसेसिंग फीस का मसला हो या फिर ऑनलाइन टेंडर या फिर दूसरे कामों के टेंडर का वे इनका प्रपोजल बनाने से कतराने लगे। यहां तक कि हाल ही में शासन हुए वित्त समिति की मीटिंग में वे फाइल ही लेकर नहीं गए जिसमें ऑनलाइन प्रोसेस होने के बाद और उससे पहले के खर्चे का ब्यौरा था। सोर्सेज की मानें तो उन्होंने इस प्रपोजल की फाइल ही तैयार नहीं की जिस वजह से वित्त समिति की मीटिंग में कोई नतीजा नहीं निकला।

शासन में ट्रांसफर की करेंगे पैरवी

सार्सेज की मानें तो शासन में वित्त अधिकारी अपने ट्रांसफर को लेकर पैरवी करेंगे। वे शासन के उच्च अधिकारियों के साथ वार्ता करने के लिए गए हैं। सूत्रों की मानें तो शासन जब तक कोई विकल्प नहीं मिल जाता उन्हें पद पर बने रहने के लिए कह सकता है। क्योंकि जनवरी में शासन की वित्त समिति की मीटिंग होनी है। वहीं दूसरे विकल्प के रूप में रजिस्ट्रार को वित्त का एक्स्ट्रा चार्ज दिया जा सकता है।

Posted By: Inextlive