कहीं ये कल्प्रेट को बचाने की कोशिश तो नहीं
आंसरशीट मामले में यूनिवर्सिटी ने बीसीबी से फिर मांगी रिपोर्ट
एमए हिस्ट्री के स्टूडेंट्स के पास से मिली थीं दो आंसरशीट BAREILLY: एमए हिस्ट्री के स्टूडेंट के पास से दो आंसरशीट मिलने के प्रकरण में आरयू ने एक बार फिर बीसीबी से रिपोर्ट मांगी है। प्रिवियस ईयर के स्टूडेंट प्रदीप कुमार गुप्ता बीसीबी में एग्जाम दे रहा था। उसके पास से दो आंसरशीट मिली थी। एक खाली और एक पूरी तरह से भरी हुई। चौंकाने वाली बात यह थी कि एग्जाम के महज एक घंटे में ही वह आंसरशीट भरी मिली। ऐसे में यह संभावना पक्की हो गई थी कि वह बाहर से कॉपी लिखकर लाया था। कॉलेज के स्क्वॉयड ने उसे पकड़ कर नकल के आरोप में उसकी कॉपी को नत्थी कर दिया। इसके बाद आरयू को साक्ष्य समेत पूरी रिपोर्ट सौंप दी थी। आरयू ने साक्ष्यों पर उठाए सवालआरयू ने बीसीबी द्वारा दिए गए साक्ष्यों पर ही सवाल उठाए हैं। आरयू द्वारा भेजे लेटर में बताया गया है कि कॉलेज द्वारा उपलब्ध साक्ष्य दिए गए प्रूफ के साथ मेल नहीं खाते। ऐसे में उन्होंने दोबारा साक्ष्य उपलब्ध कराने को कहा है। उधर कॉलेज के एग्जाम डिपार्टमेंट का कहना है कि उनके पास जो भी साक्ष्य हैं वह पहले ही मुहैया करा दिया गया है। उन्होंने सही ढंग से जांच नहीं की। कॉलेज आरयू के सवाल पर दोबारा नोट बनाने की तैयारी कर रहा है। कॉलेज का कहना है कि उनके पास अब कुछ नहीं है अब जांच करने और कार्रवाई करने का काम उन्हीं का है।
कॉलेज पर उठ रही उंगली आरयू ने जिस तरह से कॉलेज को लेटर लिखा है उससे तो कॉलेज के उपर ही उंगली उठ रही है। कहीं ऐसा तो नहीं है कि पूरे मामले को निपटाने की कोशिश की जा रही है। साक्ष्य सही नहीं हुए तो मामले का पूरी तरह से पटाक्षेप हो जाएगा और नकल करने वाला स्टूडेंट आरोप मुक्त हो जाएगा। एग्जाम डिपार्टमेंट की मानें तो साक्ष्य सही पाए जाने पर स्टूडेंट फ् वर्षों के लिए डिबार हो जाएगा।