तुम देना साथ मेरा
इलेक्शन में खड़े कैंडीडेट्स अपने प्रचार में अब पूरी तरह से जुट चुके हैं। वहीं खास बात ये है कि उन कैंडीडेट्स के फैमिली मेंबर भी इसमें पीछे नहीं हैं और जनसम्पर्क में पूरा ध्यान लगा रहे हैं। अगर इलेक्शन में मेल कैंडीडेट्स खड़े हैं तो उनकी पत्नी और इलेक्शन में खड़ी फीमेल कैंडीडेट्स के पति पूरी तन्मयता से उनके प्रचार-प्रसार में जुट चुके हैं। ऐसे में उनकी रूटीन लाइफ पूरी तरह से बदल गई है। इलेक्शन के दौरान कुछ अपने पति धर्म का पालन कर रहे हैं तो कुछ अपने पत्नी धर्म का। ऐसे ही कुछ उम्मीदवारों के लाइफ पार्टनर के मौजूदा रूटीन को जानने की कोशिश की आई नेक्स्ट ने। कोई शिकायत नहीं
सतीश कातिब शहर विधानसभा क्षेत्र से जनक्रांति पार्टी के कैंडीडेट है। सतीश कातिब उर्फ मम्मा की पत्नी माया, हाउस वाइफ हैं। माया बताती हैं कि इलेक्शन से पहले वे 24 घंटे घर पर रहती थी और उनका संबंध केवल घरेलू काम-काज से ही था लेकिन इलेक्शन के दौरान उनका पूरा रूटीन चेंज हो गया है। वे रोजाना साढ़े दस बजे घर से निकलती हैं और अपने पति के लिए वोट करने की अपील करती है। उनके पति सुबह जल्दी ही नाश्ता करके जनसंपर्क के लिए निकल पड़ते हैं। माया कहती हैं कि मेरा मानना है कि इस बार के इलेक्शन में उनकी जीत पक्की है। मुझे और बच्चों को इलेक्शन के दौरान उनके बिजी रहने से कोई कंप्लेन नहीं है। उन्होंने कहा कि केवल इलेक्शन ही एक ऐसा समय होता है जब लोग सही और गलत लोगों में फर्क महसूस करते हैं। मेरे पति को जनता का पूरा समर्थन है। उन्होंने कहा कि इलेक्शन के दौरान वे एक दिन में एक से अधिक जनसंपर्क कर रहे है। ऐसे समय वे जितना जनसंपर्क करें उतना ही अव्छा है।हम साथ-साथ हैं
राम गोपाल मिश्र कैंट विधानसभा क्षेत्र से बसपा के कैंडीडेट हैं। उनकी पत्नी लता मिश्रा बताती हैं कि उनका एक बेटा और एक बेटी है। उनका पूरा परिवार इलेक्शन में रामगोपाल जी के साथ है। उन्होंने बताया कि इलेक्शन के दौरान परिवार के रूटीन में कुछ चेंज तो जरूर आ जाता है लेकिन ये चेंज टेंप्रेरी ही होता है। उन्होंने बताया कि मेरे पति सुबह जल्दी नाश्ता करके जनसंपर्क के लिए निकल जाते हैं लेकिन उनके जाने के बाद भी उनसे मिलने वालों का तांता लगा रहता है। पति के निकलने के बाद घर के काम निपटाकर मैं भी महिला कार्यकर्ताओं के साथ जनसंपर्क के लिए निकल पड़ती हैं। इस बार परिसीमन हो जाने के चलते कुछ प्रॉब्लम तो हो रही है लेकिन उसके बाद भी जनसंपर्क में कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि जनता के रुझान को देखते हुए मुझे पूरा विश्वास है कि मेरे पति ही इलेक्शन में भारी मतों से विजयी होंगे।Busy schedule से निकालते हैं time सुप्रिया ऐरन कैंट विधान सभा क्षेत्र से कांग्रेस की कैंडीडेट हैं। इनके पति एवं सांसद प्रवीन सिंह ऐरन का मानना है कि इलेक्शन आते ही रूटीन लाइफ तो डिस्टर्ब हो ही जाती हैं लेकिन ये चेंज परमानेंट नहीं है। मैं सुबह सवेरे ही जनसंपर्क पर निकल पड़ता हूं। मेरे पीछे सुप्रिया भी घर के जरूरी कामों को निपटाकर जनसंपर्क पर निकल पड़ती हैं। उन्होंने बताया कि लोगों के रुझान के मुताबिक सुप्रिया की जीत पक्की है। उन्होंने कहा कि जब मैं इलेक्शन में खड़ा होता हूं तो सुप्रिया मेरी मदद करती हैं और अब जब सुप्रिया इलेक्शन में खड़ी हैं तो मैं भी उनके लिए जनसंपर्क में जुटा हूं। जनसंपर्क में जुट जाती हूं
डॉ। अनिल शर्मा शहर विधानसभा क्षेत्र से सपा के कैंडीडेट हैं। उनकी पत्नी रजनी शर्मा, हाउस वाइफ हैं। डॉ। शर्मा के बारे में पूछे जाने पर बताती हैं कि जीत तो उनकी पक्की है। रूटीन के बारे में पूछे जाने पर वे कहती हैं कि इलेक्शन से पहले हम नाश्ता लेट करते थे लेकिन अब हम जल्दी नाश्ता कर लेते हैं। उन्होंने बताया कि मैं एक हाऊस वाइफ हूं और अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाती हूं। उन्होंने कहा कि मेरे पति का जनसंपर्क से लौटने का कोई समय फिक्स नहीं है इसलिए उनके लिए टिफिन बनाती हूं। इसके बाद मैं भी जनसंपर्क के करती हूं। उन्होंने बताया कि मैं नामांकन से पहले ही अपने पति का प्रचार कर रही हूं। मेरा पूरा परिवार प्रचार में जुटा हुआ है। Report by: Amber chaturvedi