आईसीसीसी का डेमो ट्रायल सफल, शहर में 919 जगहों पर लगेंगे सीसीटीवी कैमरे
140 प्वाइंट्स पर लगेंगे 919 सीसीटीवी कैमरे
21 स्थानों पर ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लगाया गया 167 करोड़ की लागत से तैयार हो रहा आइसीसीसी - शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने में भी मिलेगी मदद, हनीवेल कंपनी के प्रतिनिधियों ने बताई खूबियां - फिलहाल शहर के चार चौराहों पर साीसीटीवी कैमरे लगाकर किया ट्रायल, सितंबर तक पूरी क्षमता से चलेगाबरेली : श्यामगंज पुल से फर्राटा भरकर ईंट पजाया तिराहा की ओर आती बाइक पर सवार हेलमेट लगाए लगाए युवक तिराहे पर पहुंचते ही सामने से आती महिला के पर्स पर झपट्टा मारकर मूर्ति नर्सिंग होम की ओर निकल भागे। लेकिन उनकी हिमाकत को तिराहे पर लगे कैमरे कैद कर लेंगे। बाइक की नंबर प्लेट और लुटेरों की पहचान पुलिस आसानी से कर लेगी। इतना ही नहीं अगर कोई वाहन ट्रैफिक रूल्स तोड़ता है तो चालान उसके घर पहुंच जाएगा। यह सब संभव होगा शहर में तैयार हो रहे इंट्रीगेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से। फ्राइडे को इस प्रोजेक्ट का डेमो ट्रायल हुआ। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद सड़क, पानी, बिजली की कोई भी समस्या होगी तो उसका जल्द निस्तारण किया जाएगा। अगर किसी व्यक्ति को कोई समस्या होगी तो वह भी कंट्रोल रूम में फोन कर उसकी समस्या का निस्तारण हो सकेगा।
कंपनी प्रतिनिधियों ने दिया डेमो
स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत बनाए गए इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर यानि आईसीसीसी के ट्रायल के मौके पर कार्यदायी संस्था हनीवेल कंपनी के प्रतिनिधियों ने अधिकारियों के सामने इसी तरह से सर्विलांस सिस्टम की खूबियां रखीं। फ्राइडे शाम नगर निगम की निर्माणाधीन बिल्डिंग के ऊपरी मंजिल पर बनाए गए आईसीसी सेंटर का सॉफ्ट लांच किया गया। मेयर डॉ। उमेश गौतम, बरेली स्मार्ट सिटी कंपनी के चेयरमैन कमिश्नर आर रमेश कुमार ने सर्विलांस सिस्टम को और मजबूत करने के लिए सुझाव भी दिए। इस पर कंपनी के प्रतिनिधियों ने कंट्रोल रूम के जरिए शहर के लोगों को सुविधाएं हाथोंहाथ मिलने और अपराधों में 70 फीसदी तक की गिरावट आने की जानकारी दी। यह अधिकारी रहे मौजूद सॉफ्ट लांचिंग के मौके पर स्मार्ट सिटी के सीईओ अभिषेक आनंद, एसएसपी रोहित सजवाण, एसपी ट्रैफिक राममोहन सिंह, अपर नगर आयुक्त श्यामलता आनंद, चीफ इंजीनियर बीके सिंह, एक्सईएन संजय चौहान और हनीवेल कंपनी के कर्मचारी मौजूद रहे। शहर में लगेंगे 919 सीसीटीवी कैमरेपरियोजना के तहत शहर के 140 स्थानों पर 919 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने हैं। कई प्रमुख स्थानों, चौराहों व सार्वजनिक जगहों पर कैमरे लग चुके हैं। फिलहाल आइसीसीसी के ट्रायल के लिए चार स्थानों पर लगाए गए सीसीटीवी कैमरे से वहां की गतिविधियों को स्क्रीन पर दिखाया गया। ईंट पजाया चौराहा, शील चौराहा, डेलापीर चौराहा और अग्रसेन पार्क पर होने वाली सभी गतिविधियां एक स्थान पर बैठे अधिकारी देख रहे थे। इन कैमरों से उस स्थान के सभी दिशाओं की गतिविधियों को देखा जा सकेगा और उसकी पिक्चर क्वालिटी भी काफी साफ होगी।
डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन में होगा सुधार सर्विलांस सेंटर से तमाम नागरिक सुविधाओं को भी जोड़ा जाएगा। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए करीब दस हजार घरों को चिह्नित किया गया है। इस सिस्टम से डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन और कूड़ा उठाने की व्यवस्था को भी जोड़ा जाएगा। किसी भी घर से कूड़ा नहीं उठने या फिर साफ-सफाई में दिक्कत होने पर कंट्रोल रूम से उसे दुरुस्त कराया जाएगा। ट्रैफिक भी होगा स्मूदकंट्रोल रूम से ट्रैफिक व्यवस्था पर भी सीधे निगरानी रखी जाएगी। इसके लिए 21 स्थानों पर ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लगा दिया गया है। अगर किसी चौराहे, सड़क पर ट्रैफिक व्यवस्था बिगड़ती है तो वहां कंट्रोल रूम से व्यवस्था बनाई जाएगी। रेड लाइट, जेब्रा क्रासिंग पार करने वालों का चालान काटा जाएगा, जो उनके घर पहुंच जाएगा। स्पीड रोकने के लिए छह स्थानों पर सिस्टम तैयार किया गया है। इससे ग्रीन कारिडोर और इमरजेंसी में एंबुलेंस निकलने की व्यवस्था भी की जाएगी।
जरूरतमंद ले सकेंगे मदद आईसीसीसी से पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम भी काम करेगा। इसके तहत एक साथ शहरवासियों को कोई सूचना आसानी से दी जा सकेगी। तमाम उदघोषणा अधिकारी कर सकेंगे। इसके साथ ही अगर किसी को मदद की जरूरत होगी तो वह फोन करके कंट्रोल रूम में अपनी समस्या बता सकेगा। सेंटर से संबंधित विभाग के जरिए जरूरतमंद को मदद दिलाई जाएगी। मुख्यमंत्री सितंबर में करेंगे उद्घाटन स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत 167 करोड़ की लागत से आइसीसीसी का निर्माण कराया जा रहा है। अभी ट्रायल के बाद कंपनी अगस्त, सितंबर तक आईसीसीसी प्रोजेक्ट को पूरा होने की उम्मीद है। प्रोजेक्ट का उ्दघाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। आधुनिक टेक्नोलॉजी से युक्त कैमरों से शहर की निगरानी होगी, तो वाहन चालक ट्रैफिक नियमों का पालन करने के लिए पाबंद होंगे।