कोर्ट पहुंचने से पहले बंदी को मिली 'मौत की सजा'
पेशी पर जाने से पहले जेल के अंदर आया चक्कर, हॉस्पिटल पहुंचने से पहले गई जान
पोस्टमार्टम में क्लियर होगा मौत का कारण BAREILLY: हत्या के आरोपित एक बंदी को कोर्ट में पेशी से पहले ही डिस्ट्रिक्ट जेल में मौत सजा मिल गई। यह सजा कोर्ट ने नहीं बल्कि ऊपर वाले ने दी। फिलहाल, जेल प्रशासन ने वीडियोग्राफी और डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया है। उसकी मौत कैसे हुई इस बारे में पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चल सकेगा। पत्नी की हत्या में था बंदब्भ् वर्षीय सज्जाद हुसैन, उदरा देवरनियां का रहने वाला था। वह पत्नी की हत्या में जेल में बंद था। उसे ब् दिसंबर ख्0क्क् को डिस्ट्रिक्ट जेल में दाखिल किया गया था। ट्यूजडे उसकी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में पेशी थी। सुबह वह तैयार होकर बंदियों के साथ कोर्ट जाने के लिए खड़ा हुआ। अचानक वह चक्कर खाकर जेल परिसर में ही गिर गया। उसे तत्काल हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन हालत खराब होने पर उसे डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल रेफर किया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पिता की भी पहले हो चुकी है मौतसज्जाद हुसैन के पिता मोहम्मद हुसैन ब्भ् वर्ष भी इसी केस में जेल में बंद थे। उसकी भी सजा से पहले मौत हो चुकी है। हुसैन को बीमारी के चलते ख्0क्ख् में पीजीआई लखनऊ में एडमिट कराया गया था, जहां इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
पेशी पर जाने के लिए बंदी तैयार था। अचानक उसे चक्कर आ गया, जिससे उसकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम में मौत का कारण स्पष्ट हो जाएगा। आरके मिश्रा, डिस्ट्रिक्ट जेल सुपरिंटेंडेंट