ड्रिंक करके ना करें ड्राइव, कहीं जान ना ले ले नशा
- होली पर नशे में धुत राइडर्स सड़कों पर भरते हैं फर्राटा, होते हैं हादसों के शिकार
- खोदी पड़ी सड़कों के चलते खतरा बरकरार, जगह-जगह तैनात रहेगी ट्रैफिक पुलिस बरेली। होली पर बरेलियंस की मौज मस्ती में शराब और शबाब भी शामिल रहते हैं। हुरियारे दिन भर गली मौहल्लों में धमाचौकड़ी मचाने के साथ ही बाइकों पर पूरे शहर में फर्राटा भी भरते हैं। ऐसे में नशे में धुत कई लोग हादसों का शिकार भी होते हैं और कुछ अपनी जान भी गंवा बैठते हैं। ऐसे में पिछले साल दर्जनों हादसे होने के बाद अब इस साल ट्रैफिक पुलिस पहले से अलर्ट है। शहर में जगह-जगह ड्यूटी प्वाइंट्स बनाए गए हैं, जिससे कि सड़कों पर फर्राटा भरने वाले हुरियारों की लगाम कसी जा सके। कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के भी निर्देश अधिकारियों द्वारा दिए गए हैं। जगह-जगह बने ड्यूटी प्वाइंट्सहोली पर होने वाले हादसों के चलते शहर व देहात क्षेत्र में भी जगह-जगह ड्यूटी प्वाइंट्स बनाए गए हैं। शहर में अधिकतर पीलीभीत बाईपास, सौ फुटा रोड, नैनीताल रोड और देहात क्षेत्र में नवाबगंज, बहेड़ी व अन्य कुछ इलाकों में हादसों की संख्या ज्यादा रहती है। वहीं जिले में पहले से ही 11 प्वाइंट्स एक्सिडेंट प्रोन जोन के तौर पर चिह्नित भी किए जा चुके हैं। इनमें कुछ मोड़ तो कई चौराहे भी शामिल हैं। ऐसे में होली के दिन ट्रैफिक पुलिस समेत अन्य थाना पुलिस भी जगह-जगह तैनात रहकर फर्राटा भरने वाले हुरियारों पर नजर रखेगी।
पिछले साल हुए 56 से ज्यादा हादसे पिछले साल होली के दिन शहर व देहात क्षेत्र में मिलाकर 56 से ज्यादा हादसे हुए थे। इनमें ज्यादातर बाइक सवार शामिल रहे। वहीं होली के दिन हुए इन हादसों में जान गंवाने वालों की संख्या 17 से भी अधिक थी। कुछ की मौके पर ही मौत हो गई थी, तो कुछ ने अस्पताल में दम तोड़ दिया था। लगभग हर मामले में परिजनों से संपर्क करने पर उन्होंने मृतक व घायल के शराब के नशे में धुत होने की बात कन्फर्म की थी। ऐसे में इस साल पुलिस इसे लेकर सतर्क बनी हुई है। खोदी पड़ी हैं सड़केंपिछले साल के मुकाबले इस साल शहर की सूरत बदली हुई है। इस साल शहर के अधिकतर हिस्से में निमार्ण कार्य चल रहा है, जिसके चलते अधिकतर सड़कें चलने लायक नहीं हैं। ऐसे में आम दिनों में भी हादसे होते रहते हैं। अब होली के दिन अगर नशे में धुत हुरियारे यहां से फर्राटा भरते हुए निकले तो स्थिति चिंताजनक हो सकती है। वहीं होली के चलते पूरा दिन सड़कें भी गीली रहती हैं। जिसके चलते अक्सर गाडि़यां स्लिप होती हैं और लोग हादसों का शिकार होते हैं।
आंकड़े साल हादसे मौतें 2019 756 543 2020 354 356 2021 189 89