Bareilly: वेडनेसडे से फेसबुक प्रोफाइल नए अवतार में नजर आएगा. यूजर्स चाहे या न चाहे उनका प्रोफाइल टाइमलाइन एप्लीकेशन पर ही शो करेगा. फेसबुक ने वेडनेसडे से अपने यूजर्स के लिए इस नई एप्लीकेशन के रूल्स भी लागू कर दिए हैं. फेसबुक के इस स्टेप से बरेली के यूजर्स अपनी डाटा सिक्योरिटी को लेकर डाउट में आ गए हैं. दरअसल यह एप्लीकेशन लास्ट ईयर सितंबर से शुरू की गई थी लेकिन यह नया लुक ऑप्शनल था लेकिन टाइमलाइन एप्लीकेशन पर ऑटोमेटिकली आने के बाद यूजर्स अपने पर्सनल डिटेल को फेसबुक से हटाने की पहल कर रहे हैं. इसमें प्राइवेसी सेटिंग्स को लेकर कुछ सॉलिड ऑप्शन नहीं दिए गए हैं. इसीलिए फेसबुक यूजर्स ने तो पेज बनाकर अपना विरोध भी दर्ज करना शुरू कर दिया है.

अब तक था experimental
पिछले साल सितंबर से फेसबुक ने अपने यूजर्स को नई फैसिलिटी प्रोवाइड की। फेसबुक के डिसप्ले प्रोफाइल सिस्टम में फेरबदल किया गया। स्टार्टिंग में यूजर्स के लिए इस एप्लीकेशन को ऑप्शनल रखा गया। यूजर्स अगर टाइमलाइन ऑप्शन को लाइक करते थे तो उसकी प्रोफाइल नॉर्मल मोड से कन्वर्ट होकर टाइमलाइन में तब्दील हो जाती थी।

Facebook का official declaration

टाइमलाइन को कम्पल्सरी करने से पहले फेसबुक ने ब्लॉग में पोस्ट में डिक्लेरेशन का पोस्ट भी डाला था। इसमें कहा गया था कि यूजर्स के लिए टाइमलाइन एप्लीकेशन की शुरुआत 7 दिन के ऑप्शन पर की गई थी। यह टाइम पीरियड बेसिकली टेस्टिंग के लिए था। इसमें यूजर्स को जान लेना था कि किन जानकारियों को पब्लिकली करना है या हिडेन रखना है।
 
Cyber criminals की पौ-बारह
लखनऊ स्थित साइबर सेल के विजय प्रकाश ने बताया कि सेल में साइबर सिक्योरिटी पर व्यापक स्तर पर काम होता है। ज्यादातर केस में देखा गया है कि फेसबुक यूजर्स अपनी रियल इंफॉर्मेशन फेसबुक में अपलोड करते हैं। नॉर्मल फेसबुक में प्राइवेसी ऑप्शंस होते थे। टाइमलाइन में फिलहाल ऐसे ऑप्शन नहीं हैं इसलिए इंफॉर्मेशन चोरी करना ज्यादा आसान होगा। इसके अलावा साइबर क्रिमिनल्स की बढ़ती पहुंच को देखते हुए पॉसिबिलिटी है कि फेसबुक यूजर्स को बहुत जल्द फॉल्स लिंक भी वेब पेज पर दिखने लगेंगे। इन्हें रोकना मुश्किल होगा।
हटाना होगा personal data
लखनऊ विश्वविद्यालय के मास कॉम डिपार्टमेंट के एसोसिएट प्रोफेसर मुकुल श्रीवास्तव बताते हैं कि टाइमलाइन में सिक्योरिटी की प्रॉब्लम है। उनका कहना है, पहले मेरे पोस्ट और फोटो सिर्फ वही यूजर्स देख सकते थे जिनसे मैं शेयर करता था लेकिन नए सिस्टम में प्राइवेसी की पॉसिबिलिटी पहले से कम है। इस सिस्टम को यूज करते वक्त मुझे ऐसा महसूस हुआ कि मेरे पोस्ट्स अनचाहे लोग भी देख रहे हैं। अब मुझे अपने कुछ पर्सनल फोटो एकाउंट से हटाने पड़ेंगे। मेरे हिसाब से तो टाइमलाइन में भी वही सुविधाएं हैं, जो पिछले सिस्टम में थीं।
Yearly data view हो सकेगा
वल्र्ड की बिगेस्ट सोशल नेटवर्किंग साइट पर इंडिया में 4 करोड़ से ज्यादा यूजर्स अपनी लाइफ शेयर करते हैं। यूजर्स फेसबुक के जरिए अपने पर्सनल व्यूज और लाइफ इवेंट्स को शेयर करते रहते हैं। टाइमलाइन एप्लीकेशन में 60 से ज्यादा नए ऑप्शन और फैसिलिटीज यूजर्स को प्रोवाइड की गई हैं। नए ऑप्शन में अब यूजर्स की वॉल पोस्टिंग ईयरली देखी जा सकेंगी। साइड में ईयर्स का ऑप्शन दिया गया है।
शुरू हो गया विरोध
फेसबुक प्रोफाइल के ऑटो टाइमलाइन में कन्वर्जन के एनाउंसमेंट के साथ ही इस फेरबदल का विरोध भी शुरू हो गया है। यूथ ने इसके लिए पेजेज बना दिए हैं। फेसबुक पर यूजर्स रिमूव टाइमलाइन, टाइमलाइन सक्स, डिएक्टीवेट एफबी टाइमलाइन, आई हेट टाइमलाइन और एफबी टाइमलाइन के नाम से तमाम पेजेज बन चुके हैं। इतना ही नहीं इन पेजेज को हजारों यूजर्स ने लाइक किया है। टाइमलाइन सक्स पेज पर लिखा है कि 'हम सोशल नेटवर्किंग के मेम्बर्स चाहते हैं कि नए टाइमलाइन का फीचर वैकल्पिक हो और यह हम पर थोपा न जाए।


खबर लिखे जाने तक इन पेजेज को इतने यूजर्स ने लाइक किया-
-आई हेट टाइमलाइन- 15,338
-रिमूव टाइमलाइन- 8,000
-टाइमलाइन सक्स- 14,917
Be careful while selecting timeline
टाइमलाइन को एक्टिवेट करेंगे तो एक्टिविटी लॉग बटन पर क्लिक करें, जो आपको कवर पेज के नीचे नजर आएगा। यहां ड्रॉप डाउन मेन्यू का इस्तेमाल करके हर तरह की पोस्ट या इवेंट को देख सकेंगे, जो आपकी वॉल दिखाई देती है। यहां आपको हिडेन, शो और डिलीट का ऑप्शन नजर आएगा।


-पर्सनल डाटा को कम से कम फेसबुक पर ओपन करें। फोन नम्बर, ई-मेल एड्रेस, आईडी को हिडेन ही रखें।
-जहां तक पॉसिबल हो पुरानी फोटो, पर्सनल व्यू और लाइफ इवेंट को शेयर न करें।
-जब तक टाइमलाइन के बारे में नई इंस्ट्रक्शंस न क्लीयर हो जाएं, अपने फेसबुक अकाउंट की प्राइवेसी सेटिंग्स चेंज न करें।
टाइमलाइन अपलोड होने के साथ यूजर्स से रिलेटेड पर्सन वॉल पोस्ट को ईयर वाइज देख सकेंगे लेकिन यह कोई भी नहीं चाहेगा कि उसके पर्सनल डाटा को अजनबी देखें और शेयर करें.  प्राइवेसी ऑप्शन तो देना ही चाहिए था।
-अमीषा, स्टूडेंट
मैं लम्बे समय से दोस्तों से फेसबुक के जरिए जुड़ी हूं। फेसबुक की टाइमलाइन को ऑप्शनल रखते हुए मैं यूज कर रही थी। अब अगर फेसबुक इसे कम्पल्सरी करता है तो मजबूरन मुझे गूगल प्लस के बारे में सोचना होगा।
-फातिमा, स्टूडेंट 


Report by: Abhishek Mishra

Posted By: Inextlive