पांच ठग मौके से फरार दो कोतवाली पुलिस ने पकड़ा फरीदाबाद का है गैंग. फरार ठगों की तलाश में जुटी पुलिस फर्जी दस्तावेजों से खुलवाए थे खाते

बरेली(ब्यूरो)। कोतवाली पुलिस के हाथ बुधवार को एक बड़ी कामयाबी लगी। देश के अलग-अलग हिस्सों में साइबर ठगी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पांच आरोपित मौके से फरार हो गए। गैंग के एक सदस्य के नाम बरेली की 11 बैंकों में फर्जी तरीके से खाते खुलवाए गए। यह खाते साइबर सेल ने फ्रीज करा दिए थे। उन्हीं को खुलवाने के लिए गैंग के कुछ सदस्य बरेली पहुंचे थे। खाते खुलवाने में इनकी मदद बारादरी क्षेत्र के संजय नगर का रहने वाला युवक कर रहा था। पुलिस ने मोबाइल नंबर और बातचीत के आधार पर सभी साइबर थानों से इनकी जानकारी जुटाना शुरू कर दी है।


फर्जी तैयार कराए पेपर
गिरफ्तार आरोपित योगेंद्र कुमार और अभिषेक से पूछताछ में पता चला कि उनका साइबर ठगी का गैंग फरीदाबाद का है। मूल रूप से हाथरस के सादाबाद कोतवाली के सिस्ता के रहने वाले योगेंद्र कुमार के नाम बरेली की 11 बैंकों में खाते खुलवाए गए थे। यह सभी खाते बरेली की सनराइज इन्क्लेव पार्ट दो के पते पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर खुलवाए गए थे। इन खातों को खुलवाने में योगेंद्र की मदद करने की जिम्मेदारी संजय नगर के रहने वाले आरोपित अभिषेक की थी। अभिषेक की मदद से ही सभी फर्जी दस्तावेज तैयार कराए गए।

लोकेशन की तलाश
साइबर ठगी से जो भी रकम खातों में भेजी जाती थी उसे योगेंद्र से निकलवाया जाता और सभी आपस में बांट लेते थे। पुलिस ने जब खातों की जानकारी निकाली तो चौंक गई। महज तीन महीनों में सभी 11 खातों में दो करोड़ रुपये से अधिक रुपये का लेनदेन हुआ था। इसमें से करीब 1.95 करोड़ रुपये निकाल भी लिए गए थे। सभी खातों में 5.40 लाख रुपये बचे हैं जिन्हें निकालना बाकी है। दोनों आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अभी गैंग के अन्य सदस्यों के बारे में भी जानकारी जुटा रही है। सभी की काल हिस्ट्री से लोकेशन निकालने की कोशिश हो रही है।

फ्रीज खातों को खुलवाने आए थे गैंग के लोग
पुलिस के अनुसार, पिछले तीन महीनों में हुई साइबर ठगी के दौरान ही इन खातों में दो करोड़ से अधिक ट्रांजेक्शन हो चुके थे। पीडि़तों की शिकायतों के आधार पर साइबर सेल की मदद से खातों को सील करा दिया जाता है। फरीदाबाद के इस गैंग के बरेली में 11 खातों में से करीब नौ खातों को फ्रीज किया जा चुका था। फ्रीज खातों को खुलवाने के लिए योगेंद्र के साथ साइबर ठगी गैंग के लोग बरेली आए थे। यहां पर अभिषेक की मदद से इन खातों को फ्रीज से हटाना था।

चौकी चौराहा पर होने लगी लड़ाई तो पकड़े गए
चौकी चौराहा पर यश बैंक के पास कुछ लोग आपस में पैसों के बंटवारे को लेकर लड़ रहे थे। उसी दौरान चेङ्क्षकग के लिए कोतवाली पुलिस भी निकली तो सभी को लड़ता देख मौके पर पहुंची। पुलिस को देखते ही सात लोग मौके से फरार हो गए। अभिषेक और योगेंद्र को पुलिस ने पकड़ लिया। तलाशी ली तो परत दर परत पूरी कहानी खुलती चली गई। फरार आरोपितों में से फरीदाबाद के रहने वाले सौरभ शर्मा, राज राजपूत और पांच अज्ञात लोग शामिल हैं।

वाराणसी साइबर थाने से भी जुटाई जा रहे सबूत
कोतवाली पुलिस के अनुसार, पिछले दिनों वाराणसी में दस लाख रुपए की ठगी हुई थी। इसकी प्राथमिकी वहां के साइबर थाने में कराई गई। पूछताछ में उस ठगी से भी इस गैंग के तार जुड़ते हुए नजर आ रहे हैं। इसलिए अब बरेली पुलिस ने वाराणसी साइबर थाने से संबंधित प्राथमिकी की जानकारी मांगी है, जिससे पूरी पड़ताल की जा सके।

वर्जन
कोतवाली पुलिस ने दो साइबर ठगों को पकड़ा है। इस गैंग के अन्य सदस्य फरार हो गए हैं। सभी की तलाश की जा रही है। बैंक खातों से मिली जानकारी के अनुसार बरेली में इनके 11 खातें हैं, जिसमें करीब दो करोड़ रुपए से अधिक का ट्रांजेक्शन हुआ है। जांच पड़ताल की जा रही है।
राहुल भाटी, एसपी सिटी।

Posted By: Inextlive