3 दिन में 3 मंथ का बिजनेस
साल भर पहले ही हो जाती है बुकिंगउर्स-ए-रजवी के लिए सिटी में जायरीन का तांता लगना शुरू हो चुका है। दरगाह-ए-आला हजरत की ओर से उनके स्टे की व्यवस्था की गई है, पर जायरीन की संख्या काफी ज्यादा होती है। इसलिए दूसरा ठिकाना होंगे होटल। खुशी की बात यह है उर्स का मौका सिटी की होटल इंडस्ट्री के लिए गोल्डन ऑकेजन से कम नहीं। व्यवसाइयों की मानें तो इन तीन दिनों में सिटी के होटल कारोबार क ो तीन महीने का टर्नओवर मिल जाता है। पैक अप हो जाते हैं होटल्स
उर्स के मौके पर सिटी के छोटे-बड़े सभी होटल्स में जायरीन की भीड़ रहती है और तीन दिन तक तो स्थिति यह रहती है कि यहां रेग्युलर कस्टमर्स के लिए भी स्पेस नहीं रह जाता है। खास बात यह है कि इस दौरान जंक्शन से लेकर नॉवेल्टी तक के सभी होटल्स एक साल पहले ही बुक कर दिए जाते हैं। वहीं होटल्स में बुकिंग छह महीने पहले इंटरनेट या टेलीफोन के जरिए की गई है।नॉर्मली 60 परसेंट बुकिंग
आम दिनों में सिटी के होटल्स की बुकिंग मैक्सिमम 60 परसेंट तक ही होती है। पर उर्स के दौरान यह बुकिंग 100 परसेंट तक पहुंच जाती है। वहीं कुछ छोटे होटल्स में तो शेयरिंग का सिस्टम भी शुरू हो जाता है। कस्टमर्स चाहें तो एक्स्ट्रा चार्ज पे करके रूम शेयर भी कर सकते हैं। कारोबारियों की मानें तो केवल तीन दिनों में ही होटल इंडस्ट्री क ो छह करोड़ का टर्न ओवर मिल जाता है। आम तौर पर होटल इंडस्ट्री के एक सप्ताह का क ारोबार अधिकतम 10 करोड़ तक होता है।यहां भी ठहरेंगे जायरीन उर्स-ए-रजवी की आयोजन समिति की ओर से इस्लामियां इंटर कॉलेज, इस्लामियां गल्र्स इंटर कॉलेज, कस्तूरबा इंटर कॉलेज, खलील इंटर कॉलेज आदि स्कूल और बैंक्वेट हॉल्स में जायरीन के ठहरने की व्यवस्था की गई है। इन स्थानों पर जायरीन की सुरक्षा के लिए 2-2 कांस्टेबल, और 2-2 होमगाड्र्स मौजूद रहेंगे। इनकी तैनाती आयोजन समिति की मांग पर होटल्स में भी की जाएगी।सिटी में उर्स के दौरान होटल इंडस्ट्री के कारोबार में खास इजाफा हो जाता है। इस दौरान कारोबार में 75 परसेंट तक का उछाल आ जाता है। यह कहा जा सकता है कि यह होटल इंडस्ट्री के लिए सबसे अच्छा मौका होता है। इनमें छोटे से बड़े तक सभी होटल्स पैक अप रहते हैं।-पुनीत सक्सेना, जीएम, होटल ओबराय आनंद
उर्स में जायरीन की बड़ी संख्या की वजह से सिटी होटल इंडस्ट्री क ो काफी फायदा होता है, टूरिज्म भी काफी बढ़ जाता है। जायरीन के लिए होटल के रूम रेंट में 30 परसेंट तक का डिस्काउंट दिया जा रहा है। वहीं इससे बिजनेस में उछाल तो आ ही जाता है।-राजशेखर, ओनर, होटल स्वर्ण टॉवरताकि न उठे सिक्योरिटी पर सवाल इस्लामियां ग्राउंड में उर्स मेले में जायरीन के आने का सिलसिला जारी है। मेले में पहुंचने वाले लोगों की सिक्योरिटी को लेकर पुलिस ने भी पूरी तैयारी कर ली है। पुलिस ने अपनी इस तैयारी में इस बात पर भी बल दिया है कि पिछले साल की तरह इस बार जेब तराशी की कोई घटना न हो। जेबकतरों पर लगाम कसने के लिए कई पुलिसकर्मियों की अलग से ड्यूटी लगाई गई है। मंच पर भी ड्यूटी
पुलिस सूत्रों की मानें तो पिछले कई सालों से चले आ रहे मेले में जेबतराशी की कई वारदातें सामने आई है। जायरीन इसकी शिकायत पुलिस थाना में करने पहुंचते हैं। जेबकतरों पर नजर रखने के लिए मेला मोबाइल ड्यूटी लगाई गई है। मेला मोबाइल ड्यूटी में 1 एसआई, 1 हेड कांस्टेबल, 4 कांस्टेबल व 2 महिला कांस्टेबल की ड्यूटी लगाई गई है। साथ ही कई पुलिसकर्मी सादी वर्दी में भी ड्यूटी देंगे। ये सभी पुलिसकर्मी मेले के अंदर गतिशील रहेंगे। जायरीन की सिक्योरिटी को ध्यान में रखते हुए मौलवियों की तकरीरों के लिए बने मंच पर 1 एसआई, 4 कांस्टेबल व 1 सशस्त्र गार्ड की ड्यूटी लगाई गई है।बनी अस्थायी कोतवालीइस्लामियां इंटर कॉलेज के गेट पर 4 एसआई, 2 हेडकांस्टेबल, 20 कांस्टेबल व 2 महिला कांस्टेबल की ड्यूटी लगाई गई है। इसके अलावा मेले में जायरीन की सिक्योरिटी के लिए इस्लामियां इंटर कॉलेज में मेला कोतवाली या पुलिस कैंप बनाया गया है। कोतवाली में 2 एसआई, 1 हेडकांस्टेबल, 6 कांस्टेबल व कई होमगार्ड किसी भी हालात से निपटने के लिए रिजर्व में मौजूद रहेंगे। लगी रही लाइनसिक्योरिटी के मद्देनजर संडे को नौ जिलों की पुलिस बरेली पहुंची। पुलिसकर्मियों की ड्यूटी कहां लगी है, इसकी जानकारी के लिए कोतवाली के बोर्ड पर नोटिस चिपकाया गया। नोटिस बोर्ड पर अपनी ड्यूटी प्लेस देखने के लिए पुलिसकर्मियों की लाइनें लगी रहीं। बरेली में पहुंचने वाली पुलिस बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, संभल, रामपुर, पीलीभीत, बदायूं व शाहजहांपुर की है। ठहरने की व्यवस्था बिशप कोनराड स्कूल, रामभरोसे इंटर कॉलेज व मनोरंजन सदन में की गई है। परचम कुसाई से उर्स का आगाज
मंडे को परचम कुसाई के साथ उर्स-ए-रजवी का आगाज होगा। इससे पहले जुलूस निकाल कर परचम कुसाई इस्लामियां ग्राउंड में की जाएगी। इसके साथ ही ग्राउंड में शॉप्स लगाने की तैयारी पूरी हो चुकी है। इसमें इस्लामी साहित्य से लेकर, टोपी व अन्य सामानों की दुकानें भी लगाई जाएंगी। मंडे से ही होटल्स में जायरीन की भीड़ लगनी शुरू हो जाएगी। पुराने रोडवेज बस अड्डे पर नहीं आएंगी बसें उर्स मेले में होने वाली भीड़ को देखते हुए रोडवेज के पुराने बस अड्डे पर बसों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई। बरेली कॉलेज के गेट के सामने से पुराने बस अड्डे की ओर से आने वाले रास्ते को पुलिस ने ब्लॉक कर दिया है। पुलिस का कहना है कि रोडवेज बसें सेटेलाइट पर सवारियां उतार सकती हैं। अगर कोई बस चौकी चौराहा होकर बरेली कॉलेज तक पहुंचती है तो उसे यहीं पर पैसेंजर्स को उतारकर वापस लौटना पड़ेगा। पैसेंजर्स भी सेटेलाइट या बरेली कॉलेज के गेट से बस पकड़ सकते हैं।