बरेली में रामगंगा नदी में डूबकर तीन की मौत, परिवार में मचा कोहराम
बरेली(ब्यूरो)। गंगा स्नान के अवसर पर क्षेत्र में दो अलग-अलग नदियों पर दो बच्चों सहित तीन लोग डूब गए। इस दौरान प्रशासन द्वारा की गई सारी तैयारियां धरी की धरी रह गईं। रामगंगा नदी में डूबे युवक को बचाने में सारी व्यवस्थायें नाकाम सिद्ध हुईं। रामगंगा नदी में स्नान करने के लिए मंगलवार को हजारों की संख्या में दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंचे थे। वहां बेरिकेडिंग वाले स्थान के अलावा श्रद्धालु डैम से लेकर रेलवे लाइन पार तक स्नान कर रहे थे। इस दौरान डैम की ओर स्नान करने गया संजय नगर निवासी एक युवक डूब गया। इससे घाट पर अफरातफरी मच गई। सूचना के आधा घंटे बाद अधिकारी मौके पर पहुंचे। एसडीआरएफ व गोताखोरों की लापरवाही की हद यह कि युवक के डूबने के आधा घंटे तक टीम पानी में नहीं उतरीं। मौके पर लोगों का कहना था कि अगर तत्काल तत्परता से प्रयास किया जाता तो युवक की जान बचाई जा सकती थी। सर्च के दौरान युवक की बॉडी कुछ दूरी पर मिली। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
लिस्ट में 29 गोताखोर
प्रशासन की तैयारियों की बात करें तो मेला स्थल पर लगाई गई सूची में 29 गोताखोरों का जिक्र किया गया है। लेकिन ट्यूजडे को जब यह हादसा हुआ तो मौके पर कोई गोताखोर नजर नहीं आया। इस दौरान घाट पर उपस्थित चाणपुर निवासी पंकज ने उसे बचाने के लिए नदी में छलांग लगा दी। उसने बताया कि वह स्नान करने आया था। युवक को डूबते हुए देखा तो बचाने का प्रयास किया। लेकिन, सफलता हासिल नहीं हुई। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो उन्हें किसी युवक के डूूबने की जानकारी दी थी। बाद में पुलिस ने भीड़ को हटाकर आगे की कार्रवाई की थी। हद यह कि हादसे के बाद भी प्रशासन अपनी तैयारी पूरी होने का दावा कर रहा है।
कुछ दूर मिली बॉडी
संजय नगर के अशोक नगर निवासी 20 वर्षीय कपिल मंगलवार को रिश्ते के चाचा काशीनाथ व फूफा लालता के साथ चौबारी मेले में गया था। वहां चाचा व फूफा के पूजा करने के बाद वह बेरिकेडिंग से हटकर डैम की ओर नदी में स्नान करने के लिए उतर गया। थोड़ा आगे बढऩे पर वह गहरे पानी में चला गया, जहां वह गहरे पानी में डूब गया। सूचना पर तत्काल ज्वाइंट मजिस्ट्रेट, एसपी सिटी, एसडीआरएफ व गोताखोर मौके पर पहुंचे। लेकिन, आधा घंटे तक वे पानी में उतरे ही नहीं। एसडीआरएफ व गोताखोर समेत 10 से अधिक लोगों ने पानी में उतरकर कपिल की तलाश की। सर्च करने पर उसकी बॉडी किनारे से कुछ दूरी पर मिली।
कपिल पांच भाई-बहनों व मां के साथ संजय नगर में किराए के मकान में रहता था। पिता धन्नू सिंह की मौत के बाद वह ही घर का सहारा था। वह शहर के एक शोरूम में कार्य करता था। उसकी मां लोगों के घरों में काम करती है। बड़े भाई के बीमार रहने के कारण पूरे घर की जिम्मेदारी कपिल के कंधों पर थी। लेकिन, असमय ही वह काल के गाल में समा गया। डैम से लेकर रेलवे पुल तक हो रहा था स्नान
स्नान के लिए तैयार किए गए बेरिकेडिंग वाले स्थान के अलावा श्रद्धालु घाट के दूसरे हिस्सों में भी स्नान कर रहे थे। आलम यह था कि बेरिकेडिंग वाले स्थान के अलावा डैम से लेकर रेलने लाइन के नीचे तक लोग स्नान कर रहे थे। वहीं इसको लेकर जिम्मेदारों का कहना है कि सुरक्षा व्यवस्था के मेले में पुख्ता इंतजाम थे। बेरिकेडिंग भी की गई थी, पुलिस व एसडीआरएफ की टीम लगातार एक्टिव थी। अधिकारी भी मौके पर मौजूद थे। गंगा में नहाने गए दो बच्चे डूबे
फतेहगंज पश्चिमी : भोलापुर गंगा में पिता के साथ नहाने गई सात वर्षीय बच्ची तेज बहाव में बह गई। तमाम प्रयास के बाद भी उसे बचाया न जा सका। वहीं बच्ची को बचाने नदी में कूदे युवकों में से एक युवक भी पानी डूब गया। दोनों को सर्च करने के लिए देर रात तक गोताखोरों की टीम्स लगी हुई थीं। भोलापुर शंखापुर में कार्तिक मेला में फतेहगंज निवासी राजाराम अपने पुत्र लविश व पुत्र मानसी के साथ स्नान करने के लिए गए थे। नहाते समय अचानक लविश डूबने लगा। राजाराम उसे बचानेे के लिए दौड़े। इस दौरान मानसी डूबने लगी। किसी तरह लविश तो बच गया, लेकिन मानसी को नहीं बचाया जा सका। बच्ची को डूबता देख पास में ही स्नान कर रहे नेम चंद और उसका भाई प्रदीप उसे बचाने के लिए कूद गए, लेकिन वे भी डूबने लगे। थोड़ी दूरी पर नाव लगी थी, उसमें बैठे लोगों ने प्रदीप को उन लोगों ने दोनों लडक़ो को डूबते देखा तो बचाने के लिए कूद पड़े। नेमचंद्र को तो बचा लिया गया, लेकिन प्रदीप पुत्र रामेश्वर दयाल निवासी मुबारकपुर थाना शाही को नहीं बचाया जा सका। पता चलने पर पुलिस ने गोता खोरों के माध्यम से काफी तलाश करने की कोशिश की पर उनका कुछ पता पता नही चला। मानसी और प्रदीप के नहीं मिलने से उनके घर मे कोहराम मचा हुआ है। सूचना पर उपजिलाधिकारी कुमार धर्मेंद्र सीओ राजकुमार मिश्रा, थाना प्रभारी राजेश कुमार व हल्का लेखपाल व प्रशासन आदि भी पहुंच गए।
मेले में स्नान के लिए घाटों पर बेरिकेडिंग लगाई गई थी। बार-बार अनाउंसमेंट भी किया जा रहा था। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट भी मौैके पर मौजूद थे। सूचना मिलने पर तत्काल गोताखोरो ने प्रयास भी किया। युवक की बॉडी बरामद कर ली गई थी।-शिवाकांत द्विवेदी, जिलाधिकारी