चुराने गए सामान, गंवानी पड़ गई जान
स्कूल में करने गए थे चोरी, आहट होने पर पड़ोसियों ने की घेराबंदी
सुभाषनगर में पांच में से तीन चोर तालाब में कूदे, एक की डूबने से मौत दो चोर लोगों पर फायरिंग करते हुए फरारBAREILLY: करगैना में पांच युवक स्कूल में चोरी करने के इरादे से घुसे लेकिन लेकिन उनकी किस्मत खराब निकली। पड़ोसियों ने आहट होने पर शोर मचाया और उनको घेर लिया। खुद के पकड़े जाने के डर से तीन चोर पास के तालाब में कूद गए और दो चोर फायरिंग करते हुए खाली ग्राउंड की तरफ से भाग गए। सुबह एक चोर की लाश तालाब में तैरती हुई मिली। वहीं परिजनों का कहना है कि उनके बेटे को उसके साथी बुलाकर ले गए थे। सुबह उन्हीं में से एक कपड़े देने आया था और पकड़े जाने की खबर दी थी। चोर के पिता बेटे की मौत का सुनकर मानसिक संतुलन खो बैठे। फिलहाल पुलिस फरार चल रहे चोर के चार साथियों की तलाश में जुट गई है।
चारों ओर से लोगों ने की घेराबंदीसुभाषनगर में करगैना चौकी से कुछ दूरी पर पूर्व माध्यमिक स्कूल है। सैटरडे रात करीब डेढ़ बजे पास में रहने वाले जीवन लाल मौर्या व अन्य को स्कूल में खटपट होने की आहट सुनाई दी। इस पर लोगों ने शोर मचा दिया और स्कूल की घेराबंदी कर दी। इस पर दो चोर स्कूल के मेन गेट की बांयी ओर से भागने लगे। जब लोगों ने पीछा किया तो बदमाशों ने उन पर ही दो राउंड फायरिंग कर दी। गनीमत यह रही कि गोली किसी को नहीं लगी। इसके अलावा तीन चोर स्कूल के पीछे के तालाब मे कूद गए। सुबह स्कूल के प्रिंसिपल कृष्ण चंद शर्मा पहुंचे तो उन्होंने घटना की सूचना पाकर चौकी में चोरी के प्रयास की शिकायत की। लोगों का कहना है कि वर्ष ख्0क्ख् में भी स्कूल में चोरी हुई थी।
सुबह तैरती दिखी लाश पड़ोसियों ने बताया कि बदमाशों ने सिर्फ अंडरवियर पहन रखे थे। ऐसा लग रहा था कि उनके शरीर पर तेल लगा है। चोर स्कूल की बांयी ओर से नीचे की दीवार कूदकर घुसे थे। उन्होंने प्रिंसिपल के रूम के ताले भी तोड़ दिए थे। सुबह करीब दस बजे गांव वालों को तालाब में एक सिर तैरता दिखायी दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को बाहर निकाला। कुछ देर बाद चोर के परिजन भी मौके पर पहुंच गए। घर पर सुबह पहुंचाए कपड़ेचोर की पहचान मिलक रौंधी सुभाषनगर निवासी आमिर के रूप में हुई है। उसके पिता खलील नगर निगम के जलकल विभाग में चौकीदार हैं। आमिर फोर व्हीलर मैकेनिक था। आमिर की मां असीम बेगम ने बताया कि रात में इफतारी करने के बाद वह जुबैर, जुम्मन, जबर खां और मोहम्मद जैद के साथ गया था। काफी देर तक जब वापस नहीं आया तो उसकी तलाश की। संडे सुबह जुम्मन उनके घर पहुंचा और उनके बेटे के कपड़े दिए। कपड़ों में भूसा लगा हुआ था। उसने बताया कि आमिर को करगैना में लोगों ने पकड़ लिया है लेकिन बाद में सूचना मिली की बेटे की चोरी के दौरान तालाब में डूबने से मौत हो गई। वहीं आमिर की मौत का सदमा उसके पिता संभाल नहीं पा रहे और वह पागलों जैसी हरकतें करने लगे। पिता का कहना है कि उनका बेटा बड़ा होनहार था। वह कभी गलत काम नहीं करता था। जुबेर उसे फिल्म देखने ले जाता था। वह कुछ दिनों पहले उसे दिल्ली भी लेकर गया था।