बहुभाषी नाटकों के नाम रहा थिएटर फेस्ट
- कत्थक नृत्यांगना आस्था शर्मा की परफार्मेस देख भावविभोर हुए दर्शक
BAREILLY: जिला समारोह समिति, इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी और आल इन्डिया कल्चर ऐसोसिएशन द्वारा आयोजित क्0 वें अन्तर्राष्ट्रीय महोत्सव व ख्भ् वीं अखिल भारतीय नाटक, नृत्य संगीत प्रतियोगिता के छठे दिन भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही। सुबह से देर शाम तक कलाकारों ने एक से बढ़कर एक परफार्मेस दी। कार्यक्रम इनॉग्रेशन एडीएमई अरुण कुमार ने किया। वेडनसडे को कई राज्यों के सांस्कृतिक कार्यक्रम और नाटकों की परफार्मेस हुई। नृत्य ने बांधा समांकार्यक्रम के प्रथम सत्र में भारतीय लोक संस्कृति पर आधारित शास्त्रीय, अर्द्धशास्त्रीय, कत्थक, ओडिसी, भरत नाट्यम आदि के साथ असमिया, उडि़या, बिहू, डांडिया, कारवी नृत्यों के साथ परम्परागत शैली पर आधारित नृत्य, संगीत, गायन की धूम रही। इसके अलावा अलीगढ़ के आकर्षण आस्था डांस एकेडेमी की प्रख्यात कत्थक नृत्यांगना आस्था शर्मा ने दर्शकों को कत्थक की विधा से रूबरू कराया। नृत्य में आस्था ने भगवान श्री कृष्ण को मनाने का मनोहारी सजीव चित्रण कर समां बांधा।
नाटकों ने जगाई अलखनाट्य प्रतियोगिता में नौ नाटकों का मंचन हुआ। इसमें बांग्लादेश के प्ले 'खोतियान', पश्चिम बंगाल की बर्नपुर झाझाबर नाट्य संस्था ने 'इमली का पेड़', खटीमा की व्याख्या जन जागृति संस्कृति ने 'द्रौपदी चीर हरण', देहरादून की एकलव्य नाट्य संस्था ने 'युद्धोपरान्त', सारजम नाट्य संस्था ने 'सोनोपुर', कला निकेतन ने 'धनबाद',लखनऊ की बिम्ब संास्कृतिक समिति, अलीगढ़ के एसएस संास्कृतिक कला केन्द्र, उत्तराखंड के सरगम सांस्कृतिक समिति के नाटकों में दर्शकों को बहुभाषी नाटकोंमें कलाकारों की बेहतरीन परफार्मेस का नमूना देखने को मिला।