इंतजार खत्म, किला पुल पर सुगम सफर शुरू
बरेली (ब्यूरो)। दिल्ली-लखनऊ को जोडऩे वाले जर्जर किला पुल की मरम्मत पूरी होने के बाद मंगलवार से आवागमन शुरू हो जाएगा। 810 मीटर लंबे पुल में 27 से अधिक स्थानों पर दरार समेत कई अन्य कमियों को दूर करने के लिए दिसंबर से मरम्मत चल रहा था। सोमवार को कैंट विधायक संजीव अग्रवाल ने पीडब्ल्यूडी अभियंताओं के साथ पुल का निरीक्षण किया और बचे कार्य शीघ्र पूरे करने को कहा। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के अनुसार मंगलवार को सुबह 11 बजे वन एवं पर्यावरण मंत्री डा। अरुण कुमार हरी झंडी दिखाकर आवागमन शुरू कराएंगे।
वन मंत्री दिखाएंगे हरी झंडी
तत्कालीन मंडलायुक्त संयुक्ता समद्दार ने एक नवंबर को किला पुल का निरीक्षण कर हालत दयनीय मिलने पर वाहनों के आवागमन को बंद करा दिया था। शासन स्तर पर पैरवी कर मरम्मतीकरण के लिए 4.88 करोड़ रुपये जारी कराया। बजट जारी होते ही पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को 100 दिन में काम पूरा करने के निर्देश दिए। अब पुल पर व्यू कटर का काम छोड़ सभी कार्य पूरे कर लिए गए हैं। सोमवार को कैंट विधायक संजीव अग्रवाल ने एक्सईएन नारायण ङ्क्षसह व अन्य अधिकारियों के साथ पुल का निरीक्षण किया। एक्सईएन ने बताया कि मंगलवार सुबह 11 बजे वनमंत्री डा। अरुण कुमार हरी झंडी दिखाकर यातायात को फिर से चालू कराएंगे। इस पुल से हर दिन दस हजार से अधिक वाहनों निकलते हैं।
गुजरात के मोरबी में हादसे के बाद मंडल प्रशासन ने किला समेत सभी प्रकार के पुलों की सर्वे कराई थी। इसमें 1982 में बने किला पुल की हालत सबसे दयनीय मिली थी। पुल में फुटपाथ, सपोर्ट ङ्क्षवग, एक्सपेंशन ज्वाइंट और सडक़ पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे। अब काम पूरा होने के बाद पीडब्ल्यूडी के अभियंताओं के अनुसार पुल की लाइफ 15 वर्ष बढ़ गई है। पुल के नहीं चलने से अब तक लोग मिनी बाइपास तिराहा से सौफुटा व डेलापीर होकर यात्रा करने पर मजबूर थे।
पुल के मरम्मत का कार्य पूरा कर लिया गया है। कुछ जगह व्यू कटर का काम बाकी है तो तेजी से पूरा कराया जा रहा है। लोगों की परेशानी और जरूरत को देखते हुए पुल को मंगलवार से शुरू करने की योजना है।
नारायण ङ्क्षसह, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी, प्रांतीय खंड