फेनी और खजला की खुशबू से महक रहीं शहर की गलियां
बरेली(ब्यूरो)। ईद-उल-फितर की खुशियां मुस्लिम के लिए बहुत खास होती हैं। यूं तो शहर में ईद की रंगत हर जगह नजर आ रही है लेकिन पुराने शहर की गलियों में अंदाज कुछ खास रहता है, जहां दिन हो या रात, हर वक्त सडक़ों पर दूधिया रोशनी और लोगों से गुलजार दुकान हर वक्त ङ्क्षजदा होने का एहसास कराती हैं। बाजार में सेवइयों के साथ फेनी और खाजा की खुश्बू आपको ईद नजदीक होने का एहसास दिलाएगी।
दुकानों पर भीड़
ईद के बाजार को लेकर सिविल लाइंस में स्थित कपड़ों की दुकानों के साथ ही गलियों में स्थित दुकानों पर भी भारी भीड़ हो रही है। जूते-चप्पलों की बिक्री भी खूब हो रही है। खाने-पीने की वस्तुओं में शामिल सेंवई की तमाम वैरायटी बाजार में उपलब्ध हैं, जो 60 रुपये प्रति किलोग्राम से लेकर 200 रुपये प्रति किलोग्राम तक मिल रही है। वहीं, सूतफेनी 120 रुपये प्रति किलो और खजला 150 रुपये प्रति किलोग्राम से शुरू हो रहा है। सेवइयों को खास स्वाद देने के लिए सूखे मेवे की खरीदारी भी खूब हो रही है। मिठाइयों की दुकानों पर तो तमाम लोगों ने पहले से आर्डर दे रखे हैं। दुकानदारों ने भी काफी मिठाई बनाई है। पुराना शहर में स्थित दुकानों पर देर रात तक महिला और पुरुष खरीदारी कर रहे हैं।
ईद पर कुर्ता पैजामा और शेरवानी के साथ ही जींस-टीशर्ट, पैंट शर्ट आदि की खूब बिक्री हो रही है, लेकिन उसी के साथ जूते-चप्पलों की बिक्री भी खूब हो रही है। कई दुकानदारों ने अलग से लेडीज कार्नर लगाए हैं, जहां सिर्फ लड़कियों और महिलाओं की पसंद की फैंसी चप्पलें बिक रही हैं। सबसे ज्यादा रामपुरी कढ़ाई की चप्पल, बैली और जुबिल स्लीपर बिक रही हैं। लडक़े चमड़े के सैंडल, फ्लिप फ्लाप जूते चप्पल ज्यादा पसंद कर रहे हैं। कुर्ता पैजामा के साथ नागरा, कोल्हापुरी चप्पलें ज्यादा पसंद कर रहे हैं। सैलानी, कुतुबखाना, श्यामगंज बाजार के दुकानदार दिल्ली से माल लाकर बेच रहे हैं। सजे बाजार, उमड़ रही भीड़
ईद निकट है। चुङ्क्षनदा माल ग्राहकों के लिए लाए हैं। मनचाही डिजाइन कम पैसे में देते हैं। रामपुरी कढ़ाई की बेली और चप्पल के साथ ब्लॉक हिल सब से अधिक बिक रही है।
-फरमान इसबार सभी फैंसी आइटम महंगे हैं। इसको देखते हुए वही माल ला रहे हैं, जिसकी मांग ज्यादा है। इस बार रामपुरी कढ़ाई, नागरा और चमड़े की बनीं चप्पल ज्यादा बिक रही हैं।
-परवेज
इस बार पिछली साल की तुलना में 10 रुपए प्रति किलोग्राम की महंगाई है। इस बार 60 किलो सेंवई बिक रही है। डिब्बाबंद सेंवई के अलग रेट हैं। ईद पर सेंवई हर घर में अनिवार्य रूप से खरीदी जाती है।
साजिद अहमद
मुंतजिर हैदराबाद से आने वाली सेंवई शाहजहांपुर की सेंवई से महंगी रहती है.च्ईद पर सेंवई की अच्छी खासी बिक्री होती है। केवल रमजान में सेंवई बिक्री करने का काम करते हैं और रोजाना एक से डेढ़ ङ्क्षक्वटल की बिक्री कर लेते हैं।
मोहम्मद अहमद ईद को लेकर बाजार में आर्टीफिशियल ज्वैलच्ी और मेकअप की भी अच्छी बिक्री हो रही हैच् खास तौर पर छोटी बच्चियां और हेयर क्लिप और हेयरबैंड अपनी ड्रेस के हिसाब से खरीद रहे हैं।
साबिर खां